बिहार के पूर्व डीजीपी अभयानंद और IIT गुरु अभयानंद से डेली बिहार न्यूज़ ने खास बातचीत की…अभयानंद ने कई मुद्दों पर खुलकर अपनी बात रखा.
सवाल: ग्रामीण परिवेश से आने वाले बच्चों का किस तरह आगे बढ़ाते हैं ताकी आईआईटी जैसे प्रतियोगिता परीक्षा में पास कर सकें..?
अभयानंद: जो भी बच्चें आते है वह अपने स्किल्स के बल पर आते है. सिलेक्शन प्रोसेस बिलकुल मेरिट के आधार पर होता है इसमें कोई केटेगरी नहीं बनाया हुआ हैं..उनका माइंड और स्किल का टेस्ट होता है…उन्होंने कहा कि छात्र के पास कितनी जानकारी है कितना ज्ञान है इसमें मेरा कोई इंटरेस्ट नहीं है, उसका आईक्यू अच्छा हो, मेंटल एबिलिटी अच्छी हो, उसका मैथेमेटिकल स्किल्स अच्छा होना चाहिए…फिर हम उनको 2 साल फिजिक्स, कमेस्ट्री और मैथ टेक्निकली पढ़ा देते है…और जिनका आईक्यू अच्छा होता है वे निकाल भी लेते है.
सवाल: अभयानंद सुपर 30 का सिलेक्शन प्रोसेस क्या हैं…?
अभयानंद: सिलेक्शन प्रोसेस इन्टेरेंस के माध्यम से होता है…10th अपेअरिंग बच्चें इन्टेरेंस में भाग लेते हैं. दिसंबर महीने में टेस्ट होता है. इस साल 10000 बच्चों ने भाग लिया जिसमें से 30 बच्चों का सिलेक्शन होता है. नहीं मिले तो कम भी..लेकिन 30 से अधिक नहीं लेते है..फिर उनको दो साल तैयारी करवाई जाती है…
सवाल: सर अगर आप से पूछा जाए कि बिहार के शिक्षा के क्षेत्र में दो-तीन बदलाव लाना चाहिए तो वो क्या होगा?
अभयानंद: शिक्षा के क्षेत्र में सबसे ज्यादा कमी शिक्षकों की है. और इस कमी को अगर अगले 10 सालों में पूरा नहीं किया गया तो भीषण रूप ले सकता हैं. इसके लिए आउट ऑफ़ द बॉक्स थिंकिंग की जरुरत है…कुछ ऐसे शिक्षकों को लाना होगा जो वास्तव में शिक्षक नहीं है लेकिन योग्यता है..जैसे रिटायर्ड पर्सनल, अनट्रेंड है पर ज्ञान है..उसकों हम यूज कर सकते हैं…वर्चुअल क्लासेज की व्यवस्था किया जाए…तो गाँव-गाँव तक शिक्षा को बेहतर किया जा सकता हैं..
सवाल: ग्रामीण परिवेश से आने वाले बच्चों का किस तरह आगे बढ़ाते हैं ताकी आईआईटी जैसे प्रतियोगिता परीक्षा में पास कर सकें..?
अभयानंद: जो भी बच्चें आते है वह अपने स्किल्स के बल पर आते है. सिलेक्शन प्रोसेस बिलकुल मेरिट के आधार पर होता है इसमें कोई केटेगरी नहीं बनाया हुआ हैं..उनका माइंड और स्किल का टेस्ट होता है…उन्होंने कहा कि छात्र के पास कितनी जानकारी है कितना ज्ञान है इसमें मेरा कोई इंटरेस्ट नहीं है, उसका आईक्यू अच्छा हो, मेंटल एबिलिटी अच्छी हो, उसका मैथेमेटिकल स्किल्स अच्छा होना चाहिए…फिर हम उनको 2 साल फिजिक्स, कमेस्ट्री और मैथ टेक्निकली पढ़ा देते है…और जिनका आईक्यू अच्छा होता है वे निकाल भी लेते है.
सवाल: अभयानंद सुपर 30 का सिलेक्शन प्रोसेस क्या हैं…?
अभयानंद: सिलेक्शन प्रोसेस इन्टेरेंस के माध्यम से होता है…10th अपेअरिंग बच्चें इन्टेरेंस में भाग लेते हैं. दिसंबर महीने में टेस्ट होता है. इस साल 10000 बच्चों ने भाग लिया जिसमें से 30 बच्चों का सिलेक्शन होता है. नहीं मिले तो कम भी..लेकिन 30 से अधिक नहीं लेते है..फिर उनको दो साल तैयारी करवाई जाती है…
सवाल: सर अगर आप से पूछा जाए कि बिहार के शिक्षा के क्षेत्र में दो-तीन बदलाव लाना चाहिए तो वो क्या होगा?
अभयानंद: शिक्षा के क्षेत्र में सबसे ज्यादा कमी शिक्षकों की है. और इस कमी को अगर अगले 10 सालों में पूरा नहीं किया गया तो भीषण रूप ले सकता हैं. इसके लिए आउट ऑफ़ द बॉक्स थिंकिंग की जरुरत है…कुछ ऐसे शिक्षकों को लाना होगा जो वास्तव में शिक्षक नहीं है लेकिन योग्यता है..जैसे रिटायर्ड पर्सनल, अनट्रेंड है पर ज्ञान है..उसकों हम यूज कर सकते हैं…वर्चुअल क्लासेज की व्यवस्था किया जाए…तो गाँव-गाँव तक शिक्षा को बेहतर किया जा सकता हैं..