औरंगाबाद। सरकारी
विद्यालयों की स्थिति में सुधार नहीं हो रही है। हालात यह है कि शहर के
स्कूल से शिक्षक गायब रहते हैं। विद्यालयों का कार्य रामभरोसे चल रहा है।
रविवार को उर्दू मध्य विद्यालय नावाडीह का हाल जानने जागरण टीम पहुंची।
स्कूल से सात शिक्षक गायब मिले।
विद्यालय में शिक्षकों की संख्या 12 है। रजिस्टर पर नामांकित छात्र 969 हैं। छात्राओं की संख्या यहां अधिक है, 544 छात्राएं एवं 425 छात्र नामांकित हैं। स्कूल का समय 9 बजे है परंतु जागरण टीम 9.40 बजे विद्यालय पहुंची। विद्यालय में प्रधानाध्यापक बलि गहलौत, शिक्षक मुस्तरी बेगम, जहां आरा एवं शायदा खातून उपस्थित मिली। आफिया सुल्ताना, शमाम यास्मीन, सगीर अंसारी एवं रिजवान अली अनुपस्थित थे। शायरा बानो 9.50 बजे विद्यालय पहुंची। बच्चे विद्यालय परिसर में भटक रहे थे। उन्हें मालूम नहीं था कि पढ़ाई की घंटी कब लगेगी। पूछने पर कई छात्र-छात्राओं ने बताया कि आफिया सुल्ताना विद्यालय नहीं आती हैं। कई छात्र उन्हें पहचानते तक नहीं हैं। प्रधानाध्यापक बलि गहलौत ने बताया कि सगुफ्ता मुमताज ट्रे¨नग में गई हैं। आयशा परवीन मातृत्व अवकाश में हैं। विद्यालय में 16 सेक्शन कार्यरत है। यहां बच्चों एवं बच्चियों सेक्शन अलग होते हैं। बेंच का अभाव है, जमीन पर बैठकर शिक्षा ग्रहण करना मजबूरी है। छात्र-छात्राएं विद्यालय आते हैं और बैठने के लिए बोरा लाना नहीं भूलते। विद्यालय में पदस्थापित शिक्षक हमेशा गायब रहते हैं जिस कारण शिक्षा की स्थिति बदतर है।
एक माह पहले लिया है प्रभार
फोटो फाइल - 22 एयूआर 05 प्रधानाध्यापक बलि गहलौत ने बताया कि एक माह पहले मैंने प्रभार ग्रहण किया है। शिक्षक विद्यालय आने में लापरवाही बरतते हैं। उन्हें समय से विद्यालय आने का निर्देश दिया गया है। जो शिक्षक समय से विद्यालय नहीं आएंगे उनके वेतन में कटौती की जाएगी। बताया कि विद्यालय का समय सुबह 9 से शाम 4 बजे तक है। विद्यालय में शिक्षा की स्थिति सु²ढ़ बनाई जाएगी।
विद्यालय में शिक्षकों की संख्या 12 है। रजिस्टर पर नामांकित छात्र 969 हैं। छात्राओं की संख्या यहां अधिक है, 544 छात्राएं एवं 425 छात्र नामांकित हैं। स्कूल का समय 9 बजे है परंतु जागरण टीम 9.40 बजे विद्यालय पहुंची। विद्यालय में प्रधानाध्यापक बलि गहलौत, शिक्षक मुस्तरी बेगम, जहां आरा एवं शायदा खातून उपस्थित मिली। आफिया सुल्ताना, शमाम यास्मीन, सगीर अंसारी एवं रिजवान अली अनुपस्थित थे। शायरा बानो 9.50 बजे विद्यालय पहुंची। बच्चे विद्यालय परिसर में भटक रहे थे। उन्हें मालूम नहीं था कि पढ़ाई की घंटी कब लगेगी। पूछने पर कई छात्र-छात्राओं ने बताया कि आफिया सुल्ताना विद्यालय नहीं आती हैं। कई छात्र उन्हें पहचानते तक नहीं हैं। प्रधानाध्यापक बलि गहलौत ने बताया कि सगुफ्ता मुमताज ट्रे¨नग में गई हैं। आयशा परवीन मातृत्व अवकाश में हैं। विद्यालय में 16 सेक्शन कार्यरत है। यहां बच्चों एवं बच्चियों सेक्शन अलग होते हैं। बेंच का अभाव है, जमीन पर बैठकर शिक्षा ग्रहण करना मजबूरी है। छात्र-छात्राएं विद्यालय आते हैं और बैठने के लिए बोरा लाना नहीं भूलते। विद्यालय में पदस्थापित शिक्षक हमेशा गायब रहते हैं जिस कारण शिक्षा की स्थिति बदतर है।
एक माह पहले लिया है प्रभार
फोटो फाइल - 22 एयूआर 05 प्रधानाध्यापक बलि गहलौत ने बताया कि एक माह पहले मैंने प्रभार ग्रहण किया है। शिक्षक विद्यालय आने में लापरवाही बरतते हैं। उन्हें समय से विद्यालय आने का निर्देश दिया गया है। जो शिक्षक समय से विद्यालय नहीं आएंगे उनके वेतन में कटौती की जाएगी। बताया कि विद्यालय का समय सुबह 9 से शाम 4 बजे तक है। विद्यालय में शिक्षा की स्थिति सु²ढ़ बनाई जाएगी।