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BSSC घोटालाः सचिवालय सहायक समेत 6 आरोपी गिरफ्तार

पटना। एसआइटी ने की टीम ने रविवार को बिहार कर्मचारी चयन आयोग पेपर लीक मामले में जांच करते हुए 6 और लोगों को गिरफ्तार किया है। इस मामले की जांच जैंसे जैंसे आगे बढ़ती जा रही है उसी क्रम में नए नए खुलासे और गिरफ्तारियों होती जा रही हैं।

एसआईटी की टीम द्वारा गिरफ्तार आरोपियों में शीलभद्र गुप्ता जय महावीर कॉलोनी, बाजार समिति बहादुरपुर पटना, ओम प्रकाश गुप्ता पथरा गुरारु गया, ऋषिदेव सिंह मौजउना, दरियापुर सारण, दिनेश कुमार यादव भुरखौरा, मरौउना सुपौल, एवीएन स्कूल में डाटा इंट्री ऑपरेटर मुकेश कुमार कुर्जी मगध कॉलोनी, दीघा पटना, औरंगाबाद रफि गंज में शिक्षक अटल बिहारी राय बड़कागांव, थाना औद्योगिक बक्सर शामिल हैं।

गिरफ्तार आरोपियों में जल संसाधन विभाग के सहायक (सचिवालय) व डाटा इंट्री ऑपरेटर शील भद्र गुप्ता और बिहार विकास मिशन के डाटा इंट्री ऑपरेटर ओम प्रकाश गुप्ता भी शामिल हैं। शील भद्र अटल बिहारी राय और नितिन उर्फ सनोज के साथ मिल कर काम करता था। वह छात्रों के सर्टिफिकेट को बंधक के रूप में रख लेता था और फिर लौटाने के नाम पर पैसा वसूलता था।

एसआइटी ने शील भद्र के घर से कई छात्रों के सर्टिफिकेट, बीएसएससी परीक्षा का एडमिट कार्ड, मुहर समेत अन्य सामान बरामद किया है। कुछ छात्रों के एटीएम कार्ड व पासबुक भी मिले हैं। वहीं, ओम प्रकाश गुप्ता अटल और सनोज के संपर्क में था और दोनों के बीच की कड़ी था। पुलिस की पूछताछ जारी है।

एसआइटी की पूछताछ में पता चला है कि बिहार के वर्मा आइटीआइ के संचालक नितिन उर्फ सनोज ने एवीएन स्कूल के शिक्षक अटल से मिल कर पपेर लीक कराने ने एवीएन स्कूल के शिक्षक अटल से मिल कर पपेर लीक कराने का सौदा किया था।


पैसे की डिलिंग के बाद एवीएन स्कूल में मुकेश के टेबल से अटल ने प्रश्नपत्र का फोटो खींचा था. एसआइटी के मुताबिक अटल ने फोटो खींचा और सनोज को वाट्सएप पर भेज दिया। यही फोटो बाद में वायरल हुआ। एसआइटी की जांच उस टेबल तक पहुंच गयी है, जहां से यह सब हुआ था। आगे छानबीन जारी है।

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