पटना. एनआईओएस से डीएलएड कर चुके शिक्षक शिक्षक नियोजन
प्रक्रिया में हिस्सा नहीं ले पाएंगे। 18 सितंबर से शुरू हो रही शिक्षक
नियोजन प्रक्रिया पर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव आरके महाजन ने एनसीटीई
से दिशा-निर्देश मांगा था।
एनसीटीई ने स्पष्ट किया है कि पहली से आठवीं तक के शिक्षक बनने लिए न्यूनतम दो साल की अवधि का डिप्लोमा इन एलिमेंट्री कोर्स अनिवार्य है। जबकि एनआईओएस में इस कोर्स की अवधि 18 माह थी। बिहार में 2.17 लाख शिक्षक पास हुए थे। यह व्यवस्था वैसे अप्रशिक्षित शिक्षकों के लिए थी, जो 10 अगस्त 2017 से पहले नियुक्त हुए थे। इसलिए नए शिक्षकों के नियोजन में ये भाग नहीं ले पाएंगे। टीईटी पास हाेना भी अनिवार्य है।
एनसीटीई ने स्पष्ट किया है कि पहली से आठवीं तक के शिक्षक बनने लिए न्यूनतम दो साल की अवधि का डिप्लोमा इन एलिमेंट्री कोर्स अनिवार्य है। जबकि एनआईओएस में इस कोर्स की अवधि 18 माह थी। बिहार में 2.17 लाख शिक्षक पास हुए थे। यह व्यवस्था वैसे अप्रशिक्षित शिक्षकों के लिए थी, जो 10 अगस्त 2017 से पहले नियुक्त हुए थे। इसलिए नए शिक्षकों के नियोजन में ये भाग नहीं ले पाएंगे। टीईटी पास हाेना भी अनिवार्य है।