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फर्जी शिक्षक पर कार्रवाई में विलंब पर अनिश्चितकालीन अनशन

मधुबनी। बासोपट्टी के बुंदेलखंड गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत शिक्षक रुप सागर तिवारी पर फर्जी नियोजन का आरोप लगाते हुए नवेंद्र कुमार चौधरी ने रविवार को प्रखंड कार्यालय पर अनशन शुरू किया। यह कार्रवाई होने तक जारी रहेगा।
उन्होंने अनशन की जानकारी प्रखंड विकास पदाधिकारी समेत अन्य कई पदाधिकारियों को दे चुके हैं। आरोप लगाया है कि उक्त शिक्षक वर्ष 2006 में हुए शिक्षक नियोजन में फर्जी प्रमाण पत्र पर नियोजन इकाई की मिलीभगत से नौकरी पा ली। इससे सरकार को लाखों रुपए का चूना लगा दिया। नियोजन इकाई के सभी सदस्यों पर प्राथमिकी दर्ज कर उचित कार्रवाई एवं गिरफ्तारी, फर्जी शिक्षक एवं साजिश रचने वाले उक्त शिक्षक के पति श्याम नन्दन तिवारी को बर्खास्त कर गिरफ्तार करने और सरकारी राशि की वसूली करने तक अनशन जारी रहेगा। अनशन स्थल पर मजिस्ट्रेट की प्रतिनियुक्त कर दी गई है।

अनशनकारी ने बताया की आरटीआइ से उक्त शिक्षक के विषय में बताया गया है कि मध्यमा परीक्षा वर्ष 1978 में विनोद तारा संस्कृत उच्च विद्यालय मंगरौनी से द्वितीय श्रेणी से उत्तीर्ण हुए। इसमें जन्म तिथि 12 जनवरी 1966 है। वहीं नियोजन मेघा सूची में क्रमांक चार पर जन्म तिथि 16 जून 1967 है। वहीं चरित्र प्रमाण पत्र पर 12 जुलाई 1966 है। इंटर की परीक्षा उत्तीर्ण होने का वर्ष 1991 है और पंजीकरण का वर्ष 1982 है। यहां मालूम हो कि शिक्षा विभाग के अनुसार पंजीकरण तीन वर्ष तक ही मान्य है। इस कारण यह अवैध माना जाता है। इस संबंध में कामेश्वर सिह संस्कृत विश्वविद्यालय से प्राप्त सूचना में उपरोक्त जन्म तिथि से अलग जन्म तिथि होने की जानकारी दी गई है। 

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