शाजापुर. शासकीय स्कूलों में बच्चों को पर्याप्त शिक्षा मिल सके, इसके लिए
शासन स्तर पर अनेकों प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन बच्चों को शिक्षक ही
नहीं मिलेगा तो बच्चे पढ़ाई के कैसे कर पाएंगे। ग्राम देवलाबिहार के मावि
में ऐसे ही शिक्षकों की कमी से विद्यार्थी पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं।
परीक्षा नजदीक देख विद्यार्थियों ने कलेक्टर से शिक्षक की व्यवस्था करने की
मांग की है।
उच्चतर मावि देवला बिहार अनेक विद्यार्थी मंगलवार को कलेक्टोरेट पहुंचे और कलेक्टर से शिक्षक की व्यवस्था करने की मांग की। विद्यार्थियों ने बताया कि उच्चतर मावि देवला बिहार गणित और भौतिकी के शिक्षक नहीं है। साथ ही अंग्रेजी, जीव विज्ञान, हिंदी, समाज शास्त्र, संस्कृत के वर्ग एक के पद भी खाली है। अन्य विषय की जैसे तैसे पढ़ाई की जा रही है, लेकिन गणित और भौतिकी विषय के शिक्षक नहीं होने से अभी तक कोर्स की शुरुआत भी नहीं हो पाई है। विद्यार्थियों ने तीन दिन बाद परीक्षा शुरू होने वाली ऐसे में हम लोग कैसे परीक्षा दे पाएंगे। स्कूल में कोई अतिथि शिक्षक भी नहीं पहुंचा है। विद्यार्थियों ने कलेक्टर से जल्द ही शिक्षक की व्यवस्था करने की मांग की। जिस पर कलेक्टर ने तत्काल जिला शिक्षा अधिकारी को स्कूल में शिक्षक की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। डीईओ ने जल्द ही कार्रवाई करने की बात कही है।
आक्या चौहानी मामले में सौंपा ज्ञापन
आक्या चौहानी में धार्मिक स्थल पर हजारों लोगों की भीड़ लगती थी। इस दौरान अनेकों अव्यवस्थाएं सामने आई थी। जिस पर कलेक्टर ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को समिति बनाने को कहा था। मंगलवार को भालूखेड़ा, बापचा, दिल्लोद, आक्या, चौहानी ग्राम के ग्रामीण पहुंचे और कलेक्टर से पंडा गोपाल नागर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। ग्रामीणों का कहना था कि प्रस्तावित समिति के बगैर ही पंड़ाजी अन्य जगह खेत पर बैठक कर रहे हैं, जिसकी हमारी जवाबदारी नहीं होगी। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि शाजापुर का एक व्यक्ति समिति का पंजीयन कराने के लिए ५५०० रुपए और कागज लेकर गया था, जिसने तीन दिन में पंजीयन कराने का कहा था, लेकिन वह लौटकर नहीं आया।
जनसुनवाई में आए १४० आवेदन
मंगलवार को कलेक्टोरेट में आयोजित जनसुनवाई में 140 आवेदको ने विभिन्न समस्याओं से संबंधित आवेदन दिए। जनसुनवाई कलेक्टर डॉ. वीरेन्द्र सिंह रावत ने की। इस मौके पर अपर कलेक्टर मंजूषा विक्रांत राय, एसडीएम यूएस मरावी, डिप्टी कलेक्टर प्रियंका वर्मा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
ग्रामीण बोले- बिजली गुल होने पर सुधार का कहो तो रुपए मांगते हैं कर्मचारी
गुलाना तहसील के ग्राम खामखेड़ा के अनेकों ग्रामीण मंगलवार को जनसुनवाई में पहुंचे और बिजलीकर्मियों पर आरोप लगाते हुए बिजली बिल में असमानता की शिकातय की। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में किसी को ७ रुपए तो किसी को ८-९ रुपए प्रति यूनिट की दर से बिजली बिल दिए जा रहे हैं। अनेक घरों में मीटर चेक किए बगैर ही आंकलित खपत के बिल दिए जाते हैं। जिससे ग्रामीण परेशानी है। ग्रामीणों बिजली कर्मचारियों को आरोप लगाते हुए कहा कि बिजली गुल होने पर कर्मचारी बिजली सुधारने के लिए पैसे की मांग करते है। साथ ही दुव्र्यवहार किया जाता है। इस दौरान अनेक ग्रामीण मौजूद थे।
उच्चतर मावि देवला बिहार अनेक विद्यार्थी मंगलवार को कलेक्टोरेट पहुंचे और कलेक्टर से शिक्षक की व्यवस्था करने की मांग की। विद्यार्थियों ने बताया कि उच्चतर मावि देवला बिहार गणित और भौतिकी के शिक्षक नहीं है। साथ ही अंग्रेजी, जीव विज्ञान, हिंदी, समाज शास्त्र, संस्कृत के वर्ग एक के पद भी खाली है। अन्य विषय की जैसे तैसे पढ़ाई की जा रही है, लेकिन गणित और भौतिकी विषय के शिक्षक नहीं होने से अभी तक कोर्स की शुरुआत भी नहीं हो पाई है। विद्यार्थियों ने तीन दिन बाद परीक्षा शुरू होने वाली ऐसे में हम लोग कैसे परीक्षा दे पाएंगे। स्कूल में कोई अतिथि शिक्षक भी नहीं पहुंचा है। विद्यार्थियों ने कलेक्टर से जल्द ही शिक्षक की व्यवस्था करने की मांग की। जिस पर कलेक्टर ने तत्काल जिला शिक्षा अधिकारी को स्कूल में शिक्षक की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। डीईओ ने जल्द ही कार्रवाई करने की बात कही है।
आक्या चौहानी मामले में सौंपा ज्ञापन
आक्या चौहानी में धार्मिक स्थल पर हजारों लोगों की भीड़ लगती थी। इस दौरान अनेकों अव्यवस्थाएं सामने आई थी। जिस पर कलेक्टर ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को समिति बनाने को कहा था। मंगलवार को भालूखेड़ा, बापचा, दिल्लोद, आक्या, चौहानी ग्राम के ग्रामीण पहुंचे और कलेक्टर से पंडा गोपाल नागर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। ग्रामीणों का कहना था कि प्रस्तावित समिति के बगैर ही पंड़ाजी अन्य जगह खेत पर बैठक कर रहे हैं, जिसकी हमारी जवाबदारी नहीं होगी। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि शाजापुर का एक व्यक्ति समिति का पंजीयन कराने के लिए ५५०० रुपए और कागज लेकर गया था, जिसने तीन दिन में पंजीयन कराने का कहा था, लेकिन वह लौटकर नहीं आया।
जनसुनवाई में आए १४० आवेदन
मंगलवार को कलेक्टोरेट में आयोजित जनसुनवाई में 140 आवेदको ने विभिन्न समस्याओं से संबंधित आवेदन दिए। जनसुनवाई कलेक्टर डॉ. वीरेन्द्र सिंह रावत ने की। इस मौके पर अपर कलेक्टर मंजूषा विक्रांत राय, एसडीएम यूएस मरावी, डिप्टी कलेक्टर प्रियंका वर्मा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
ग्रामीण बोले- बिजली गुल होने पर सुधार का कहो तो रुपए मांगते हैं कर्मचारी
गुलाना तहसील के ग्राम खामखेड़ा के अनेकों ग्रामीण मंगलवार को जनसुनवाई में पहुंचे और बिजलीकर्मियों पर आरोप लगाते हुए बिजली बिल में असमानता की शिकातय की। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में किसी को ७ रुपए तो किसी को ८-९ रुपए प्रति यूनिट की दर से बिजली बिल दिए जा रहे हैं। अनेक घरों में मीटर चेक किए बगैर ही आंकलित खपत के बिल दिए जाते हैं। जिससे ग्रामीण परेशानी है। ग्रामीणों बिजली कर्मचारियों को आरोप लगाते हुए कहा कि बिजली गुल होने पर कर्मचारी बिजली सुधारने के लिए पैसे की मांग करते है। साथ ही दुव्र्यवहार किया जाता है। इस दौरान अनेक ग्रामीण मौजूद थे।