MUNGER : जिला परिषद की पूर्व अध्यक्ष सह जदयू नेत्री शायरा बानो ने जिला परिषद शिक्षक नियोजन समिति पर शिक्षकों के नियोजन में गड़बड़ी करने का आरोप लगाया।
अपने आवास पर संवाददाताओं से बातचीत करते हुए जदयू नेत्री ने कहा कि जिला में शिक्षा व्यवस्था खस्ताहाल है। शिक्षा विभाग में माफियाओं का बोलबाला है। जाली प्रमाण पत्र को आधार बनाकर से¨टग के माध्यम से फर्जी लोगों को शिक्षक के रूप में नियुक्त किया जा रहा है। इसमें कुछ बिचौलिए की भूमिका काफी अहम है।
जिन्हें अधिकारियों का संरक्षण प्राप्त है। उन्होंने आरटीआई से प्राप्त सूचना के आधार पर शिक्षा विभाग के अधिकारियों की मंशा पर प्रश्नचिह्न खड़ा करते हुए कहा कि जिला परिषद शिक्षक नियोजन इकाई द्वारा शिक्षकों के नियोजन में की गई गड़बड़ी की उच्चस्तरीय जांच को लेकर मैं मुख्यमंत्री से मिल कर उन्हें पूरे तथ्यों से अवगत कराऊंगी। जदयू नेत्री ने 14 शिक्षकों के फर्जी नियोजन की बाबत जिला पदाधिकारी को भी पत्र लिखा है।
जदयू नेत्री ने कहा कि एक सहायक शिक्षक की भूमिका भी सवालों के घेरे में है। जिले में लगभग 300 से अधिक फर्जी शिक्षक की बहाली की गई है। इसमें गतल रूप से रोस्टर का प्रकाशन कर लाखों का वारा-न्यारा किया गया है। यहां फर्जी रूप से बीएड प्रमाण पत्र तथा टीईटी प्रमाण पत्र के माध्यम से भी बहाली की गई है।
अपने आवास पर संवाददाताओं से बातचीत करते हुए जदयू नेत्री ने कहा कि जिला में शिक्षा व्यवस्था खस्ताहाल है। शिक्षा विभाग में माफियाओं का बोलबाला है। जाली प्रमाण पत्र को आधार बनाकर से¨टग के माध्यम से फर्जी लोगों को शिक्षक के रूप में नियुक्त किया जा रहा है। इसमें कुछ बिचौलिए की भूमिका काफी अहम है।
जिन्हें अधिकारियों का संरक्षण प्राप्त है। उन्होंने आरटीआई से प्राप्त सूचना के आधार पर शिक्षा विभाग के अधिकारियों की मंशा पर प्रश्नचिह्न खड़ा करते हुए कहा कि जिला परिषद शिक्षक नियोजन इकाई द्वारा शिक्षकों के नियोजन में की गई गड़बड़ी की उच्चस्तरीय जांच को लेकर मैं मुख्यमंत्री से मिल कर उन्हें पूरे तथ्यों से अवगत कराऊंगी। जदयू नेत्री ने 14 शिक्षकों के फर्जी नियोजन की बाबत जिला पदाधिकारी को भी पत्र लिखा है।
जदयू नेत्री ने कहा कि एक सहायक शिक्षक की भूमिका भी सवालों के घेरे में है। जिले में लगभग 300 से अधिक फर्जी शिक्षक की बहाली की गई है। इसमें गतल रूप से रोस्टर का प्रकाशन कर लाखों का वारा-न्यारा किया गया है। यहां फर्जी रूप से बीएड प्रमाण पत्र तथा टीईटी प्रमाण पत्र के माध्यम से भी बहाली की गई है।