कोट- नेशनल हाई स्कूल मूल्यांकन केंद्र पर मैट्रिक की उत्तर पुस्तिका
मूल्यांकन कार्य सुचारु रूप से चल रहा है। 438 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र
देकर मूल्यांकन कार्य के लिए तैयार किया गया है। शनिवार को 395 शिक्षक ही
मूल्यांकन कार्य में योगदान दिया। शनिवार तक 18,600 उत्तर पुस्तिकाओं की
जांच की जा चुकी है।
उम्मीद है कि मूल्यांकन कार्य 22 अप्रैल तक पूरा कर लिया जाएगा। - अवनीन्द्र कुमार ¨सहा, डीपीओ सह मूल्यांकन केंद्र प्रभारी।
संवाद सहयोगी, किशनगंज : मैट्रिक उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन कार्य के लिए खानका चौक स्थित नेशनल हाई स्कूल को मूल्यांकन केंद्र बनाया गया है। मूल्यांकन केंद्र पर चौक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था के बीच उत्तर पुस्तिकाओं की जांच चल रही है। उत्तर पुस्तिका जांच कार्य में शिक्षकों की संख्या बढ़ाई गई है। लेकिन कॉपी जांच में गति नही आई है। अगर कॉपी जांच कि यही रफ्तार रही तो मैट्रिक का रिजल्ट समय पर निकलना कठिन हो जाएगा।
बताते चलें कि मूल्यांकन केंद्र के बाहर कई प्राथमिक शिक्षकों ने नाम नही छापने की शर्त पर बताया कि मैट्रिक उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन कार्य कैसे करेंगे। अब तक हमलोगों ने आठवीं तक के विद्यार्थियों को ही पढ़ाया है। लेकिन विभागीय आदेश है कि मैट्रिक की कॉपी जांच करें। भला ऐसी स्थिति में कॉपी जांच का क्या स्तर रह जाएगा। मैट्रिक कॉपी की जांच के लिए प्राथमिक शिक्षक को लगाना सही नही है।
नेशनल हाई स्कूल मूल्यांकन केंद्र के प्रवेश द्वार और परिसर में पुलिस बल को लगाया गया है। अभी भी शिक्षा विभाग को लग रहा है कि मूल्यांकन केंद्र पर कोई भी घटना घट सकती है। इस बाबत मूल्यांकन केंद्र पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है।
उम्मीद है कि मूल्यांकन कार्य 22 अप्रैल तक पूरा कर लिया जाएगा। - अवनीन्द्र कुमार ¨सहा, डीपीओ सह मूल्यांकन केंद्र प्रभारी।
संवाद सहयोगी, किशनगंज : मैट्रिक उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन कार्य के लिए खानका चौक स्थित नेशनल हाई स्कूल को मूल्यांकन केंद्र बनाया गया है। मूल्यांकन केंद्र पर चौक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था के बीच उत्तर पुस्तिकाओं की जांच चल रही है। उत्तर पुस्तिका जांच कार्य में शिक्षकों की संख्या बढ़ाई गई है। लेकिन कॉपी जांच में गति नही आई है। अगर कॉपी जांच कि यही रफ्तार रही तो मैट्रिक का रिजल्ट समय पर निकलना कठिन हो जाएगा।
बताते चलें कि मूल्यांकन केंद्र के बाहर कई प्राथमिक शिक्षकों ने नाम नही छापने की शर्त पर बताया कि मैट्रिक उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन कार्य कैसे करेंगे। अब तक हमलोगों ने आठवीं तक के विद्यार्थियों को ही पढ़ाया है। लेकिन विभागीय आदेश है कि मैट्रिक की कॉपी जांच करें। भला ऐसी स्थिति में कॉपी जांच का क्या स्तर रह जाएगा। मैट्रिक कॉपी की जांच के लिए प्राथमिक शिक्षक को लगाना सही नही है।
नेशनल हाई स्कूल मूल्यांकन केंद्र के प्रवेश द्वार और परिसर में पुलिस बल को लगाया गया है। अभी भी शिक्षा विभाग को लग रहा है कि मूल्यांकन केंद्र पर कोई भी घटना घट सकती है। इस बाबत मूल्यांकन केंद्र पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है।