यदि सरकार समान कार्य के लिए समान वेतन देती है तो फिर टेट शिक्षकों के लिए दो संभवनाएं बनती है--
1- टेट शिक्षक को सरकार स्थायी संवर्ग के जिला शिक्षक की श्रेणी में शामिल कर लें और नियमित शिक्षकों के सेवाशर्तों के अधीन शामिल कर लें...
ये तभी मुमकिन है जब सरकार वोटबैंक के स्थान पर संवैधानिक प्रावधानों का सम्मान करें, और आप सभी ये तो भली भांति जानते और समझते ही हैं कि सरकार में बैठे नेता संवैधानिक प्रावधानों का कितना सम्मान करते हैं......
2
टेट शिक्षक स्थायी संवर्ग के अपने अधिकार के लिए न्यायालय में अपना पक्ष प्रस्तुत करने को तैयार रहें, क्योंकी जो वर्ग पहले वरीयता के आधार पर सरकार से वेतन की माँग रखा था वे यहां भी स्वयम के वरीयता की मांग को छोड़ने वाले नहीं हैं...
टेट साथियों लड़ायी के लिए कमर कस लो...नियति ने आपके तक़दीर में संघर्ष लिखा है, लेकिन ये संघर्ष की अग्नि आपको कुन्दन बनाकर सभी के सामने प्रस्तुत करेगा....
27 मार्च, गर्दनीबाग, पटना।
1- टेट शिक्षक को सरकार स्थायी संवर्ग के जिला शिक्षक की श्रेणी में शामिल कर लें और नियमित शिक्षकों के सेवाशर्तों के अधीन शामिल कर लें...
ये तभी मुमकिन है जब सरकार वोटबैंक के स्थान पर संवैधानिक प्रावधानों का सम्मान करें, और आप सभी ये तो भली भांति जानते और समझते ही हैं कि सरकार में बैठे नेता संवैधानिक प्रावधानों का कितना सम्मान करते हैं......
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टेट शिक्षक स्थायी संवर्ग के अपने अधिकार के लिए न्यायालय में अपना पक्ष प्रस्तुत करने को तैयार रहें, क्योंकी जो वर्ग पहले वरीयता के आधार पर सरकार से वेतन की माँग रखा था वे यहां भी स्वयम के वरीयता की मांग को छोड़ने वाले नहीं हैं...
टेट साथियों लड़ायी के लिए कमर कस लो...नियति ने आपके तक़दीर में संघर्ष लिखा है, लेकिन ये संघर्ष की अग्नि आपको कुन्दन बनाकर सभी के सामने प्रस्तुत करेगा....
27 मार्च, गर्दनीबाग, पटना।