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यहां नौ में छह शिक्षकों को दे दिया जाता है अवकाश

 खगड़िया। अलौली प्रखंड में शिक्षा व्यवस्था चरमरा कर रह गई है। जहां विद्यालयों का न तो सही ढंग से संचालन होता है और न ही सरकारी निर्देश का पालन ही हो रहा है। यहां आकर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के दावे की पोल खुल जाती है।

विद्यालयों में वर्ग संचालन की कौन कहे शिक्षक तक बिना सूचना के गायब रहते हैं या विलंब से आते हैं। कोरोना के नियमों का पालन नहीं किया जाता है। जागरण टीम ने शनिवार को कुछ विद्यालयों का ऑन द स्पॉट जायजा लिया। कई खामियां उजागर हुई। टीम 10 बजकर 25 मिनट पर अलौली के हरिपुर कन्या मध्य विद्यालय पहुंची। विद्यालय तो खुला हुआ दिखा। विद्यालय में कुछ शिक्षक भी थे पर विद्यार्थी नदारद थे। विद्यालय में कुल तीन शिक्षक उपस्थित थे। पूछने पर पता चला कि यहां नौ शिक्षक पदस्थापित हैं। जिसमें शिक्षक प्रमोद कुमार, निर्मला कुमारी व कुमारी संगीता सिन्हा उपस्थित थे। अन्य शिक्षकों के बाबत पूछने पर सीधे कहा गया कि अवकाश पर हैं। अब सवाल उठता है कि नौ में छह शिक्षकों को आखिर कैसे अवकाश दे दिया जाता है। बच्चों की उपस्थिति को लेकर कहा गया कि वे आ रहे हैं। विद्यालय के पुराने भवन का स्थानीय लोगों ने अतिक्रमण कर रखा है।

इस विद्यालय का जायजा लेने के बाद टीम 10 बजकर 40 मिनट पर मध्य विद्यालय निस्ता हरिपुर पहुंची। यहां विद्यालय खुला था। कई बच्चे बाहर खेल रहे थे। विद्यालय में चार शिक्षक उपस्थित दिखे। पूछने पर पता चला कि यहां कुल 12 शिक्षक पदस्थापित हैं। अनुपस्थित शिक्षकों के बाबत जब प्रधानाध्यापक मनोज कुमार से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि दो शिक्षक अवकाश में हैं। शेष के बारे में अभी तक कोई सूचना नहीं मिली है। हो सकता है विलंब से आएं या नहीं आएं। 

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