बिहार के नियोजित शिक्षकों अपने हक के लिए आंदोलन को सफल बनायें।
अपने अधिकार की प्राप्ति के लिए 19 अप्रैल से प्रस्तावित हड़ताल को सफल बनाना ही होगा साथियों।
कुछ लोग हड़ताल को असफल करने की गन्दी साजिश कर रहे है।
पर इनको जबाब बिहार के 4 लाख नियोजित शिक्षक अपनी एकता से देंगे।
ये ऐसे लोग है जो सिर्फ और सिर्फ शिक्षक के अधिकार की राजनीती करते है।
ऐसे लोग को मेरा खुला सन्देश है कि आप यदि सच में शिक्षक हित चाहते है तो आप अपने तरीके से हड़ताल/तालाबन्दी की घोषणा करें।
वर्तमान में हड़ताल की घोषणा कर चुके सभी संघ आपके साथ होगा।
और यदि आप खुद हड़ताल की घोषणा नही कर सकते तो घोषित हड़ताल में शामिल हो जाइये।
आपका कद शिक्षकों में खुद बढ़ जायेगा।
याद रहे साथियों यदि हम आज चुक गये तो आने वाले 10 वर्ष में भी हम वेतनमान प्राप्त नही कर सकते है।
और जो लोग हाई कोर्ट की दुहाई दे रहे है उनके लिए मेरा एक सन्देश है:-
इसकी क्या गारंटी है कि फैसला शिक्षकों के पक्ष में आएगा?? चलिये मान लेते है फैसला शिक्षकों के पक्ष ही आएगा।। परंतु इसकी क्या गारंटी की आप उच्च न्यायालय के फैसले को लागू करवा लीजियेगा। क्योंकि ये सबको पता है कि भारत का सबसे बड़ा न्यायालय सुप्रीम कोर्ट ने समान काम समान वेतन का फैसला दिया है। फिर भी हम इसे लागू नही करवा पाए आखिर क्यों??
फिर आप उच्च न्यायालय के फैसले को कैसे लागु करवाएंगे??
शिक्षक साथियों यदि आज भी हम नही जागे तो हमारा अधिकार हमसे बहुत दूर हो जायेगा।
संघ संघ की लड़ाई में आप ध्यान ना दें एवं अपने अधिकार के लिए संघ से ऊपर उठकर आंदोलन में खुद पड़िये।
हम लड़ेंगे💪💪💪
हम जीतेंगे💪💪💪
शिक्षक साथियों 2015 का आंदोलन याद कीजिये और खुद आंदोलन में आइये। 2015 में जिस तरह से हम सभी ने संघ से ऊपर उठकर आंदोलन को सफल बनाया था उसी तरह आज हमें आंदोलन में आने की जरूरत है।
आज तो हमारे साथ देश का सबसे बड़ा न्यायालय है। बस जरूरत है ईमानदारी से अपनी लड़ाई लड़ने की।
हमारी जीत सुनिश्चित है बस हमे एकजुटता दिखानी होगी।
मोर्चा की मांगें निम्न है:-
1 समान काम समान वेतन
(राज्यकर्मी का दर्जा सहित)
2 अप्रशिक्षित शिक्षकों को ग्रेड पे
3 प्रशिक्षित शिक्षकों को ग्रेड पे के लिए दो वर्ष की सेवा की बाध्यता को हटाया जाय।
आपका साथी
चन्दन पटेल
प्रदेश महासचिव
TSS( TET शिक्षक संघ)
सह सदस्य बिहार राज्य नियोजित शिक्षक संघर्ष मोर्चा।
अपने अधिकार की प्राप्ति के लिए 19 अप्रैल से प्रस्तावित हड़ताल को सफल बनाना ही होगा साथियों।
कुछ लोग हड़ताल को असफल करने की गन्दी साजिश कर रहे है।
पर इनको जबाब बिहार के 4 लाख नियोजित शिक्षक अपनी एकता से देंगे।
ये ऐसे लोग है जो सिर्फ और सिर्फ शिक्षक के अधिकार की राजनीती करते है।
ऐसे लोग को मेरा खुला सन्देश है कि आप यदि सच में शिक्षक हित चाहते है तो आप अपने तरीके से हड़ताल/तालाबन्दी की घोषणा करें।
वर्तमान में हड़ताल की घोषणा कर चुके सभी संघ आपके साथ होगा।
और यदि आप खुद हड़ताल की घोषणा नही कर सकते तो घोषित हड़ताल में शामिल हो जाइये।
आपका कद शिक्षकों में खुद बढ़ जायेगा।
याद रहे साथियों यदि हम आज चुक गये तो आने वाले 10 वर्ष में भी हम वेतनमान प्राप्त नही कर सकते है।
और जो लोग हाई कोर्ट की दुहाई दे रहे है उनके लिए मेरा एक सन्देश है:-
इसकी क्या गारंटी है कि फैसला शिक्षकों के पक्ष में आएगा?? चलिये मान लेते है फैसला शिक्षकों के पक्ष ही आएगा।। परंतु इसकी क्या गारंटी की आप उच्च न्यायालय के फैसले को लागू करवा लीजियेगा। क्योंकि ये सबको पता है कि भारत का सबसे बड़ा न्यायालय सुप्रीम कोर्ट ने समान काम समान वेतन का फैसला दिया है। फिर भी हम इसे लागू नही करवा पाए आखिर क्यों??
फिर आप उच्च न्यायालय के फैसले को कैसे लागु करवाएंगे??
शिक्षक साथियों यदि आज भी हम नही जागे तो हमारा अधिकार हमसे बहुत दूर हो जायेगा।
संघ संघ की लड़ाई में आप ध्यान ना दें एवं अपने अधिकार के लिए संघ से ऊपर उठकर आंदोलन में खुद पड़िये।
हम लड़ेंगे💪💪💪
हम जीतेंगे💪💪💪
शिक्षक साथियों 2015 का आंदोलन याद कीजिये और खुद आंदोलन में आइये। 2015 में जिस तरह से हम सभी ने संघ से ऊपर उठकर आंदोलन को सफल बनाया था उसी तरह आज हमें आंदोलन में आने की जरूरत है।
आज तो हमारे साथ देश का सबसे बड़ा न्यायालय है। बस जरूरत है ईमानदारी से अपनी लड़ाई लड़ने की।
हमारी जीत सुनिश्चित है बस हमे एकजुटता दिखानी होगी।
मोर्चा की मांगें निम्न है:-
1 समान काम समान वेतन
(राज्यकर्मी का दर्जा सहित)
2 अप्रशिक्षित शिक्षकों को ग्रेड पे
3 प्रशिक्षित शिक्षकों को ग्रेड पे के लिए दो वर्ष की सेवा की बाध्यता को हटाया जाय।
आपका साथी
चन्दन पटेल
प्रदेश महासचिव
TSS( TET शिक्षक संघ)
सह सदस्य बिहार राज्य नियोजित शिक्षक संघर्ष मोर्चा।