पटना (ब्यूरो)- आज 20 लाख छात्रों के भविष्य पर ग्रहण
लगा हुआ है | कही कही तो मूल्यांकन शुरू हुआ तो कुछ जगहो पर पर्याप्त
सुरक्षा व्यवस्था शिक्षको को नही उपलब्ध कराई गयी जिसके कारण शिक्षको मे
नोक झोक भी हो रही है।
आन्दोलनकारी शिक्षको द्वारा मूल्यांकन केन्द्र के बाहर उपद्रव करने की धमकी भी दी जा रही है। शिक्षक संगठन संयम वर्ते छात्र के भविष्य के साथ क्रूर मजाक शोभा नही देता। हमारी लड़ाई सरकार से हैं और रहेगी।
उन्होने कहा यदि समय रहते शिक्षक व प्रशासन उचित कदम नही उठाते है तो 20 लाख छात्रों के आक्रोश को सामना करना पडेगा। मेघावी छात्र जिन्होंने अपने सपने बाहर नामांकन के लिए सजाये थे। उनकी भावना अधर मे ही रह गयी। क्या वे हम शिक्षको को कभी माफ कर पायेगे? यह तो अपरिपक्व मानसिकता ही कही जा सकती है। हमे आज सोचने कि जरुरत है और सरकार को भी। शिक्षको को पूरी सुरक्षा देकर समय पर परीक्षाफल प्रकाशित करने की कवायद करनी चाहिए।
उक्त बाते बिहार प्रदेश माध्यमिक शिक्षक शिक्षकेत्तर कर्मचारी महा संघ के प्रान्तीय संयोजक राजकिशोर प्रसाद साधु ने कही जिसकी जानकारी महासघ के प्रान्तीय प्रधान प्रेस प्रवक्ता आशुतोष कुमार ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर दिया। उन्होने कहा छात्र के साथ कोई राजनीति नही होनी चाहिए। आज पूरे सूबे मे छात्रों के हितो को दरकिनार किया जा रहा है। छात्र हमारे देश के भविष्य हॆ उन्हे अपना मोहरा बनाना उचित नही।
आन्दोलनकारी शिक्षको द्वारा मूल्यांकन केन्द्र के बाहर उपद्रव करने की धमकी भी दी जा रही है। शिक्षक संगठन संयम वर्ते छात्र के भविष्य के साथ क्रूर मजाक शोभा नही देता। हमारी लड़ाई सरकार से हैं और रहेगी।
उन्होने कहा यदि समय रहते शिक्षक व प्रशासन उचित कदम नही उठाते है तो 20 लाख छात्रों के आक्रोश को सामना करना पडेगा। मेघावी छात्र जिन्होंने अपने सपने बाहर नामांकन के लिए सजाये थे। उनकी भावना अधर मे ही रह गयी। क्या वे हम शिक्षको को कभी माफ कर पायेगे? यह तो अपरिपक्व मानसिकता ही कही जा सकती है। हमे आज सोचने कि जरुरत है और सरकार को भी। शिक्षको को पूरी सुरक्षा देकर समय पर परीक्षाफल प्रकाशित करने की कवायद करनी चाहिए।
उक्त बाते बिहार प्रदेश माध्यमिक शिक्षक शिक्षकेत्तर कर्मचारी महा संघ के प्रान्तीय संयोजक राजकिशोर प्रसाद साधु ने कही जिसकी जानकारी महासघ के प्रान्तीय प्रधान प्रेस प्रवक्ता आशुतोष कुमार ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर दिया। उन्होने कहा छात्र के साथ कोई राजनीति नही होनी चाहिए। आज पूरे सूबे मे छात्रों के हितो को दरकिनार किया जा रहा है। छात्र हमारे देश के भविष्य हॆ उन्हे अपना मोहरा बनाना उचित नही।