शिक्षामंत्रीडॉ. अशोक चौधरी ने कहा कि राज्य सरकार शिक्षा और शिक्षक दोनों के प्रति संवेदनशील है। हम बिहार को 21वीं सदी का प्रदेश बनाएंगे। केंद्र सरकार बिहार में शिक्षा के लिए मिलने वाले धन में कटौती कर रही है। वह बुधवार को बिहार दिवस के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि शिक्षा के विकास के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम स्वर्णाक्षरों में लिखा जाएगा। अब हमारी चिंता गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की है।
उन्होंने कहा कि राज्य में विश्वविद्यालय और कॉलेजों में शिक्षकों, खासकर विशेषज्ञ शिक्षकों की भारी कमी है। शिक्षकों की बहाली के लिए राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग बनाया जाएगा। राज्य में तीन नए विश्वविद्यालय खोले जा रहे हैं। सरकार पांच नए मेडिकल कॉलेज और हर जिले में इंजीनियरिंग कॉलेज खोलना चाहती है। हम अपनी युवा शक्ति की बदौलत फिर से पुराना गौरव हासिल करेंगे। युवाओं के बिना विकास की कल्पना नहीं की जा सकती है। बिहार में सर्वाधिक युवा आबादी है। युवा शक्ति को शिक्षित और कुशल बनाने के लिए सात निश्चय में सबसे अधिक जोर दिया गया है। सरकार के प्रयासों की बदौलत राज्य में मैट्रिक और इंटर में लड़कियों की हिस्सेदारी धीरे-धीरे बढ़ती जा रही है। मैट्रिक परीक्षा में छात्राओं की हिस्सेदारी 49 प्रतिशत और इंटर परीक्षा में छात्राओं की हिस्सेदारी 44 प्रतिशत हो गई है। समारोह को विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह, कृषि मंत्री रामविचार राय और मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह ने भी संबोधित किया।
स्वागत भाषण शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव आरके गंगवार ने किया। कार्यक्रम में मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव, जय कुमार सिंह, अब्दुल गफूर, मदन सहनी, मदन मोहन झा, संतोष निराला, शिवचंद्र राम, अवधेश कुमार सिंह, विधायक श्याम रजक, एमएलसी संजय सिंह, डॉ. रणवीर नंदन, चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी, डीजीपी पीके ठाकुर, विकास आयुक्त शिशिर सिन्हा, छोटू सिंह, नंदकिशोर कुशवाहा, ओमप्रकाश सिंह सेतु, लोक प्रकाश सिंह, अंजुम आरा, डॉ. नवीन कुमार आर्य आदि थे।
दिल्ली में भी बिहार दिवस की धूम
पटना|बिहार दिवसपर दिल्ली हाट में सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया। यहां सांस्कृतिक कार्यक्रम 25 मार्च तक चलेगा। इसका आयोजन उपेंद्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान, पटना कर रहा है। मौके पर राज्य के हैंडीक्राफ्ट और हैंडलूम उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई गई है। सिल्क की साड़ी पर मिथिला पेंटिग की नक्काशी महिलाओं को विशेष रूप से आकर्षित कर रहा है। प्रदर्शनी में राज्य के अवार्डी हस्तशिल्पियों के 50 स्टाॅल लगाए गए हैं। इस बार भागलपुरी सिल्क, बसमन बीघा के चादर, मधुबनी पेंटिंग, सिक्की के उत्पाद, कास्ट की मूर्ति, जूट के बने सामान आदि के स्टाॅल लगाए गए हैं।
समारोह में मंत्री राम विचार राय, अवधेश कुमार सिंह, अशोक चौधरी, सीएम नीतीश कुमार, अवधेश नारायण सिंह, मदन मोहन झा, विजेंद्र प्रसाद यादव शिवचंद्र राम।
उन्होंने कहा कि शिक्षा के विकास के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम स्वर्णाक्षरों में लिखा जाएगा। अब हमारी चिंता गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की है।
उन्होंने कहा कि राज्य में विश्वविद्यालय और कॉलेजों में शिक्षकों, खासकर विशेषज्ञ शिक्षकों की भारी कमी है। शिक्षकों की बहाली के लिए राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग बनाया जाएगा। राज्य में तीन नए विश्वविद्यालय खोले जा रहे हैं। सरकार पांच नए मेडिकल कॉलेज और हर जिले में इंजीनियरिंग कॉलेज खोलना चाहती है। हम अपनी युवा शक्ति की बदौलत फिर से पुराना गौरव हासिल करेंगे। युवाओं के बिना विकास की कल्पना नहीं की जा सकती है। बिहार में सर्वाधिक युवा आबादी है। युवा शक्ति को शिक्षित और कुशल बनाने के लिए सात निश्चय में सबसे अधिक जोर दिया गया है। सरकार के प्रयासों की बदौलत राज्य में मैट्रिक और इंटर में लड़कियों की हिस्सेदारी धीरे-धीरे बढ़ती जा रही है। मैट्रिक परीक्षा में छात्राओं की हिस्सेदारी 49 प्रतिशत और इंटर परीक्षा में छात्राओं की हिस्सेदारी 44 प्रतिशत हो गई है। समारोह को विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह, कृषि मंत्री रामविचार राय और मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह ने भी संबोधित किया।
स्वागत भाषण शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव आरके गंगवार ने किया। कार्यक्रम में मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव, जय कुमार सिंह, अब्दुल गफूर, मदन सहनी, मदन मोहन झा, संतोष निराला, शिवचंद्र राम, अवधेश कुमार सिंह, विधायक श्याम रजक, एमएलसी संजय सिंह, डॉ. रणवीर नंदन, चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी, डीजीपी पीके ठाकुर, विकास आयुक्त शिशिर सिन्हा, छोटू सिंह, नंदकिशोर कुशवाहा, ओमप्रकाश सिंह सेतु, लोक प्रकाश सिंह, अंजुम आरा, डॉ. नवीन कुमार आर्य आदि थे।
दिल्ली में भी बिहार दिवस की धूम
पटना|बिहार दिवसपर दिल्ली हाट में सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया। यहां सांस्कृतिक कार्यक्रम 25 मार्च तक चलेगा। इसका आयोजन उपेंद्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान, पटना कर रहा है। मौके पर राज्य के हैंडीक्राफ्ट और हैंडलूम उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई गई है। सिल्क की साड़ी पर मिथिला पेंटिग की नक्काशी महिलाओं को विशेष रूप से आकर्षित कर रहा है। प्रदर्शनी में राज्य के अवार्डी हस्तशिल्पियों के 50 स्टाॅल लगाए गए हैं। इस बार भागलपुरी सिल्क, बसमन बीघा के चादर, मधुबनी पेंटिंग, सिक्की के उत्पाद, कास्ट की मूर्ति, जूट के बने सामान आदि के स्टाॅल लगाए गए हैं।
समारोह में मंत्री राम विचार राय, अवधेश कुमार सिंह, अशोक चौधरी, सीएम नीतीश कुमार, अवधेश नारायण सिंह, मदन मोहन झा, विजेंद्र प्रसाद यादव शिवचंद्र राम।