पटना| इंटरपरीक्षा की कॉपियों का मूल्यांकन कार्य 15 मार्च से शुरू हो चुका है। 30 मार्च तक मूल्यांकन कार्य निर्धारित है, लेकिन आठ दिन बीत जाने के बाद भी मूल्यांकन कार्य की गति काफी धीमी है।
वित्तरहित काॅलेजों के शिक्षकों द्वारा कार्य का बहिष्कार किए जाने से अबतक ठीक तरह से मूल्यांकन शुरू नहीं हो पाया है। कई केंद्रों पर मूल्यांकन कार्य पूरी तरह से बाधित है। ऐसी स्थिति में अभी कुछ ही विषयों का मूल्यांकन हो पाया है। मूल्यांकन कार्य में देरी से रिजल्ट के प्रकाशन में भी देर होने की संभावना है। उधर वित्तरहित शिक्षक मांगों के माने बिना पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। राजधानी के कई केंद्रों पर वित्तरहित शिक्षकों ने हंगामा कर मूल्यांकन कार्य को बाधित किया है।
वित्तरहित काॅलेजों के शिक्षकों द्वारा कार्य का बहिष्कार किए जाने से अबतक ठीक तरह से मूल्यांकन शुरू नहीं हो पाया है। कई केंद्रों पर मूल्यांकन कार्य पूरी तरह से बाधित है। ऐसी स्थिति में अभी कुछ ही विषयों का मूल्यांकन हो पाया है। मूल्यांकन कार्य में देरी से रिजल्ट के प्रकाशन में भी देर होने की संभावना है। उधर वित्तरहित शिक्षक मांगों के माने बिना पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। राजधानी के कई केंद्रों पर वित्तरहित शिक्षकों ने हंगामा कर मूल्यांकन कार्य को बाधित किया है।