सीतामढ़ी। शिक्षक नियोजन में फर्जी प्रमाण को बदले जाने के खेल का
खुलासा होने से सनसनी फैल गई है। जैसे जैसे फोल्डर उपलब्ध कराया जा रहा है,
फर्जीवाड़ा का खुलासा हो रहा है। शिक्षक के प्रमाण पत्र बदले जाने का
खुलासा होते ही निगरानी विभाग के इंस्पेक्टर विद्यानंद ने निगरानी विभाग
मुख्यालय से बीईओ के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराने का आदेश मांगा है।
क्या है प्रमाण पत्र बदले जाने का मामला?
रुन्नीसैदपुर प्रखंड में कार्यरत शिक्षकों द्वारा पूर्व में नियोजन इकाई को उपलब्ध कराया गया प्रमाण पत्र व फर्जीवाड़ा कर बाद में आवेदन पत्र में संलग्न प्रमाण पत्रों के मिलान के दौरान कई शिक्षकों के प्रमाण पत्र में अंतर पाया गया है। जानकारी अनुसार रुन्नीसैदपुर प्रखंड के स्कूलों में कार्यरत शिक्षिका इंदू , नीलम कुमारी, बीबी निशांत बेगम, ललीता देवी, वीणा कुमारी, अशा कुमारी, पंकज कुमार, रेखा कुमारी, रेणू कुमारी, रीहा कुमारी समेत शिक्षक व शिक्षिकाओं के प्रमाण पत्र बदले जाने का खुलासा हुआ है। पंकज कुमार, रेखा कुमारी, रेणू कुमारी, रीहा कुमारी, ललिता देवी के मेधा सूची में एचएसईपी देल्ही द्वारा निर्गत इंटरमीडिएट का प्रमाण पत्र उपलब्ध कराने का साक्ष्य मिला है। जिसके आधार पर मेधा सूची बनाया गया है। जबकि फर्जीवाड़ा कर बाद में आवेदन पत्र जमा कराया गया है। जिसमें इंटमीडिएट उतीर्ण का प्रमाण पत्र एमपीएमबीएसई जबलपुर से निर्गत संलग्न किया गया है। इसी प्रकार नीलम कुमारी, इंदू के इंटरमीडिएट अंक पत्र में मात्र 44 फीसदी अंक है। जबकि विभागीय निर्देश के आलोक में इंटरमीडिएट में 45 फीसदी से कम अंक प्राप्त करने वाले अभ्यर्थियों को नियोजन में शामिल नहीं किया जाना था। वहीं बीबी निशांत बेगम, ललीता देवी, वीणा देवी व आशा कुमारी का नाम मेधा सूची में शामिल ही नहीं है। उनका नियोजन भी कर लिया गया है और वेतन का भुगतान भी किया जा रहा है।
मामले को लेकर बीईओ के विरुद्ध होगी प्राथमिकी
शिक्षक नियोजन में इस तरह फर्जीवाड़ा कर प्रमाण पत्र बदले जाने व विभागीय निर्देश के विरुद्ध फर्जी नियोजन करने पर बीईओ के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराने की तैयारी शुरू कर दी गई है। निगरानी विभाग के इंस्पेक्टर ने मुख्यालय पटना से बीईओ के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराने का आदेश मांगा है।
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क्या है प्रमाण पत्र बदले जाने का मामला?
रुन्नीसैदपुर प्रखंड में कार्यरत शिक्षकों द्वारा पूर्व में नियोजन इकाई को उपलब्ध कराया गया प्रमाण पत्र व फर्जीवाड़ा कर बाद में आवेदन पत्र में संलग्न प्रमाण पत्रों के मिलान के दौरान कई शिक्षकों के प्रमाण पत्र में अंतर पाया गया है। जानकारी अनुसार रुन्नीसैदपुर प्रखंड के स्कूलों में कार्यरत शिक्षिका इंदू , नीलम कुमारी, बीबी निशांत बेगम, ललीता देवी, वीणा कुमारी, अशा कुमारी, पंकज कुमार, रेखा कुमारी, रेणू कुमारी, रीहा कुमारी समेत शिक्षक व शिक्षिकाओं के प्रमाण पत्र बदले जाने का खुलासा हुआ है। पंकज कुमार, रेखा कुमारी, रेणू कुमारी, रीहा कुमारी, ललिता देवी के मेधा सूची में एचएसईपी देल्ही द्वारा निर्गत इंटरमीडिएट का प्रमाण पत्र उपलब्ध कराने का साक्ष्य मिला है। जिसके आधार पर मेधा सूची बनाया गया है। जबकि फर्जीवाड़ा कर बाद में आवेदन पत्र जमा कराया गया है। जिसमें इंटमीडिएट उतीर्ण का प्रमाण पत्र एमपीएमबीएसई जबलपुर से निर्गत संलग्न किया गया है। इसी प्रकार नीलम कुमारी, इंदू के इंटरमीडिएट अंक पत्र में मात्र 44 फीसदी अंक है। जबकि विभागीय निर्देश के आलोक में इंटरमीडिएट में 45 फीसदी से कम अंक प्राप्त करने वाले अभ्यर्थियों को नियोजन में शामिल नहीं किया जाना था। वहीं बीबी निशांत बेगम, ललीता देवी, वीणा देवी व आशा कुमारी का नाम मेधा सूची में शामिल ही नहीं है। उनका नियोजन भी कर लिया गया है और वेतन का भुगतान भी किया जा रहा है।
मामले को लेकर बीईओ के विरुद्ध होगी प्राथमिकी
शिक्षक नियोजन में इस तरह फर्जीवाड़ा कर प्रमाण पत्र बदले जाने व विभागीय निर्देश के विरुद्ध फर्जी नियोजन करने पर बीईओ के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराने की तैयारी शुरू कर दी गई है। निगरानी विभाग के इंस्पेक्टर ने मुख्यालय पटना से बीईओ के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराने का आदेश मांगा है।
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