पूर्णिया।
इंटरमीडिएट की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन सोमवार को भी प्रारंभ नहीं हो
पाया है। वित्त रहित एवं प्लस टू के शिक्षकों द्वारा बहिष्कार किए जाने के
कारण मूल्यांकन का कार्य बाधित है। यदि निर्धारित समय के अंदर उत्तर
पुस्तिकाओं की जांच शुरू नहीं होती है तो परीक्षा परिणाम प्रकाशित किए जाने
में भी विलंब हो सकता है।
केंद्राधीक्षक विनय कुमार ¨सह ने बताया कि अधिकांश हेड एग्जामनर ने अपना योगदान कॉलेज में दे दिया है ¨कतु सहायक जांच कर्ता शिक्षकों के उपस्थित नहीं होने से जांच कार्य ठप है। उन्होंने बताया कि मूल्यांकन का कार्य 15 मार्च से ही शुरू होना था तथा इस माह के अंत तक उसे पूरा कर लेना था। ¨कतु विधान परिषद चुनाव का मतगणना केंद्र होने के कारण इसकी शुरुआत होने में विलंब हुआ है। अब शिक्षकों ने बहिष्कार करने का निर्णय ले लिया है तो जाहिर है कि मूल्यांकन में विलंब होगा। ऐसे में परीक्षा परिणाम में विलंब हो सकता है।
इंटरमीडिएट की उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन पूर्णिया कॉलेज में 18 मार्च से शुरू है लेकिन वित्त रहित शिक्षकों एवं माध्यमिक शिक्षक संघ द्वारा बहिष्कार का निर्णय लिए जाने से इस पर ग्रहण लग गया है। वित्त रहित संयुक्त संघर्ष मोर्चा एवं उच्च माध्यमिक शिक्षक संघ के सदस्य तीन दिनों से लगातार पूर्णिया कॉलेज स्थित मुख्य द्वार पर धरना दे रहे हैं जिस कारण मूल्यांकन कार्य शुरू नहीं हो पाया है। शिक्षकों का कहना है कि जब तक उनकी लंबित मांगों को पूरा नहीं किया जाता वे लोग अनिश्चितकालीन आंदोलन जारी रखेंगे।
पूर्णिया कॉलेज में इंटरमीडिएट की करीब सवा लाख कॉपियों की जांच की जानी है। मूल्यांकन केंद्र प्रभारी विनय कुमार ¨सह के अनुसार करीब 375 इनविजिलेटर को जांच के लिए पत्र दिया गया है। मूल्यांकन के लिए 75 हेड एक्जामनर बनाए गए हैं जबकि करीब 300 को-एक्जामनर बनाए गए हैं। सभी को शनिवार को मूल्यांकन केंद्र पर योगदान देने का निर्देश दिया गया था ¨कतु हेड एग्जामनर को छोड़ अब तक सहायक जांच कर्ताओं ने वहां उपस्थिति दर्ज नहीं कराई है।
वित्त रहित शिक्षकों का कहना है कि बिहार सरकार की गलत नीति के कारण आज वित्त रहित शिक्षकों का भविष्य खराब हो रहा है। इसी वजह से शिक्षा का स्तर नीचे जा रहा है। माध्यमिक शिक्षक संघ के सदस्य भी समान काम का समान वेतन की मांग को लेकर मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। कहा है कि जब तक सरकार उन लोगों की मांग नहीं मानती तब तक उन लोगों का असहयोग जारी रहेगा।
केंद्राधीक्षक विनय कुमार ¨सह ने बताया कि अधिकांश हेड एग्जामनर ने अपना योगदान कॉलेज में दे दिया है ¨कतु सहायक जांच कर्ता शिक्षकों के उपस्थित नहीं होने से जांच कार्य ठप है। उन्होंने बताया कि मूल्यांकन का कार्य 15 मार्च से ही शुरू होना था तथा इस माह के अंत तक उसे पूरा कर लेना था। ¨कतु विधान परिषद चुनाव का मतगणना केंद्र होने के कारण इसकी शुरुआत होने में विलंब हुआ है। अब शिक्षकों ने बहिष्कार करने का निर्णय ले लिया है तो जाहिर है कि मूल्यांकन में विलंब होगा। ऐसे में परीक्षा परिणाम में विलंब हो सकता है।
इंटरमीडिएट की उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन पूर्णिया कॉलेज में 18 मार्च से शुरू है लेकिन वित्त रहित शिक्षकों एवं माध्यमिक शिक्षक संघ द्वारा बहिष्कार का निर्णय लिए जाने से इस पर ग्रहण लग गया है। वित्त रहित संयुक्त संघर्ष मोर्चा एवं उच्च माध्यमिक शिक्षक संघ के सदस्य तीन दिनों से लगातार पूर्णिया कॉलेज स्थित मुख्य द्वार पर धरना दे रहे हैं जिस कारण मूल्यांकन कार्य शुरू नहीं हो पाया है। शिक्षकों का कहना है कि जब तक उनकी लंबित मांगों को पूरा नहीं किया जाता वे लोग अनिश्चितकालीन आंदोलन जारी रखेंगे।
पूर्णिया कॉलेज में इंटरमीडिएट की करीब सवा लाख कॉपियों की जांच की जानी है। मूल्यांकन केंद्र प्रभारी विनय कुमार ¨सह के अनुसार करीब 375 इनविजिलेटर को जांच के लिए पत्र दिया गया है। मूल्यांकन के लिए 75 हेड एक्जामनर बनाए गए हैं जबकि करीब 300 को-एक्जामनर बनाए गए हैं। सभी को शनिवार को मूल्यांकन केंद्र पर योगदान देने का निर्देश दिया गया था ¨कतु हेड एग्जामनर को छोड़ अब तक सहायक जांच कर्ताओं ने वहां उपस्थिति दर्ज नहीं कराई है।
वित्त रहित शिक्षकों का कहना है कि बिहार सरकार की गलत नीति के कारण आज वित्त रहित शिक्षकों का भविष्य खराब हो रहा है। इसी वजह से शिक्षा का स्तर नीचे जा रहा है। माध्यमिक शिक्षक संघ के सदस्य भी समान काम का समान वेतन की मांग को लेकर मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। कहा है कि जब तक सरकार उन लोगों की मांग नहीं मानती तब तक उन लोगों का असहयोग जारी रहेगा।