कल 05 जून 2017 को मुजफ्फरपुर में परिवर्तनकारी प्रारम्भिक शिक्षक संघ में चल रहे आंतरिक गतिरोध को लेकर प्रदेश संयोजक प्रणय कुमार जी के द्वारा विचार-विमर्श के लिये एक बैठक बुलाई गयी थी ।
जैसा की इधर कुछ समय से सोशल मीडिया में एक ख़बर खूब तैर रही है कि पटना में 28 मई 2017 को परिवर्तनकारी प्रारम्भिक शिक्षक संघ की बैठक में प्रदेश संयोजक सहित चार पदाधिकरीयों को बर्खास्त कर दिया गया है ।
इस विषय पर विचार विमर्श के लिये प्रणय कुमार के द्वारा संघ के संस्थापक सदस्यों सहित अन्य सदस्यों को बैठक में आमंत्रित गया था I मुझे भी इस बैठक में आमंत्रित किया गया । मैं शिक्षक_चौपाल के हैसियत से इस बैठक में शामिल हुआ ।
बैठक में मुजफ्फरपुर के अलावा गोपालगंज,वैशाली एवं सारण जिले के शिक्षक शामिल हुये । जिसमे देवेंद्र जी ,दाऊद अली,विनोद यादव,प्रवीण कुमार ,अजय ओझा ,विजय कुमार परिवर्तनकारी,पंकज कुमार ,संतोष कुमार , अखिलेश सिंह,प्रमोद कुमार सहित अन्य लोग मौजूद थे ।
संघ में चल रहे गतिरोध को लेकर आगे कैसे और क्या किये जाये एवं क्या निर्णय लिये जाये, इस पर विचार विमर्श के लिये सभी उपस्थित सदस्यों ने सबसे पहले मुझे अपना विचार रखने को कहा ।
मैंने बिहार सरकार एवं संघ के वर्तमान स्तिथि को देखते हुये शालीनता के साथ सदन में अपनी बातों को रखा और कहा "संघ के अंदर चल रहे गतिरोध को किसी तरह से सुलझाने का प्रयास करना चहिये । जब आपका सारा प्रयास असफल हो जाये तो ही कुछ निर्णय लिये जाये या यूँ कहे कि कोई संघ बनाया जाये । बिहार मे पहले से ही लगभग 18 संघ है और अब और संघ की कोई ज़रूरत नहीं । ppss एक मजबूत और बड़ा शिक्षक संघ है । इसे कमजोर होने से बचाया जाये । एक तो ये निरंकुश बिहार सरकार हमारी कोई बात जल्द सुनती नहीं । आगे और संघ बन जाने से हमरी स्थिति और कमजोर ही होगी । पाँच बड़े-बड़े संघों को एक साथ लाने में ही हम शिक्षक_चौपाल का सारा करम हो गया । 18 और 20 संघों को एक साथ करने में और कितनी परेशानी हो सकती है आप खुद ही अंदाजा लगा सकते है । इसलिये मेरा आप सभी से विनम्र निवेदन है कि आगे जो भी निर्णय ले सोच समझ लें । वैसे भी ब्रजवासी जी एवं प्रणय जी दो दसक से एक अच्छे मित्र रहें है ।संघ के जिम्मेदार लोग एवं जिलाध्यक्ष आगे आयें एवं इस मामले को सुलझाने का प्रयास करें तो मुझे पूर्ण विश्वास है मामला अवश्य सुलझ जायेगा" ।
सभी लोगों ने मेरी बातों का समर्थन किया । और भी साथियों ने अपने-अपने विचार रखे । लगभग सभी लोगों ने मामले को सुलझने के लिये सहमती जताया ।
अंत में निर्णय हुआ कि 20 जून 2017 तक संघ के जिम्मेदार पदाधिकरीयों के द्वारा अध्यक्ष महोदय से बात कर मामले को सुलझा लिये जायें और पहले की तरह शिक्षकों का कार्य सुचारु रुप से होता रहे । मामला सुलझ गया तो बहुत अच्छी बात है अन्यथा एक बार पुण: 21 जून 2017 को सभी सदस्य बैठेंगे और जैसा उचित होगा वैसा निर्णय लिये जायेंगे ।
संयोजक महोदय ने कहा कि शिक्षकों का वेतन छ: माह से नहीं मिल रहा है इसलिये 9 जून 2017 को सभी जिला मुख्यालयों के समक्ष आंदोलन किये जाये ताकि शिक्षकों को वेतन दिलाया जा सके । इस आंदोलन का नेतृत्व श्री विनोद यादव जी के अध्यक्षता में होगी ।
अब मामला पुरी तरह से परिवर्तनकारी शिक्षक संघ के अध्यक्ष महोदय एवं संघ के शीर्ष पदाधिकरीयों के पाले में चली गयी है । अब इनलोगों कि जिम्मेदारी बनती है कि 12 वर्षों मे एक पौधे से आज एक विशाल बन चुके पेड़ को बचा लें या अपने ही हाथों इस पेड़ को काट गिरा दे ।
@एक बात और याद रखें अध्यक्ष जी परिवर्तनकारी एवं (ब्रजवासी-प्रणय)के साथ कमसे कम एक लाख शिक्षकों का भावनात्मक जुड़ाव है इसे मत तोड़े@
धन्यवाद
#जमील_अहमद_विद्रोही#
जैसा की इधर कुछ समय से सोशल मीडिया में एक ख़बर खूब तैर रही है कि पटना में 28 मई 2017 को परिवर्तनकारी प्रारम्भिक शिक्षक संघ की बैठक में प्रदेश संयोजक सहित चार पदाधिकरीयों को बर्खास्त कर दिया गया है ।
इस विषय पर विचार विमर्श के लिये प्रणय कुमार के द्वारा संघ के संस्थापक सदस्यों सहित अन्य सदस्यों को बैठक में आमंत्रित गया था I मुझे भी इस बैठक में आमंत्रित किया गया । मैं शिक्षक_चौपाल के हैसियत से इस बैठक में शामिल हुआ ।
बैठक में मुजफ्फरपुर के अलावा गोपालगंज,वैशाली एवं सारण जिले के शिक्षक शामिल हुये । जिसमे देवेंद्र जी ,दाऊद अली,विनोद यादव,प्रवीण कुमार ,अजय ओझा ,विजय कुमार परिवर्तनकारी,पंकज कुमार ,संतोष कुमार , अखिलेश सिंह,प्रमोद कुमार सहित अन्य लोग मौजूद थे ।
संघ में चल रहे गतिरोध को लेकर आगे कैसे और क्या किये जाये एवं क्या निर्णय लिये जाये, इस पर विचार विमर्श के लिये सभी उपस्थित सदस्यों ने सबसे पहले मुझे अपना विचार रखने को कहा ।
मैंने बिहार सरकार एवं संघ के वर्तमान स्तिथि को देखते हुये शालीनता के साथ सदन में अपनी बातों को रखा और कहा "संघ के अंदर चल रहे गतिरोध को किसी तरह से सुलझाने का प्रयास करना चहिये । जब आपका सारा प्रयास असफल हो जाये तो ही कुछ निर्णय लिये जाये या यूँ कहे कि कोई संघ बनाया जाये । बिहार मे पहले से ही लगभग 18 संघ है और अब और संघ की कोई ज़रूरत नहीं । ppss एक मजबूत और बड़ा शिक्षक संघ है । इसे कमजोर होने से बचाया जाये । एक तो ये निरंकुश बिहार सरकार हमारी कोई बात जल्द सुनती नहीं । आगे और संघ बन जाने से हमरी स्थिति और कमजोर ही होगी । पाँच बड़े-बड़े संघों को एक साथ लाने में ही हम शिक्षक_चौपाल का सारा करम हो गया । 18 और 20 संघों को एक साथ करने में और कितनी परेशानी हो सकती है आप खुद ही अंदाजा लगा सकते है । इसलिये मेरा आप सभी से विनम्र निवेदन है कि आगे जो भी निर्णय ले सोच समझ लें । वैसे भी ब्रजवासी जी एवं प्रणय जी दो दसक से एक अच्छे मित्र रहें है ।संघ के जिम्मेदार लोग एवं जिलाध्यक्ष आगे आयें एवं इस मामले को सुलझाने का प्रयास करें तो मुझे पूर्ण विश्वास है मामला अवश्य सुलझ जायेगा" ।
सभी लोगों ने मेरी बातों का समर्थन किया । और भी साथियों ने अपने-अपने विचार रखे । लगभग सभी लोगों ने मामले को सुलझने के लिये सहमती जताया ।
अंत में निर्णय हुआ कि 20 जून 2017 तक संघ के जिम्मेदार पदाधिकरीयों के द्वारा अध्यक्ष महोदय से बात कर मामले को सुलझा लिये जायें और पहले की तरह शिक्षकों का कार्य सुचारु रुप से होता रहे । मामला सुलझ गया तो बहुत अच्छी बात है अन्यथा एक बार पुण: 21 जून 2017 को सभी सदस्य बैठेंगे और जैसा उचित होगा वैसा निर्णय लिये जायेंगे ।
संयोजक महोदय ने कहा कि शिक्षकों का वेतन छ: माह से नहीं मिल रहा है इसलिये 9 जून 2017 को सभी जिला मुख्यालयों के समक्ष आंदोलन किये जाये ताकि शिक्षकों को वेतन दिलाया जा सके । इस आंदोलन का नेतृत्व श्री विनोद यादव जी के अध्यक्षता में होगी ।
अब मामला पुरी तरह से परिवर्तनकारी शिक्षक संघ के अध्यक्ष महोदय एवं संघ के शीर्ष पदाधिकरीयों के पाले में चली गयी है । अब इनलोगों कि जिम्मेदारी बनती है कि 12 वर्षों मे एक पौधे से आज एक विशाल बन चुके पेड़ को बचा लें या अपने ही हाथों इस पेड़ को काट गिरा दे ।
@एक बात और याद रखें अध्यक्ष जी परिवर्तनकारी एवं (ब्रजवासी-प्रणय)के साथ कमसे कम एक लाख शिक्षकों का भावनात्मक जुड़ाव है इसे मत तोड़े@
धन्यवाद
#जमील_अहमद_विद्रोही#