बिहार की हो रही बदनामी को लेकर युवा पत्रकार लवली सिंह ने नीतीश कुमार को लिखा खुला ख़त
सेवा में,
मुख्यमंत्री जी,
सविनय निवेदन यह है कि मैं आपसे अपने राज्य में हो रही घटनाओं के बारे में कुछ कहना और कुछ पूछना चाहती हूँ. हमारा बिहार इतना बदनाम क्यों है? क्या इसमें बिहार की गलती है, इसमें रह रहे लोगो की या हमारे प्रशासन या नेताओं की. एक घटना शांत होती नहीं है कि दूसरी घटना सुर्खियों में छा जाती है. पिछले साल का टॉपर घोटाला क्या कम था जो इस साल भी टॉपर घोटाला-2 आ गया. शिक्षा हर राज्य की बुनियाद होती है और यहाँ शिक्षा व्यवस्ता का ही मजाक बना हुआ है. पिछले साल रूबी रॉय और इस साल गणेश और क्या अगले साल भी कोई होगा?
क्या गलती सिर्फ रूबी रॉय और गणेश कुमार की है, ये सब जानते है की गड़बड़ी कहाँ है. बिहार में म्यूजिक का विषय तो है लेकिन आपने अब तक कितने म्यूजिक शिक्षकों की बहाली करवाई है. जो नहीं पढ़ते वो टॉप कर जाते है जो मेडिकल और इंजीनियरिंग के परीक्षा में अच्छे रैंक से पास हुए है वो बिहार बोर्ड के बारहवीं में फेल हो जाते है. क्या यही है आपकी शिक्षा व्यवस्था?
आप कहते है कि मीडिया आपके व्यवस्था को बदनाम कर रही है लेकिन इतना कुछ दिखाने के बाद भी आपके व्यवस्था में कहीं सुधार नहीं दिख रहा है? बिहार में सरकारी शिक्षक तो है लेकिन उन्हें शुद्ध से बोलने और लिखने नहीं आता है, कई बार मीडिया इसे भी दिखा चूका है. आपसे विनम्र प्रार्थाना है कि आप शिक्षा व्यवस्था में सुधार लाए और कोशिश करे की अगले वर्ष इस तरह के टॉपर घोटाला-3 ना हो पाए.
अत: आपसे निवेदन है की आप शीघ्र ही इस समस्या का समाधान करेंगे.
– लवली सिंह (स्टूडेंट पटना यूनिवर्सिटी)
इंटर्न फ्रॉम डेली बिहार न्यूज़…
सेवा में,
मुख्यमंत्री जी,
सविनय निवेदन यह है कि मैं आपसे अपने राज्य में हो रही घटनाओं के बारे में कुछ कहना और कुछ पूछना चाहती हूँ. हमारा बिहार इतना बदनाम क्यों है? क्या इसमें बिहार की गलती है, इसमें रह रहे लोगो की या हमारे प्रशासन या नेताओं की. एक घटना शांत होती नहीं है कि दूसरी घटना सुर्खियों में छा जाती है. पिछले साल का टॉपर घोटाला क्या कम था जो इस साल भी टॉपर घोटाला-2 आ गया. शिक्षा हर राज्य की बुनियाद होती है और यहाँ शिक्षा व्यवस्ता का ही मजाक बना हुआ है. पिछले साल रूबी रॉय और इस साल गणेश और क्या अगले साल भी कोई होगा?
क्या गलती सिर्फ रूबी रॉय और गणेश कुमार की है, ये सब जानते है की गड़बड़ी कहाँ है. बिहार में म्यूजिक का विषय तो है लेकिन आपने अब तक कितने म्यूजिक शिक्षकों की बहाली करवाई है. जो नहीं पढ़ते वो टॉप कर जाते है जो मेडिकल और इंजीनियरिंग के परीक्षा में अच्छे रैंक से पास हुए है वो बिहार बोर्ड के बारहवीं में फेल हो जाते है. क्या यही है आपकी शिक्षा व्यवस्था?
आप कहते है कि मीडिया आपके व्यवस्था को बदनाम कर रही है लेकिन इतना कुछ दिखाने के बाद भी आपके व्यवस्था में कहीं सुधार नहीं दिख रहा है? बिहार में सरकारी शिक्षक तो है लेकिन उन्हें शुद्ध से बोलने और लिखने नहीं आता है, कई बार मीडिया इसे भी दिखा चूका है. आपसे विनम्र प्रार्थाना है कि आप शिक्षा व्यवस्था में सुधार लाए और कोशिश करे की अगले वर्ष इस तरह के टॉपर घोटाला-3 ना हो पाए.
अत: आपसे निवेदन है की आप शीघ्र ही इस समस्या का समाधान करेंगे.
– लवली सिंह (स्टूडेंट पटना यूनिवर्सिटी)
इंटर्न फ्रॉम डेली बिहार न्यूज़…