पटना : माध्यमिक स्कूलों में शिक्षकों की घोर कमी है, जिसके कारण बच्चों
की पढ़ाई काफी सालों से प्रभावित होती आ रही है। 32 हजार शिक्षकों की
बहाली जल्द पूरी की जाएगी। मंत्री डॉ. अशोक कुमार चौधरी ने कहा कि आज हमें
खुद से बोलना पड़ रहा है कि बिहार में शिक्षा में कोई सुधार नहीं हुआ।
सरकार की ओर से तमाम योजनाएं चलाने के बावजूद जमीनी स्तर पर ढंग से काम नहीं हो पा रहा है। इसके कारण सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे प्रतिभा होने के बावजूद कुछ नहीं कर पा रहे है। ये बातें सूबे के शिक्षा मंत्री डॉ. अशोक चौधरी ने कहीं। मौका था पटना कॉलोजिएट का 181वां स्थापना दिवस समारोह का। स्थापना दिवस के समारोह पर स्कूल के पूर्ववर्ती छात्र फिल्म अभिनेता कुणाल सिंह, पूर्व खाद्य मंत्री श्याम रजक, विधायक और मुख्य सचेतक विरोधी दल अरूण कुमार सिन्हा, विधायक नितिन नवीन, स्कूल की प्राचार्य डॉ. माधुरी द्विवेदी आदि ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि सरकार ने 1974 के बाद पहली बार कदाचार मुक्त परीक्षा राज्य में ली।
सरकारी स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नहीं
सरकारी विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता में कमी आई है। देश की आजादी के बाद दो चीजों में कोई विशेष बदलाव नहीं आया। शिक्षा और स्वास्थ्य दोनों की स्थिति दयनीय है। ऐसा नहीं है कि बिहार ही इसे अछूता राज्य है। दूसरे राज्यों में भी ऐसी स्थिति बनी हुई है। सरकारी स्कूलों में अपने बेटे को पढ़ाने के लिए कोई पैरवी नहीं करता, लेकिन प्राइवेट स्कूलों के लिए बहुत बात होती है। जब तक इन चीजों से बाहर नहीं निकल पाएंगे, तब तक यही व्यवस्था बनी रहेगी।
स्कूल के दिन याद कर भावुक हुए कुणाल : अभिनेता कुणाल सिंह ने स्थापना दिवस के मौके पर बचपन के दिनों को याद करते हुए भावुक हो गए। उन्होंने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि जब तक आप अपने शिक्षकों का आदर करना नहीं सीखेंगे तब तक आपका विकास नहीं हो सकता। पूर्व मंत्री श्याम रजक ने कहा कि विद्यालय हमारे लिए तीर्थ के समान है। मंत्री ने कहा कि बचपन में जब भी स्कूल से गुजरता तो यहां पढ़ने का बहुत मन करता। उस जमाने में पटना का एक मात्र स्कूल था जहां अंग्रेजी की पढ़ाई हुआ करती थी। यहां पर नामांकन होना बच्चों के साथ अभिभावकों के लिए गौरव की बात होती थी। विधायक नितिन नवीन एवं अरूण कुमार सिन्हा ने कहा कि विद्यालय की गौरवमयी इतिहास को बनाए रखने के लिए सभी के प्रयास की जरूरत है।
17-18 दिसम्बर को पूर्ववर्ती छात्र मिलन समारोह : विद्यालय के डॉ. अशोक आनंद व प्राचार्य डॉ. माधुरी द्विवेदी ने कहा कि आगामी 17 एवं 18 दिसम्बर को पूर्ववर्ती छात्र मिलन समारोह का आयोजन विद्यालय में होगा। इसमें देश-विदेश से रहने वाले पूर्ववर्ती छात्र समारोह का हिस्सा लेकर सम्मेलन को यादगार बनाएंगे। कार्यक्रम के मौके पर पुस्तक का भी लोकार्पण हुआ। मौके पर डॉ. प्रेमेन्द्र प्रियदर्शी, डॉ. प्रो. कल्याणी सिंह, कृष्णानंद सिंह सहित स्कूल के शिक्षक मौजूद थे।
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सरकार की ओर से तमाम योजनाएं चलाने के बावजूद जमीनी स्तर पर ढंग से काम नहीं हो पा रहा है। इसके कारण सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे प्रतिभा होने के बावजूद कुछ नहीं कर पा रहे है। ये बातें सूबे के शिक्षा मंत्री डॉ. अशोक चौधरी ने कहीं। मौका था पटना कॉलोजिएट का 181वां स्थापना दिवस समारोह का। स्थापना दिवस के समारोह पर स्कूल के पूर्ववर्ती छात्र फिल्म अभिनेता कुणाल सिंह, पूर्व खाद्य मंत्री श्याम रजक, विधायक और मुख्य सचेतक विरोधी दल अरूण कुमार सिन्हा, विधायक नितिन नवीन, स्कूल की प्राचार्य डॉ. माधुरी द्विवेदी आदि ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि सरकार ने 1974 के बाद पहली बार कदाचार मुक्त परीक्षा राज्य में ली।
सरकारी स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नहीं
सरकारी विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता में कमी आई है। देश की आजादी के बाद दो चीजों में कोई विशेष बदलाव नहीं आया। शिक्षा और स्वास्थ्य दोनों की स्थिति दयनीय है। ऐसा नहीं है कि बिहार ही इसे अछूता राज्य है। दूसरे राज्यों में भी ऐसी स्थिति बनी हुई है। सरकारी स्कूलों में अपने बेटे को पढ़ाने के लिए कोई पैरवी नहीं करता, लेकिन प्राइवेट स्कूलों के लिए बहुत बात होती है। जब तक इन चीजों से बाहर नहीं निकल पाएंगे, तब तक यही व्यवस्था बनी रहेगी।
स्कूल के दिन याद कर भावुक हुए कुणाल : अभिनेता कुणाल सिंह ने स्थापना दिवस के मौके पर बचपन के दिनों को याद करते हुए भावुक हो गए। उन्होंने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि जब तक आप अपने शिक्षकों का आदर करना नहीं सीखेंगे तब तक आपका विकास नहीं हो सकता। पूर्व मंत्री श्याम रजक ने कहा कि विद्यालय हमारे लिए तीर्थ के समान है। मंत्री ने कहा कि बचपन में जब भी स्कूल से गुजरता तो यहां पढ़ने का बहुत मन करता। उस जमाने में पटना का एक मात्र स्कूल था जहां अंग्रेजी की पढ़ाई हुआ करती थी। यहां पर नामांकन होना बच्चों के साथ अभिभावकों के लिए गौरव की बात होती थी। विधायक नितिन नवीन एवं अरूण कुमार सिन्हा ने कहा कि विद्यालय की गौरवमयी इतिहास को बनाए रखने के लिए सभी के प्रयास की जरूरत है।
17-18 दिसम्बर को पूर्ववर्ती छात्र मिलन समारोह : विद्यालय के डॉ. अशोक आनंद व प्राचार्य डॉ. माधुरी द्विवेदी ने कहा कि आगामी 17 एवं 18 दिसम्बर को पूर्ववर्ती छात्र मिलन समारोह का आयोजन विद्यालय में होगा। इसमें देश-विदेश से रहने वाले पूर्ववर्ती छात्र समारोह का हिस्सा लेकर सम्मेलन को यादगार बनाएंगे। कार्यक्रम के मौके पर पुस्तक का भी लोकार्पण हुआ। मौके पर डॉ. प्रेमेन्द्र प्रियदर्शी, डॉ. प्रो. कल्याणी सिंह, कृष्णानंद सिंह सहित स्कूल के शिक्षक मौजूद थे।
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