अररिया। बिहार राज्य वित्त रहित संयुक्त संघर्ष मोर्चा पटना के आह्वान पर
पूरे बिहार के वित्त रहित शिक्षकों ने एक दिवसीय सांकेतिक हड़ताल की। अररिया
मिल्लिया डिग्री कॉलेज में भी मोर्चा के आह्वान पर सोमवार को कॉलेज परिसर
में एक दिवसीय सांकेतिक हड़ताल किया।
जिसमें कॉलेज के सभी शिक्षक ,शिक्षकेतर कर्मचारी शामिल हुए। इनकी मुख्य मांगों में समान काम समान वेतन, पांच वर्ष से बकाया अनुदान राशि का अविलंब भुगतान, सेवा की उम्र पांच साल और बढ़ाने की मांग, सेवा समाप्ति के बाद अन्य सुविधा आदि मांग शामिल है। मोर्चा से जुड़े लोगों ने कहा आज हमलोगों की स्थिति बंधुआ मजदूर से बदतर है। सरकार ने हम लोगों के साथ जो नाइंसाफी की है जिस कारण हमारी तीन पीढ़ी बर्बाद हो गई। मोर्चा ने कहा अगर हमारी मांगो पर सहानभूति पूर्वक विचार कर समाधान नही किया गया तो चरणवद्ध आंदोलन किया जाएगा। अल शम्स मिल्लिया डिग्री कॉलेज अररिया में हड़ताल पर बैठने वालों में प्रिसिपल प्रो. रकीब अहमद, प्रो. रफी हैदर, प्रो. जावेद अहमद, प्रो. जगदीश शर्मा, प्रो. इम्तिया•ा रब, प्रो. हकीमउद्दीन, प्रो मनोरंजन वर्मा, प्रो. अब्दुल मन्नान, प्रो. विद्यानंद विश्वास, प्रो. अबरार अहमद सिद्दीकी, अनवार आलम, कुतुबुद्दीन, मंजूर आलम आलम, ,आरिफ आदि शामिल थे।
जिसमें कॉलेज के सभी शिक्षक ,शिक्षकेतर कर्मचारी शामिल हुए। इनकी मुख्य मांगों में समान काम समान वेतन, पांच वर्ष से बकाया अनुदान राशि का अविलंब भुगतान, सेवा की उम्र पांच साल और बढ़ाने की मांग, सेवा समाप्ति के बाद अन्य सुविधा आदि मांग शामिल है। मोर्चा से जुड़े लोगों ने कहा आज हमलोगों की स्थिति बंधुआ मजदूर से बदतर है। सरकार ने हम लोगों के साथ जो नाइंसाफी की है जिस कारण हमारी तीन पीढ़ी बर्बाद हो गई। मोर्चा ने कहा अगर हमारी मांगो पर सहानभूति पूर्वक विचार कर समाधान नही किया गया तो चरणवद्ध आंदोलन किया जाएगा। अल शम्स मिल्लिया डिग्री कॉलेज अररिया में हड़ताल पर बैठने वालों में प्रिसिपल प्रो. रकीब अहमद, प्रो. रफी हैदर, प्रो. जावेद अहमद, प्रो. जगदीश शर्मा, प्रो. इम्तिया•ा रब, प्रो. हकीमउद्दीन, प्रो मनोरंजन वर्मा, प्रो. अब्दुल मन्नान, प्रो. विद्यानंद विश्वास, प्रो. अबरार अहमद सिद्दीकी, अनवार आलम, कुतुबुद्दीन, मंजूर आलम आलम, ,आरिफ आदि शामिल थे।