बिहार प्रदेश माध्यमिक शिक्षक-शिक्षकेतर कर्मचारी महासंघ की ओर से धरना का
आयोजन किया गया। प्रांतीय संयोजक राजकिशोर प्रसाद साधु ने कहा कि सरकार
अनुदानित 715 माध्यमिक विद्यालयों को वेतन देने पर विचार नहीं करती है, तो
26 दिसंबर से सूबे के समस्त जिलों मुख्यालयों पर धरना एवं घेराव किया
जाएगा।
715 अनुदानित माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षक और शिक्षकेत्तर कर्मचारियों को समग्र शिक्षा योजना से जोड़ा जाए। अनुदानित माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों को सरकारी खर्च पर प्रशिक्षित करने की व्यवस्था हो। धरना को संबोधित करने वालों में आशुतोष कुमार, प्रदुमन कुमार सिंह, डॉ. नागेश्वर प्रसाद यादव, कमला प्रसाद, मीणा कुमारी, अन्नु निराला, सुनील कुमार सिंह ने विचार रखे।
टीईटी, एसटीईटी की वैधता बढ़ाना स्वागतयोग्य, पर शिक्षकों की बहाली जल्द हो
पटना|बिहार राज्य टीईटी, एसटीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी संघ ने शिक्षामंत्री कृष्णनंदन वर्मा की 2011 टीईटी एसटीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की वैधता बढ़ाए जाने की घोषणा का स्वागत किया है। संघ के प्रदेश अध्यक्ष चंदन शर्मा ने कहा कि शिक्षकों की भर्ती को लेकर पिछले 1 वर्ष से शिक्षामंत्री का बयान आ रहा है परंतु इसपर अमल नहीं हो पा रहा है। जरूरी है कि सरकार अविलंब शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू करे क्योंकि कोर्ट ने भर्ती प्रक्रिया पर कोई रोक ही नहीं लगाई है। अभ्यर्थियों के लिए उम्रसीमा में 10 वर्षों की छूट देने की मांग भी की है। महासचिव अश्विनी ओझा ने कहा कि हमलोग प्रशांत किशोर से मिले थे लेकिन उन्होंने भी सुप्रीम कोर्ट का हवाला देकर भर्ती की मांगों को टाल दिया।
नियोजित मदरसा शिक्षकों ने दिया धरना
पटना| मदरसा डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन की ओर से नियोजित मदरसा शिक्षकों ने अपनी मांगों को लेकर गर्दनीबाग में धरना दिया। अध्यक्षता मो. अल्ताफ हुसैन एवं नजामत मो. कमरे आलम ने की। महासचिव मो. महताब आलम ने मदरसा शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश की सरकार इन शिक्षकों के साथ भेदभाव कर रही है। धरना को संबोधित करने वालों में अब्दुल कुद्दुस, मो. अरशद अस्थानवीं, मो. अशरफ अली, मो. शादाब अंजुम, मो. शाहिद, मो. तालिब, मो. रेयाज, मो. मेनाजेरुल इस्लाम, मो. मोबस्सीर, शब्बीर, मो. अनवर, मो. शफी अंसारी, मो. जाहिद, मो. नुरुल इस्लाम, मो. सैफुल्लाह राजी, मौ. कौसर रब्बानी शामिल थे।
715 अनुदानित माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षक और शिक्षकेत्तर कर्मचारियों को समग्र शिक्षा योजना से जोड़ा जाए। अनुदानित माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों को सरकारी खर्च पर प्रशिक्षित करने की व्यवस्था हो। धरना को संबोधित करने वालों में आशुतोष कुमार, प्रदुमन कुमार सिंह, डॉ. नागेश्वर प्रसाद यादव, कमला प्रसाद, मीणा कुमारी, अन्नु निराला, सुनील कुमार सिंह ने विचार रखे।
टीईटी, एसटीईटी की वैधता बढ़ाना स्वागतयोग्य, पर शिक्षकों की बहाली जल्द हो
पटना|बिहार राज्य टीईटी, एसटीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थी संघ ने शिक्षामंत्री कृष्णनंदन वर्मा की 2011 टीईटी एसटीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की वैधता बढ़ाए जाने की घोषणा का स्वागत किया है। संघ के प्रदेश अध्यक्ष चंदन शर्मा ने कहा कि शिक्षकों की भर्ती को लेकर पिछले 1 वर्ष से शिक्षामंत्री का बयान आ रहा है परंतु इसपर अमल नहीं हो पा रहा है। जरूरी है कि सरकार अविलंब शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू करे क्योंकि कोर्ट ने भर्ती प्रक्रिया पर कोई रोक ही नहीं लगाई है। अभ्यर्थियों के लिए उम्रसीमा में 10 वर्षों की छूट देने की मांग भी की है। महासचिव अश्विनी ओझा ने कहा कि हमलोग प्रशांत किशोर से मिले थे लेकिन उन्होंने भी सुप्रीम कोर्ट का हवाला देकर भर्ती की मांगों को टाल दिया।
नियोजित मदरसा शिक्षकों ने दिया धरना
पटना| मदरसा डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन की ओर से नियोजित मदरसा शिक्षकों ने अपनी मांगों को लेकर गर्दनीबाग में धरना दिया। अध्यक्षता मो. अल्ताफ हुसैन एवं नजामत मो. कमरे आलम ने की। महासचिव मो. महताब आलम ने मदरसा शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश की सरकार इन शिक्षकों के साथ भेदभाव कर रही है। धरना को संबोधित करने वालों में अब्दुल कुद्दुस, मो. अरशद अस्थानवीं, मो. अशरफ अली, मो. शादाब अंजुम, मो. शाहिद, मो. तालिब, मो. रेयाज, मो. मेनाजेरुल इस्लाम, मो. मोबस्सीर, शब्बीर, मो. अनवर, मो. शफी अंसारी, मो. जाहिद, मो. नुरुल इस्लाम, मो. सैफुल्लाह राजी, मौ. कौसर रब्बानी शामिल थे।