जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : शिक्षक दिवस के मौके पर बिहार के अनुदान
शिक्षकों ने जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया और उन्हें नियमित किए जाने व बकाया
अनुदान के भुगतान की मांग की। माध्यमिक शिक्षक संघ और प्रदेश माध्यमिक
शिक्षक संघ के बैनर तले आयोजित प्रदर्शन में काफी संख्या में शिक्षक जुटे।
शिक्षक नेता हरी जी सिंह ने बताया कि 35 सालों से वे लोग बिना वेतन के बिहार के भविष्य को उज्जवल बना रहे हैं। वर्ष 2008 से उन्हें स्कूलों के प्रदर्शन के आधार पर वेतन के रूप में अनुदान का भुगतान किया जाने लगा, वह भी ऊंट के मुंह में जीरा के समान है। वर्ष 2012 से 20 हजार शिक्षकों की आर्थिक स्थिति तब और बिगड़ गई, जब से अनुदान का भुगतान बंद हो गया। शिक्षक नेता शंभू कुमार सिंह ने बताया कि अनुदान भुगतान व नियमित करने की मांग को लेकर वे राज्य सरकार का दरवाजा कई बार खटखटा चुके हैं। दिल्ली में पहले भी डेरा डाल चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। विरोध प्रदर्शन को शिक्षक नेता लालवचन सिंह, अरविंद प्रसाद समेत अन्य ने संबोधित किया।
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