मुजफ्फरपुर। आक्रोशित माध्यमिक शिक्षकों ने वेतन भुगतान को लेकर जिला
शिक्षा अधिकारी कामेश्वर कामती को उनके कार्यालय कक्ष में बंधक बनाया। उनसे
तीखी नोकझोंक भी हुई। कक्ष में शिक्षक धरना पर बैठ गए।
समान काम समान वेतन को लेकर हाई स्कूल शिक्षकों ने इंटर व मैट्रिक की उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन का बहिष्कार किया था। मूल्यांकन कार्य में असहयोगात्मक रवैया के कारण हाई स्कूल शिक्षकों के वेतन भुगतान पर रोक लगाई गई थी। सरकार से वार्ता के बाद मूल्यांकन कार्य शुरू हुआ। आश्वस्त किया गया कि किसी भी तरह की दंडात्मक कार्रवाई नहीं की जाएगी। माध्यमिक शिक्षा निदेशक व जिलाधिकारी ने मूल्यांकन कार्य में संलग्न्ता के आधार पर वेतन भुगतान का आदेश दिया। उच्चाधिकारी के आदेश के आलोक में जिला शिक्षा अधिकारी ने कोषागार पदाधिकारी को वेतन विपत्र पारित करने के संबंध में आदेश दिया। डीईओ के स्पष्ट आदेश नहीं होने की वजह से कोषागार पदाधिकारी ने विपत्र पास करने से इंकार कर दिया। जिससे शिक्षकों का आक्रोश फूट पड़ा। शिक्षकों ने जिला शिक्षा अधिकारी से अनुरोध किया कि कोषागार को विपत्र पास करने के संबंध में स्पष्ट आदेश दें। शिक्षक संघ को कहा गया कि इस मामले में बुधवार को फैसला लिया जाएगा। जबकि शिक्षक आज ही आदेश जारी कराने के सवाल पर अड़ गए। आक्रोशित शिक्षकों ने डीईओ कक्ष में उन्हें बंधक बनाया। उधर, शिक्षकों ने आदेश जारी होने तक पर कक्ष से बाहर नहीं निकले की घोषणा कर दी। कक्ष के सामने शिक्षक धरना पर बैठ गये। धरना पर माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष उमाकिंकर ठाकुर, राजकीय बुनियादी विद्यालय शिक्षक संघ के प्रमंडलीय अध्यक्ष रजनीश कुमार, प्रणव कुमार, मनोज कुमार, माध्यमिक शिक्षक संघ के अनुमंडल अध्यक्ष मनोरंजन कुमार आदि मौजूद थे।
समान काम समान वेतन को लेकर हाई स्कूल शिक्षकों ने इंटर व मैट्रिक की उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन का बहिष्कार किया था। मूल्यांकन कार्य में असहयोगात्मक रवैया के कारण हाई स्कूल शिक्षकों के वेतन भुगतान पर रोक लगाई गई थी। सरकार से वार्ता के बाद मूल्यांकन कार्य शुरू हुआ। आश्वस्त किया गया कि किसी भी तरह की दंडात्मक कार्रवाई नहीं की जाएगी। माध्यमिक शिक्षा निदेशक व जिलाधिकारी ने मूल्यांकन कार्य में संलग्न्ता के आधार पर वेतन भुगतान का आदेश दिया। उच्चाधिकारी के आदेश के आलोक में जिला शिक्षा अधिकारी ने कोषागार पदाधिकारी को वेतन विपत्र पारित करने के संबंध में आदेश दिया। डीईओ के स्पष्ट आदेश नहीं होने की वजह से कोषागार पदाधिकारी ने विपत्र पास करने से इंकार कर दिया। जिससे शिक्षकों का आक्रोश फूट पड़ा। शिक्षकों ने जिला शिक्षा अधिकारी से अनुरोध किया कि कोषागार को विपत्र पास करने के संबंध में स्पष्ट आदेश दें। शिक्षक संघ को कहा गया कि इस मामले में बुधवार को फैसला लिया जाएगा। जबकि शिक्षक आज ही आदेश जारी कराने के सवाल पर अड़ गए। आक्रोशित शिक्षकों ने डीईओ कक्ष में उन्हें बंधक बनाया। उधर, शिक्षकों ने आदेश जारी होने तक पर कक्ष से बाहर नहीं निकले की घोषणा कर दी। कक्ष के सामने शिक्षक धरना पर बैठ गये। धरना पर माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष उमाकिंकर ठाकुर, राजकीय बुनियादी विद्यालय शिक्षक संघ के प्रमंडलीय अध्यक्ष रजनीश कुमार, प्रणव कुमार, मनोज कुमार, माध्यमिक शिक्षक संघ के अनुमंडल अध्यक्ष मनोरंजन कुमार आदि मौजूद थे।