मूल्यांकन कार्य के बहिष्कार को लेकर जिलाधिकारी के साथ माध्यमिक
शिक्षक संघ के अध्यक्ष व सचिव बीच विवाद हुआ. डीएम मो सोहैल ने कहा कि
मूल्यांकन कार्य के बहिष्कार से बच्चों का भविष्य चौपट हो रहा है. शिक्षकों
की मनमानी बरदाश्त नहीं की जायेगी.
मधेपुरा : जिला मुख्यालय स्थित रासबिहारी उच्च विद्यालय व शिवनंदन
प्रसाद मंडल उच्च विद्यालय मूल्यांकन केंद्र के बाहर एक अप्रैल से माध्यमिक
शिक्षकों का शिक्षा सत्याग्रह चल रहा है. गुरुवार को छठे दिन कड़ी सुरक्षा
व्यवस्था के साथ अनुदानित वित्त रहित शिक्षक ने मैट्रिक की उत्तरपुस्तिका
के मूल्यांकन में भाग लेने के दौरान माध्यमिक शिक्षक संघ व वित्तरहित
शिक्षक के बीच जमकर नोकझोंक हुई. प्रशासन की चुस्त व्यवस्था के बाद
वित्तरहित शिक्षक व कुछ पुराने माध्यमिक शिक्षकों ने मूल्यांकन केंद्र पर
योगदान दिया. इस दौरान जिलाधिकारी के साथ माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष व
सचिव बीच विवाद हुआ. डीएम मो सोहैल ने कहा कि मूल्यांकन कार्य के बहिष्कार
से बच्चों का भविष्य चौपट हो रहा है. शिक्षकों की मनमानी बरदास्त नहीं की
जायेगी. मूल्यांकन को लेकर सरकार काफी सख्त है. डीएम ने कहा जो वीक्षण
कार्य में भाग लेने वालों को रोकेंगे उनके खिलाफ कड़ी
कार्रवाई होगी.
डीएम ने कहा कि अपनी मांग को किसी और तरीके से रखें. उन्होंने सख्त
लहजे में कहा मूल्यांकन केंद्र से दो सौ मीटर के दूरी पर सभा करते पाये गये
तो विधि सम्मत कार्रवाई की जायेगी. दूसरी ओर बिहार राज्य अनुदानित
वित्तरहित शिक्षकों ने बताया कि राज्य इकाई के निर्देश पर हमलोगों कार्य कर
रहे है. लेकिन माध्यमिक शिक्षक संघ ने द्वारा मूल्यांकन कार्य नहीं करने
का अनुरोध किया गया. वहीं माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष कृष्ण कुमार
यादव ने कहा समान काम के लिए समान वेतन पर सबका सहयोग जरूरी है. हमलोगों
गांधी जी के चंपारण यात्रा के शताब्दी वर्ष में गांधीवादी तरीके से शिक्षा
सत्याग्रह कर रहे है. उसी कड़ी में हम अपने दिगभ्रमित भाइयों को मुल्याकंन
कार्य नहीं करने के लिए करबद्ध प्रार्थना ही कर रहे है.
डीएम के व्यवहार पर की जोरदार भर्त्सना : संघ के जिला अध्यक्ष कृष्ण
कुमार ने घटना के उपरांत माध्यमिक शिक्षक संघ भवन में आपात बैठक आयोजित की.
इस दौरान जिला पदाधिकारी के इस व्यवहार और भाषा की जोरदार ढंग से भर्त्सना
किया और मर्यादित भाषा का प्रयोग करने का आग्रह किया है.
उन्होंने यह भी कहा कि जिला पदाधिकारी के शिक्षकों के प्रति अमर्यादित
आचरण के विरूद्ध विधान परिषद के प्रोभिलेज कमेटी में ले जायेंगे. जिला
पदाधिकारी मधेपुरा एवं अनुमंडल पदाधिकारी मधेपुरा को जिला संघ के पत्रांक
26 तिथि 30 मार्च 2017 को ही शिक्षा सत्याग्रह एवं मूल्यांकन में असहयोग के
लिये स्थल की मांग की गयी थी. जिसका आज तक जवाब नहीं दिया गया.