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बैंक ने लोन वापस करने का बनाया दबाव, बिहार में शिक्षक ने इज्जत खोने के भय से जहर खाकर दे दी जान

 कोरोना काल का कहर अभी तक खत्म नहीं हुआ है. कोरोना काल में आर्थिक मंदी से पूरा देश जूझ रहा था. कई ऐसे सेक्टर हैं जो आज भी इस मंदी से पूरी तरह से नहीं उबर पाये हैं. भागलपुर जिला में शुक्रवार को केमिस्ट्री के शिक्षक सीबी सिंह उर्फ चंद्र भूषण सिंह ने जहर खाकर अपनी जान दे दी. कोरोना काल में लगे लॉकडाउन के दौरान शिक्षण संस्थानों के बंद होने के बाद 4 जनवरी को संस्थानों को खोलने का निर्देश दिया गया.

लगातार 9 माह तक शिक्षण संस्थानों के बंद होने का सीधा असर निजी शिक्षण संस्थानों पर पड़ा. शिक्षक सहित कोचिंग और निजी स्कूल आदि शिक्षण संस्थानों के संचालक घोर आर्थिक मंदी से जूझ रहे थे. इसी बीच बैंकों से लोन लेने वाले शिक्षकों पर इएमआइ भरने का दबाव बनाया जा रहा था. भागलपुर के सराय स्थित स्वामी विवेकानंद कॉलोनी में रहने वाले चर्चित केमिस्ट्री शिक्षक सीबी सिंह पर लोन वापसी के लिए इएमआइ भरने का दबाव बनाया गया.एक बार तो बैंककर्मी उनके घर पहुंच गये.

इस बात से आहत होकर उनके छात्रों और निजी कोचिंग संस्थान एसोसिएशन से जुड़े शिक्षकों ने बैंक पहुंच हंगामा भी किया. मामले में बैंक अधिकारियों द्वारा समझौता किया गया. मार्च माह में पैसों को वापस करने की बात पर सहमति बनी. पर इसी बीच शिक्षण संस्थानों के 4 जनवरी 2021 को दोबारा खुलने के बाद बैंक ने दोबारा सीबी सिंह को लोन के पैसों को चुकाने के लिए एक नोटिस भेज दिया. इस बात से आहत हो व फिर से बेइज्जत होने की आशंका को लेकर सीबी सिंह ने शुक्रवार सुबह अपने घर पर ही जहर खा लिया. 

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