जिले के मिडिल स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों को स्नातक ग्रेड में प्रोन्नति
मिलने के बाद अनियमितता बरते जाने की शिकायतें तेज हो गई है। किसी का सूची
में नाम ही छोड़ दिया गया है तो किसी को दूर के स्कूल में पदस्थापित कर
दिया गया है। कई ऐसे शिक्षक है, जिसे दिए गए तीन स्कूलों के ऑप्शन को भी
नजर अंदाज कर दिया गया है। उसे दूर के स्कूल में पदस्थापित कर दिया गया है।
इस पर स्थापना के डीपीओ ऑफिस में फरियाद पत्र दायर किया जा रहा है। अभी तक 60 शिक्षकों ने अनियमितता की शिकायत दर्ज कराई है। हालांकि, स्थापना डीपीओ ने शिक्षकों से आपत्ति दर्ज कराने के लिए एक सप्ताह का समय दिया है। ताकि उस पर सुनवाई कर आपत्ति का निबटारा किया जा सके। जिले में आर्ट्स व विज्ञान स्नातक ग्रेड में 344 शिक्षकों को प्रोन्नति दी गई है। प्रोन्नति का मामला दो साल से चल रहा था। लेकिन उसी समय इसमें अनियमितता बरते जाने की शिकायत मिल रही थी। सितम्बर माह में औपबंधिक सूची जारी होने के बाद तो शिकायत का दौर तेज हो गया था।
डीपीओ स्थापना कार्यालय, जहां से जारी हुई है प्रोन्नति की सूची।
27 किलोमीटर दूर पदस्थापित करने का आरोप
जिले के दरौंदा प्रखंड के राजकीय मिडिल स्कूल धनौती के शिक्षक जितेन्द्र कुमार पांडेय को डीपीओ स्थापना कार्यालय से जारी पत्र के आलोक में उनके घर से 27 किलोमीटर पदस्थापित कर दिया गया है। डीपीओ को दिए गए शिकायत पत्र में कहा है कि 8 सितम्बर 2018 द्वारा पदस्थापना के लिए विवरणी की मांग की गई थी। इस आलोक में उसने तीन ऑप्शन दिया। इसमें उत्क्रमित मिडिल स्कूल बाल बंगरा, मिडिल स्कूल पकवलिया व उत्क्रमित मिडिल स्कूल कोथुआ सांरगपुर शामिल है। लेकिन इन तीनों ऑप्शन को नजर अंदाज कर दिया गया। जबकि कोथुआ सारंगपुर में किसी भी शिक्षक का पदस्थापना नहीं किया गया है। इस वजह से वहां पर पद रिक्त है। फिर भी उसका पदस्थापना उत्क्रमित मिडिल स्कूल मड़सरा में कर दिया गया, जो 27 किलोमीटर दूर है। इसलिए कोथुआ में पदस्थापित करने की गुहार लगाई है। इसी तरह का आरोप अन्य कई शिक्षकों ने भी लगाया गया है।
इस पर स्थापना के डीपीओ ऑफिस में फरियाद पत्र दायर किया जा रहा है। अभी तक 60 शिक्षकों ने अनियमितता की शिकायत दर्ज कराई है। हालांकि, स्थापना डीपीओ ने शिक्षकों से आपत्ति दर्ज कराने के लिए एक सप्ताह का समय दिया है। ताकि उस पर सुनवाई कर आपत्ति का निबटारा किया जा सके। जिले में आर्ट्स व विज्ञान स्नातक ग्रेड में 344 शिक्षकों को प्रोन्नति दी गई है। प्रोन्नति का मामला दो साल से चल रहा था। लेकिन उसी समय इसमें अनियमितता बरते जाने की शिकायत मिल रही थी। सितम्बर माह में औपबंधिक सूची जारी होने के बाद तो शिकायत का दौर तेज हो गया था।
डीपीओ स्थापना कार्यालय, जहां से जारी हुई है प्रोन्नति की सूची।
27 किलोमीटर दूर पदस्थापित करने का आरोप
जिले के दरौंदा प्रखंड के राजकीय मिडिल स्कूल धनौती के शिक्षक जितेन्द्र कुमार पांडेय को डीपीओ स्थापना कार्यालय से जारी पत्र के आलोक में उनके घर से 27 किलोमीटर पदस्थापित कर दिया गया है। डीपीओ को दिए गए शिकायत पत्र में कहा है कि 8 सितम्बर 2018 द्वारा पदस्थापना के लिए विवरणी की मांग की गई थी। इस आलोक में उसने तीन ऑप्शन दिया। इसमें उत्क्रमित मिडिल स्कूल बाल बंगरा, मिडिल स्कूल पकवलिया व उत्क्रमित मिडिल स्कूल कोथुआ सांरगपुर शामिल है। लेकिन इन तीनों ऑप्शन को नजर अंदाज कर दिया गया। जबकि कोथुआ सारंगपुर में किसी भी शिक्षक का पदस्थापना नहीं किया गया है। इस वजह से वहां पर पद रिक्त है। फिर भी उसका पदस्थापना उत्क्रमित मिडिल स्कूल मड़सरा में कर दिया गया, जो 27 किलोमीटर दूर है। इसलिए कोथुआ में पदस्थापित करने की गुहार लगाई है। इसी तरह का आरोप अन्य कई शिक्षकों ने भी लगाया गया है।