पटना : राज्य के सभी जिलों के एक-एक प्लस टू स्कूलों में कृषि की
पढ़ाई होगी. इसके लिए शिक्षा विभाग प्रस्ताव तैयार कर रहा है. हर जिले के
एक प्लस टू स्कूल में कृषि विषय के दो शिक्षक होंगे. इसके मद्देनजर शिक्षा
विभाग ने 76 कृषि शिक्षकों के पद सृजित करने का प्रस्ताव प्रशासी पद वर्ग
समिति को भेजा है. यहां से स्वीकृति मिलने के बाद इसे कैबिनेट के पास भेजा
जायेगा. कैबिनेट की मंजूरी के बाद प्लस टू स्कूलों में कृषि विषय के
शिक्षकों की नियुक्ति हो सकेगी. इसके लिए क्या शैक्षणिक योग्यता होगी और
उन्हें वेतन के रूप में कितनी राशि दी जायेगी, उसका अंतिम रूप से निर्णय
नहीं लिया गया है.
राज्य सरकार सभी प्लस टू स्कूलों में कृषि विषय की पढ़ाई की तैयारी कर
रही है. कृषि विषय को आर्ट्स व साइंस दोनों के छात्र रख सकेंगे और पढ़ाई
कर सकेंगे. इन स्कूलों में कृषि की थ्योरी के साथ-साथ उसकी प्रैक्टिकल की
भी पढ़ाई होगी. अभी सभी जिलों में एक-एक प्लस टू स्कूलों में इसे पायलट
प्रोजेक्ट के तहत लागू किया जायेगा और फिर चरणवार सभी प्लस टू स्कूलों में
कृषि की पढ़ाई शुरू कर दी जायेगी.
चार जिलों में 11 को िमलेगा नियुक्ति पत्र
राज्य के हाइ व प्लस टू स्कूलों में शिक्षकों की बहाली के लिए बचे हुए
जिलों का शिक्षा विभाग ने शिड्यूल जारी कर दिया है. बक्सर, सीतामढ़ी,
शेखपुरा और रोहतास में 11 जुलाई को नियुक्ति पत्र बांटे जायेंगे.
इसके लिए माध्यमिक शिक्षा निदेशक राजीव प्रसाद सिंह रंजन ने संबंधित
जिलाें के डीइओ और डीपीओ को निर्देश जारी कर दिया है. बक्सर, सीतामढ़ी,
शेखपुरा और रोहतास समेत एक दर्जन जिलों में नगर निकाय चुनाव की वजह से
नियुक्ति पत्र नहीं बांटा जा सका था. इसके लिए पहले ही आवेदन लिये गये हैं
और नियोजन इकाइयों ने मेधा सूची भी तैयार कर ली है. अन्य आठ जिलों के लिए
विभाग जल्द ही तिथि तय करेगा, जिसमें वहां के अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र
मिल सकेगा.