सहरसा। कोसी प्रमंडल में शिक्षक नियोजन में फर्जीवाड़ा का परत-दर-परत खुलासा
हो रहा है। अबतक प्रमंडल के तीनों जिले में 140 शिक्षकों, कई पंचायत सचिव
समेत अन्य पर विभिन्न थानों में प्राथमिकी दर्ज कराई जा चुकी है। जबकि
शनिवार को नवहट्टा में फर्जी तरीके से नियोजित 24 शिक्षकों के नियोजन को रद
करने का आदेश कोसी प्रमंडल के क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक ने दिया है।
इस मामले में नियोजन इकाई के खिलाफ भी कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है। जांच में पाई गई गड़बड़ी नवहट्टा के प्रखंड नियोजन इकाई द्वारा टीईटी उत्तीर्ण 24 अभ्यर्थियों का नियोजन जून माह में की गई थी। नियोजन में गड़बड़ी की शिकायत आयुक्त के पास होने के बाद मामले की जांच एडीएम द्वारा की गई। एडीएम द्वारा सौंपे गये जांच रिपोर्ट में काउंसि¨लग प्रक्रिया व मेधा सूची पर सवाल उठाते हुए नियोजन को नियम के विपरीत बताया था। जिसके बाद आयुक्त ने सभी 24 शिक्षकों के नियोजन को रद करने का आदेश दिया। जिस आदेश के आलोक में क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक ने नियोजन को रद करने का आदेश डीपीओ को दिया है। जबकि नियोजन इकाई पर भी विधि सम्मत कार्रवाई करने को कहा गया है। इनमें कन्या मध्य विद्यालय नवहट्टा, मध्य विद्यालय मुरादपुर, मवि मोहनपुर, मवि चौतारा, मवि औरिया रमौती, मवि भकुआ के शिक्षक शामिल हैं निगरानी विभाग कर रही है जांच नवहट्टा मामले की निगरानी विभाग द्वारा भी जांच की जा रही है। नियोजन रद होने के बाद इस मामले में निगरानी विभाग के पुलिस निरीक्षक जितेंद्र कुमार द्वारा भी निगरानी को रिपोर्ट सौंपा जाएगा। उन्होंने बताया कि जांच चल रही है। इस मामले में जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ रिपोर्ट किया जाएगा। वहीं निगरानी विभाग के जांच के बाद तीनों जिले में करीब 140 शिक्षकों व नियोजन इकाई पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। नवहट्टा मामले की जांच निगरानी विभाग के इंस्पेक्टर द्वारा किया जा रहा है। रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। सुपौल में हाल में भी जांच के बाद प्राथमिकी निगरानी विभाग द्वारा दर्ज कराई गई है। -सुबोध कुमार विश्वास, एसपी, निगरानी विभाग कोट आयुक्त के आदेश पर सभी 24 शिक्षकों का नियोजन रद करने का आदेश दिया गया है। इस मामले में संबंधित शिक्षक व नियोजन इकाई पर भी विधि सम्मत कार्रवाई का निर्देश दिया गया है। -मो. तकीउद्दीन, क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक, सहरसा।
इस मामले में नियोजन इकाई के खिलाफ भी कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है। जांच में पाई गई गड़बड़ी नवहट्टा के प्रखंड नियोजन इकाई द्वारा टीईटी उत्तीर्ण 24 अभ्यर्थियों का नियोजन जून माह में की गई थी। नियोजन में गड़बड़ी की शिकायत आयुक्त के पास होने के बाद मामले की जांच एडीएम द्वारा की गई। एडीएम द्वारा सौंपे गये जांच रिपोर्ट में काउंसि¨लग प्रक्रिया व मेधा सूची पर सवाल उठाते हुए नियोजन को नियम के विपरीत बताया था। जिसके बाद आयुक्त ने सभी 24 शिक्षकों के नियोजन को रद करने का आदेश दिया। जिस आदेश के आलोक में क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक ने नियोजन को रद करने का आदेश डीपीओ को दिया है। जबकि नियोजन इकाई पर भी विधि सम्मत कार्रवाई करने को कहा गया है। इनमें कन्या मध्य विद्यालय नवहट्टा, मध्य विद्यालय मुरादपुर, मवि मोहनपुर, मवि चौतारा, मवि औरिया रमौती, मवि भकुआ के शिक्षक शामिल हैं निगरानी विभाग कर रही है जांच नवहट्टा मामले की निगरानी विभाग द्वारा भी जांच की जा रही है। नियोजन रद होने के बाद इस मामले में निगरानी विभाग के पुलिस निरीक्षक जितेंद्र कुमार द्वारा भी निगरानी को रिपोर्ट सौंपा जाएगा। उन्होंने बताया कि जांच चल रही है। इस मामले में जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ रिपोर्ट किया जाएगा। वहीं निगरानी विभाग के जांच के बाद तीनों जिले में करीब 140 शिक्षकों व नियोजन इकाई पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। नवहट्टा मामले की जांच निगरानी विभाग के इंस्पेक्टर द्वारा किया जा रहा है। रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। सुपौल में हाल में भी जांच के बाद प्राथमिकी निगरानी विभाग द्वारा दर्ज कराई गई है। -सुबोध कुमार विश्वास, एसपी, निगरानी विभाग कोट आयुक्त के आदेश पर सभी 24 शिक्षकों का नियोजन रद करने का आदेश दिया गया है। इस मामले में संबंधित शिक्षक व नियोजन इकाई पर भी विधि सम्मत कार्रवाई का निर्देश दिया गया है। -मो. तकीउद्दीन, क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक, सहरसा।