Random-Post

शिक्षक नियोजन चैनपुर मसुरिया में नया मोड़ , हड़कंप मचा

अररिया। प्रखंड के चैनपुर मसुरिया पंचायत में पांच शिक्षकों का फर्जी नियोजन के मामले में नया मोड़ आ गया है। डीआईजी उपेन्द्र कुमार ¨सहा ने अपने जांच रिपोर्ट में संकेत दिए हैं कि यदि शिक्षा विभाग के अधिकारी गंभीरता पूर्वक जांच में सहयोग नही करेंगे तो मामला सीआईडी को सौंपी जा सकती है।
डीआईजी के इस निर्णय से फर्जीवाड़े में मदद करने वालों की नींद उड़ गई है। डीआईजी के आदेश के बाद जहां पूर्व मुखिया महबूब आलम व उनके समर्थकों के बीच खुशी व्याप्त है वहीं गड़बड़ी करने वाले प्रधानाध्यापक शाहिद रजा के अलावा अन्य पांच शिक्षकों में सुशील ऋषिदेव, मीर इमरान, गुफराना बेगम, मो. अजहर और रहमत खातून के बीच हड़कंप मचा है। फर्जीवाड़े की भनक जब मुखिया महबूब आलम को लगी तो उन्होंने सभी शिक्षकों का मानदेय बंद कर दिया बौखलाए शिक्षकों व प्रधानाध्यापक शाहीद रजा ने शिक्षक सुशील ऋषिदेव से एससी एसटी एक्ट के तहत तत्कालीन मुखिया महबूब आलम पर केस भी कर दिया। तत्काली मुख्यालय डीएसपी ने 30 जनवरी 16 को सुशील के पक्ष में मामले को सत्य ठहराते हुए अपना जांच प्रतिवेदन भी एसपी को सौंपकर पूर्व मुखिया महबूब आलम की गिरफ्तारी तक की बात कह दी थी। जबकि मामला शिक्षक नियोजन से जुड़ा हुआ था। डीआईजी ने फर्जीवाड़ा के उजागर के लिए उच्च स्तरीय जांच टीम के गठन का निर्देश दिया है जिसमें शिक्षा विभाग के अधिकारी को नोडल पदाधिकारी के तौर पर रखने को कहा गया है। डीआइजी ने शिक्षा विभाग के पदाधिकारी से अनुसंधानकर्ता को सहयोग लेने की बात कही है। यदि शिक्षा विभाग के अधिकारी सहयोग में गंभीरता नहीं दिखाऐंगे तो सीआईडी को मामला सौंपने की बात कही है। डीआइजी के हालिया निर्देश से हड़कंप मचा है।
Sponsored link : सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC

Recent Articles