इंटर की छात्रा ने टीएनबी कॉलेज के शिक्षक पर लगाया यौन शोषण का आरोप
छात्रा ने बंद लिफाफा में कॉलेज प्राचार्य को घटना से संबंधित जानकारी दी
- घटना के बाद डिमोस्ट्रेटर काे फिजिक्स विभाग से हटा कर सांख्यिकी विभाग भेजा गया
- कॉलेज ने विवि एंटी सेक्सुअल हैरेसमेंट सेल को सौंपी जांच की जिम्मेवारी
- विवि ने कॉलेज से आराेपित पर कार्रवाई कर रिपोर्ट मांगी
- कॉलेज प्राचार्य ने कहा, मामले की जांच के लिए तीन लोगाें की कमेटी बनायी गयी
भागलपुर : टीएनबी कॉलेज के भौतिकी विज्ञान विभाग के एक डिमोस्ट्रेटर व
एक शिक्षक पर इंटर की एक छात्रा ने शारीरिक शोषण का आरोप लगाया है. मामला
प्रकाश में आने के बाद कॉलेज में हड़कंप मचा है. छात्रा ने आरोप लगाया है
कि इंटर भौतिकी विज्ञान प्रायोगिक परीक्षा में नंबर बढ़ाने के नाम पर उनका
शारीरिक शोषण शिक्षकों ने किया. छात्रा ने 24 मार्च को घटना से संबंधित
जानकारी बंद लिफाफा में कॉलेज प्राचार्य को पत्र भेज कर दी. वहीं छात्रा के
आवेदन पर मामले की जांच की जा रही है. प्राचार्य ने मामले को गंभीरता से
लेते हुए तत्काल प्रभाव से डिमोस्ट्रेटर का सांख्यिकी विभाग में स्थानांतरण
कर दिया है. कॉलेज प्रशासन ने मामले को लेकर विवि के एंटी
नंबर बढ़ाने के...
सेक्सुअल हैरेसमेंट सेल को पत्र लिखा है. दूसरी ओर विवि ने कॉलेज को
पत्र लिख कर निर्देश दिया है कि मामले की जांच कर रिपोर्ट उपलब्ध करायें.
इसके बाद कार्रवाई की जायेगी. कॉलेज प्राचार्य डॉ आरपीसी वर्मा ने बताया कि
मामले की जांच के लिए तीन लोगों की कमेटी बनायी गयी है. रिपोर्ट आने के
बाद आरोपित पर कार्रवाई की जायेगी.
क्या है मामला
कॉलेज सूत्रों के अनुसार इंटर प्रायोगिक परीक्षा चल रही है. कॉलेज के
भौतिकी विज्ञान विभाग में छात्र-छात्राओं की परीक्षा ली जा रही है.
प्रैक्टिकल में नंबर बढ़ाने के नाम पर छात्रा के साथ लैब में ही शारीरिक
शोषण किया गया. छात्रा की ओर से कॉलेज प्रशासन को घटना की जानकारी देने के
बाद 25 मार्च को चार अन्य छात्राओं को बुला कर पूरे मामले की प्राचार्य ने
जानकारी ली. इनमें एक छात्रा ने मामले को लेकर कुछ बोलने से इनकार कर दिया.
फिर बंद लिफाफा में भेजे गये आवेदन व उस छात्रा का लिखावट का मिलाने करने
पर सही पाया गया. बाद में छात्रा ने कॉलेज को दबी जुबान में सारी बातें
बतायी.
जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी बनी :
छात्रा के आराेप के बाद कॉलेज प्रशासन ने तीन सदस्यीय कमेटी गठित की
है. इसमें डॉ रोमा सिन्हा, डॉ अर्चना साह व डॉ मनोज कुमार को रखा गया है.
कॉलेज से मिली जानकारी के अनुसार मामले की जांच कर अविलंब रिपोर्ट कॉलेज
प्रशासन ने कमेटी से मांगी गयी है.
शिक्षक से लेकर कर्मचारी तक बोलने से बच रहे -
इंटर की छात्रा से शारीरिक शोषण मामला प्रकाश में आने के बाद कॉलेज के
शिक्षक से लेकर कर्मचारी तक कुछ भी बोलने से परहेज कर रहे हैं. लेकिन, हर
तरफ आरोपित डिमोस्ट्रेटर व शिक्षक के बारे में ही चर्चा हो रही है.