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टालमटोल:शिक्षक के अभाव में 12 साल बाद भी शुरू नहीं हुई पढ़ाई

 महंत सुखराम दास उच्च विद्यालय गढ़पुरा को साल 2008-09 में अपग्रेड कर प्लस टू का दर्जा तो दिया गया। मगर लगभग 12 साल बीतने के बाद भी पढ़ाई तो दूर नामांकन तक शुरू नहीं हो सका। जबकि सरकार ने उपस्कर, प्रयोगशाला समेत भवन निर्माण के लिए 26 लाख रुपए भी आवंटित कर दी थी। प्लस टू की पढ़ाई के लिए चार कमरे का भवन बना।

बेंच-डेस्क व प्रयोगशाला का सामान भी खरीदा गया। पर पढ़ाई शुरू नहीं हो सकी। गढ़पुरा हाई स्कूल को प्लस टू का दर्जा मिलने पर लोगों को यह आशा जगी थी कि पढ़ाई शुरू होने से छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में कठिनाई नहीं होगी तथा आसानी से नामांकन हो सकेगा। मगर शिक्षक के अभाव में लोगों की उम्मीद पर पानी फिर गया। प्रभारी प्रधानाध्यापक शिव शंकर महतो बताते हैं कि साल 2008-09 में प्लस टू का दर्जा मिला था। मगर अभी तक इंटर का कोड नहीं मिल पाया है। शिक्षक की भी कमी है। पूर्व प्रधानाध्यापक के द्वारा कोड व शिक्षक के लिए कई बार जिला शिक्षा पदाधिकारी को लिखा गया। मगर अभी तक ना तो कोड मिल सका है ना ही शिक्षक की कमी दूर की गई है। इंटर का कोड नहीं मिलने व शिक्षक की कमी के कारण इंटर की पढ़ाई शुरू नहीं हो सकी है। प्रभारी एचएम ने बताया कि 9वीं और 10वीं दोनों क्लास में कुल 911 छात्र-छात्रा नामांकित हैं। नौवीं क्लास में 344 छात्र - छात्रा है। जिसमें 48 छात्रा व 296 छात्र हैं। वहीं दसवीं क्लास में 567 विद्यार्थी नामांकित हैं। जिसमें 136 छात्रा व 431 छात्र शामिल हैं। प्रभारी एचएम ने बताया कि 911 छात्र - छात्रा पर प्रभारी समेत मात्र 6 शिक्षक हैं। जिसमें एक टीचर विज्ञान के, सामाजिक विज्ञान के 2 टीचर, दो शारीरिक शिक्षक हैं। जबकि प्रभारी एचएम खुद गणित व भौतिकी पढ़ाते हैं। विद्यालय में दो परिचारी हैं।

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