वैशाली। बिहार की शिक्षा में गुणवत्ता के स्तर पर कब से सवाल उठे रहे
है। इंटर और मैट्रिक की परीक्षा परिणामों के बाद गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से
जुड़े सवालों की जड़ें और गहरी होती जा रही है। लेकिन अब इन सवालों के जवाब
छोटे पैमाने पर ही सही, मिलने शुरू हो गए है।
इंग्लैंड की एक संस्था टेस इंडिया इन सवालों का जवाब बखूबी दे रही है। संस्था के सदस्य पिछले तीन सालों से जिले के स्कूलों में बेहतर कक्षा संचालन के लिए शिक्षकों की एक टीम तैयार करने में जुटी हुई है। वैशाली बिहार का एकमात्र ऐसा जिला है जिसे टेस इंडिया ने अपने प्रोजेक्ट के तहत चुना है । संस्था क्लासरूम मैनेजमेंट को डिजाइन कर कार्याशाला दर कार्यशाला का आयोजन कर चयनित शिक्षकों को ट्रेंड कर रही है।
यूके की संस्था है टेस इंडिया, वैशाली के शिक्षकों को दे रही है ट्रे¨नग
टेस इंडिया संस्था यूनाईटेड ¨कगडम की एक संस्था है जो वहीं के ओपेन यूनिवर्सिटी द्वारा संचालित की जाती है। एकेडमिक प्रोजेक्ट पर काम करना इस संस्था का मूल उद्देश्य है। कक्षा प्रबंधन को लेकर यह संस्था सजग है और गंभीर भी। संस्था मानती है कि योग्यता और अनुभवों के रहते हुए भी बहुत से टीचर कक्षा प्रबंधन की जानकारी के अभाव में बेहतर टी¨चग परफार्मेंस नहीं दे पाते है। टेस इंडिया शिक्षकों में इसी कमी को पूरा करती है। इसके तहत बच्चों को किस प्रकार पढ़ाई के प्रति प्रोत्साहित किया जाए, प्रश्नों के प्रति कैसे जागरूक किया जाए, शिक्षकों को किस प्रकार से रूचिकर पाठ्य योजना बनानी चाहिए, क्लास में पाठ्य योजनाओं को किस प्रकार क्रियान्वित करना है तथा बच्चों के साथ-साथ शिक्षकों में परस्पर संवाद की कला कैसे विकसित हो आदि के बारे में बारिकी से जानकारी दी जाती है। ट्रे¨नग के बाद शिक्षकों से बकायदा कई प्रकार के सवाल भी पूछे जाते है। ट्रे¨नग के बात जब ट्रेंड शिक्षक किसी स्कूल में जब मेंट¨रग करने जाएंगे तो उसकी वीडियोग्राफी भी की जाएगी।
नये अनुभवों के साथ हुई ट्रे¨नग से बच्चों को भी होगा फायदा
गुरूवार को इंडस्ट्रियल एरिया स्थित मैत्रेयी कॉलेज आफ एजुकेशन एंड मैनेजमेंट संस्थान में टेस इंडिया के कार्यशाला के दौरान ओपेन यूनिवर्सिटी यूके की डायरेक्टर फ्रीडा के अलावे स्टेट हेड सुनीता ¨सह, दिल्ली कार्यालय की प्रमुख संध्या परांजपे, ट्रे¨नग आर्गनाईजर अमित जुलियस,अजीत जुलियस तथा अमित राज, डीआरजी पंकज कुमार, एमसीईएम के प्राचार्य डा ज्ञानदेवमणि त्रिपाठी आदि के अलावे कई योग्य टीचर उपस्थित हुए। इस दौरान शिक्षकों में महेश प्रसाद, गुलजारी जी, आलोक रंजन आदि ने बताया कि टेस इंडिया के इस कार्यक्रम से कक्षा प्रबंधन स्किल में काफी सुधार हुआ है तथा इससे बच्चों को भी फायदा हो रहा है।
टेस इंडिया की स्टेट हेड सुनीता ¨सह ने बताया कि यह कार्यक्रम काफी बारीकी से चलाया जा रहा है। कक्षा प्रबंधन के एक-एक ¨बदुओ पर बारीकी से शिक्षकों को ट्रे¨नग दी जाती है। समय-समय पर कार्यशाला का आयोजन कर शिक्षकों को नई तकनीकों से भी लैस किया जाता है। परिणाम बेहतर आ रहे है। लगातार फीडबैक लिया जाता है।
इंग्लैंड की एक संस्था टेस इंडिया इन सवालों का जवाब बखूबी दे रही है। संस्था के सदस्य पिछले तीन सालों से जिले के स्कूलों में बेहतर कक्षा संचालन के लिए शिक्षकों की एक टीम तैयार करने में जुटी हुई है। वैशाली बिहार का एकमात्र ऐसा जिला है जिसे टेस इंडिया ने अपने प्रोजेक्ट के तहत चुना है । संस्था क्लासरूम मैनेजमेंट को डिजाइन कर कार्याशाला दर कार्यशाला का आयोजन कर चयनित शिक्षकों को ट्रेंड कर रही है।
यूके की संस्था है टेस इंडिया, वैशाली के शिक्षकों को दे रही है ट्रे¨नग
टेस इंडिया संस्था यूनाईटेड ¨कगडम की एक संस्था है जो वहीं के ओपेन यूनिवर्सिटी द्वारा संचालित की जाती है। एकेडमिक प्रोजेक्ट पर काम करना इस संस्था का मूल उद्देश्य है। कक्षा प्रबंधन को लेकर यह संस्था सजग है और गंभीर भी। संस्था मानती है कि योग्यता और अनुभवों के रहते हुए भी बहुत से टीचर कक्षा प्रबंधन की जानकारी के अभाव में बेहतर टी¨चग परफार्मेंस नहीं दे पाते है। टेस इंडिया शिक्षकों में इसी कमी को पूरा करती है। इसके तहत बच्चों को किस प्रकार पढ़ाई के प्रति प्रोत्साहित किया जाए, प्रश्नों के प्रति कैसे जागरूक किया जाए, शिक्षकों को किस प्रकार से रूचिकर पाठ्य योजना बनानी चाहिए, क्लास में पाठ्य योजनाओं को किस प्रकार क्रियान्वित करना है तथा बच्चों के साथ-साथ शिक्षकों में परस्पर संवाद की कला कैसे विकसित हो आदि के बारे में बारिकी से जानकारी दी जाती है। ट्रे¨नग के बाद शिक्षकों से बकायदा कई प्रकार के सवाल भी पूछे जाते है। ट्रे¨नग के बात जब ट्रेंड शिक्षक किसी स्कूल में जब मेंट¨रग करने जाएंगे तो उसकी वीडियोग्राफी भी की जाएगी।
नये अनुभवों के साथ हुई ट्रे¨नग से बच्चों को भी होगा फायदा
गुरूवार को इंडस्ट्रियल एरिया स्थित मैत्रेयी कॉलेज आफ एजुकेशन एंड मैनेजमेंट संस्थान में टेस इंडिया के कार्यशाला के दौरान ओपेन यूनिवर्सिटी यूके की डायरेक्टर फ्रीडा के अलावे स्टेट हेड सुनीता ¨सह, दिल्ली कार्यालय की प्रमुख संध्या परांजपे, ट्रे¨नग आर्गनाईजर अमित जुलियस,अजीत जुलियस तथा अमित राज, डीआरजी पंकज कुमार, एमसीईएम के प्राचार्य डा ज्ञानदेवमणि त्रिपाठी आदि के अलावे कई योग्य टीचर उपस्थित हुए। इस दौरान शिक्षकों में महेश प्रसाद, गुलजारी जी, आलोक रंजन आदि ने बताया कि टेस इंडिया के इस कार्यक्रम से कक्षा प्रबंधन स्किल में काफी सुधार हुआ है तथा इससे बच्चों को भी फायदा हो रहा है।
टेस इंडिया की स्टेट हेड सुनीता ¨सह ने बताया कि यह कार्यक्रम काफी बारीकी से चलाया जा रहा है। कक्षा प्रबंधन के एक-एक ¨बदुओ पर बारीकी से शिक्षकों को ट्रे¨नग दी जाती है। समय-समय पर कार्यशाला का आयोजन कर शिक्षकों को नई तकनीकों से भी लैस किया जाता है। परिणाम बेहतर आ रहे है। लगातार फीडबैक लिया जाता है।