पटना। बिहार के टॉपर घोटाले मे जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ती जा रही है वैसे-वैसे शिक्षा को बदनाम कर छात्रों के भविष्य से खेलने वालों के काले कारनामों का चिठ्ठा खुल रहा है। इसी बीच राज्य के चार कॉलेजों की मान्यता रद कर दी गई। खैर अब क्या फायदा लालकेश्वर ने पैसा तो कमा ही लिया। पैसा वो भी एक दो लाख नहीं पूरे के पूरे 100 करोड़।
घोटाले की जांच कर रही एसआईटी टीम में एक बार फिर इस मामले में बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि सिर्फ बच्चा राय के कॉलेज ही नहीं बल्कि सूबे के 100 से ज्यादा कॉलेज और स्कूल फर्जीवाड़े की लिस्ट में शामिल हो सकते हैं। दरअसल 100 से ज्यादा स्कूल कॉलेज को लाल केश्वर सिंह ने नियमों को ताक पर रखकर मानता देती थी। अब टीम ने ऐसे कॉलेज की जांच के साथ-साथ परीक्षा समिति के कुछ और अफसरों पर अपनी निगाह टेढ़ी कर ली हैं।
एसआईटी टीम के प्रमुख एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि लालकेश्वर, उषा और प्रभात जायसवाल को बुधवार को तीन दिनों की पुलिस रिमांड पर ले लिया गया है। इन तीनों ने पूछताछ में कई अहम राज उगले हैं। साथ ही पूछताछ मे यह पता चला है कि लालकेश्वर और उषा ने स्कूल कॉलेज फर्जी मानता देते हुए अकुल संपत्ति का मालिक बन बैठा है। इन दोनों का दिल्ली में और नालंदा के हिलसा में शॉपिंग कॉम्प्लेक्स हैं।
चार कॉलेजों का मान्यता रद
वैशाली जिले के चार इंटर कॉलेज की मान्यता रद कर दी गई है। चारों कॉलेज के प्रबंधन पर प्राथमिकी भी दर्ज होगी प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश पटना प्रमंडल के आयुक्त आनंद किशोर जो बिहार विश्व विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष भी हैं, ने दिया है।
ये चार कॉलेज हैं-
संत कबीर महंत राम दयाल दास महाविद्यालय
संजय सिंह प्लस टू उच्च माध्यमिक विद्यालय
वासुदेव सिंह इंटर कॉलेज
रामा विदेशी सिंह महाविद्यालय
आपको बताते चलें कि इन 4 कॉलेजों के प्रतिनिधियों ने इंटर की परीक्षा में मनचाहा रिजल्ट दिलवाने का दावा किया था। इसे बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंदकिशोर ने काफी गंभीरता से लेते हुए मामले की जांच के लिए 3 सदस्य कमिटी बनाई थी।
Sponsored link :
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
घोटाले की जांच कर रही एसआईटी टीम में एक बार फिर इस मामले में बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि सिर्फ बच्चा राय के कॉलेज ही नहीं बल्कि सूबे के 100 से ज्यादा कॉलेज और स्कूल फर्जीवाड़े की लिस्ट में शामिल हो सकते हैं। दरअसल 100 से ज्यादा स्कूल कॉलेज को लाल केश्वर सिंह ने नियमों को ताक पर रखकर मानता देती थी। अब टीम ने ऐसे कॉलेज की जांच के साथ-साथ परीक्षा समिति के कुछ और अफसरों पर अपनी निगाह टेढ़ी कर ली हैं।
एसआईटी टीम के प्रमुख एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि लालकेश्वर, उषा और प्रभात जायसवाल को बुधवार को तीन दिनों की पुलिस रिमांड पर ले लिया गया है। इन तीनों ने पूछताछ में कई अहम राज उगले हैं। साथ ही पूछताछ मे यह पता चला है कि लालकेश्वर और उषा ने स्कूल कॉलेज फर्जी मानता देते हुए अकुल संपत्ति का मालिक बन बैठा है। इन दोनों का दिल्ली में और नालंदा के हिलसा में शॉपिंग कॉम्प्लेक्स हैं।
चार कॉलेजों का मान्यता रद
वैशाली जिले के चार इंटर कॉलेज की मान्यता रद कर दी गई है। चारों कॉलेज के प्रबंधन पर प्राथमिकी भी दर्ज होगी प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश पटना प्रमंडल के आयुक्त आनंद किशोर जो बिहार विश्व विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष भी हैं, ने दिया है।
ये चार कॉलेज हैं-
संत कबीर महंत राम दयाल दास महाविद्यालय
संजय सिंह प्लस टू उच्च माध्यमिक विद्यालय
वासुदेव सिंह इंटर कॉलेज
रामा विदेशी सिंह महाविद्यालय
आपको बताते चलें कि इन 4 कॉलेजों के प्रतिनिधियों ने इंटर की परीक्षा में मनचाहा रिजल्ट दिलवाने का दावा किया था। इसे बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंदकिशोर ने काफी गंभीरता से लेते हुए मामले की जांच के लिए 3 सदस्य कमिटी बनाई थी।
Sponsored link :
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC