मुजफ्फरपुर : नियोजित शिक्षकों के वेतनमान में प्रोविजनल निर्धारण के 
नाम पर  हर महीने अनियमित भुगतान किया जा रहा है.  शिक्षा विभाग से जुड़े 
लोगों का कहना है कि डेढ़ साल पहले सरकार ने नियोजित शिक्षकों को वेतनमान 
देने की घोषणा की, तभी से गड़बड़ी चल रही है. विभाग से मिले स्पष्ट 
दिशा-निर्देश के बाद भी प्रोविजनल निर्धारण कर भुगतान शुरू किया गया. 
प्रशिक्षित शिक्षकों को तीन वर्ष पर विशेष वेतनवृद्धि का लाभ दिया जाना है,
 लेकिन कई शिक्षकों को 2012 के बाद प्रशिक्षित बताते हुए वेतनवृद्धि दे दी 
गयी है. 
वेतन निर्धारण में अनियमितता से प्रशिक्षित व अप्रशिक्षित शिक्षकों की
 वरीयता भी प्रभावित हुई है. जून 2015 तक अप्रशिक्षित नियोजित शिक्षकों को 
क्रमश: 10,940 रुपये, 10,870 रुपये व 9,800 रुपये मिलते थे, जबकि 2006 में 
नियोजित प्रशिक्षित शिक्षकों को 11,340 रुपये का भुगतान किया जाता था. वेतन
 निर्धारण के बाद नियोजित प्रशिक्षित शिक्षकों का वेतन 17,719 रुपये किया 
गया, लेकिन उनसे कम पानेवाले शिक्षकों का वेतन 18,245 रुपये कर दिया. 
हालांकि वेतन निर्धारण इंडेक्स में स्पष्ट दिया है कि दो जुलाई 2012 
से एक जुलाई 2013 तक ट्रेंड शिक्षकों को कुल वेतन 16,508 रुपये दिए 
जाएंगे. 
प्रशिक्षण 2012 में, लाभ ले रहे 2006 से 
पूरे बिहार में एक जुलाई 2006 को शिक्षामित्र से पंचायत शिक्षक बने 
करीब तीन लाख शिक्षकों को तीन बार की विशेष वेतनवृद्धि के साथ एक जुलाई 
2006 से ही प्रशिक्षित शिक्षक मानकर वेतनमान भुगतान किया जा रहा है. जबकि, 
इनमें सबसे पहले प्रशिक्षित होने वाले शिक्षकों की प्रशिक्षण तिथि 23 
दिसंबर 2012 है. इसके बाद 5 जनवरी 2014 व 5 अप्रैल 2015 है.
 
अगस्त में आदेश, सितंबर में निर्देश
सरकार ने एक जुलाई 2015 से वेतनमान निर्धारित करते हुए भुगतान की 
प्रक्रिया शुरू करने का आदेश 11 अगस्त 2015 को दिया था. साथ ही वेतन 
निर्धारण के लिए 20 सितंबर 2015 को आदेश जारी किया गया. इसमें शिक्षकों की 
30 प्रकार की कोटि निर्धारित की गयी है, जो उनके प्रशिक्षण व विद्यालय में 
योगदान के अनुसार है. इसके तहत बिहार में तीन लाख 69 हजार 888 शिक्षकों का 
वेतन निर्धारण किया गया. 
नियोजित शिक्षकों का वेतन भुगतान सरकार के आदेश पर प्रोविजनल निर्धारण
 के आधार पर शुरू किया गया था. नियमावली के अनुसार शिक्षकों का वेतन 
निर्धारण कर सेवा पुस्तिका अपडेट की जा रही है. कुछ शिक्षकों को प्रोविजनल 
निर्धारण में अधिक भुगतान किया गया है. जल्द ही सभी शिक्षकों का वेतन 
निर्धारण कर दिया जायेगा. वेतन निर्धारण के बाद उन शिक्षकों के वेतन से 
अधिक भुगतान की कटौती की जायेगी.