PATNA : इंटर और मैट्रिक 2016 की अब कोई टॉपर सूची (मेरिट लिस्ट) नहीं बनायी जायेगी। यह फैसला बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से लिया गया है। समिति अब 2017 के रिजल्ट की तैयारी कर रही है।
समिति सूत्रों की मानें, तो 2016 के रिजल्ट में काफी गड़बड़ियां हैं, अगर बोर्ड दोबारा इंटर और मैट्रिक की टॉपर सूची बनायेगी, तो सारे रिजल्ट रिवाइज करने पड़ेंगे। टाॅपर सूची बनाने के लिए इंटर और मैट्रिक के एक लाख परीक्षार्थियों की उत्तरपुस्तिका की जांच करवानी पड़ेगी। इसके अलावे मार्क्स फाइल की भी जांच करवानी होगी। यह सब समिति के लिए दोबारा संभव नहीं है। सूत्रों की मानें, तो 2016 के किसी भी टाॅपर के प्रमाणपत्र पर टॉपर बनने की जानकारी नहीं रहेगी। बोर्ड ने 2016 के रिजल्ट में इसे समाप्त कर दिया है।
तैयार किया जा रहा प्रमाणपत्र :
समिति अब 2016 के तमाम परीक्षार्थियों के ऑरिजनल प्रमाणपत्र बनाने की तैयारी कर । अगर कोई परीक्षार्थी अंकपत्र या प्रमाणपत्र का डुप्लीकेट बनवाने आयेगा, तो समिति इसकी पूरी जांच करेगी। जांच के बाद ही छात्र को डुप्लीकेट अंकपत्र या प्रमाणपत्र दिये जायेंगे।
समिति सूत्रों की मानें, तो 2016 के रिजल्ट में काफी गड़बड़ियां हैं, अगर बोर्ड दोबारा इंटर और मैट्रिक की टॉपर सूची बनायेगी, तो सारे रिजल्ट रिवाइज करने पड़ेंगे। टाॅपर सूची बनाने के लिए इंटर और मैट्रिक के एक लाख परीक्षार्थियों की उत्तरपुस्तिका की जांच करवानी पड़ेगी। इसके अलावे मार्क्स फाइल की भी जांच करवानी होगी। यह सब समिति के लिए दोबारा संभव नहीं है। सूत्रों की मानें, तो 2016 के किसी भी टाॅपर के प्रमाणपत्र पर टॉपर बनने की जानकारी नहीं रहेगी। बोर्ड ने 2016 के रिजल्ट में इसे समाप्त कर दिया है।
तैयार किया जा रहा प्रमाणपत्र :
समिति अब 2016 के तमाम परीक्षार्थियों के ऑरिजनल प्रमाणपत्र बनाने की तैयारी कर । अगर कोई परीक्षार्थी अंकपत्र या प्रमाणपत्र का डुप्लीकेट बनवाने आयेगा, तो समिति इसकी पूरी जांच करेगी। जांच के बाद ही छात्र को डुप्लीकेट अंकपत्र या प्रमाणपत्र दिये जायेंगे।