कटिहार | हिन्दुस्तान संवाददाता जिला शिक्षा पदाधिकारी श्रीराम सिंह ने सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को आदेश जारी करते हुए कहा कि नियमित व वरीय शिक्षक को ही विद्यालय का प्रभार प्रदान कराना सुनिश्चित करें।
श्री सिंह ने कहा कि इस बावत शिक्षा विभाग बिहार सरकार के सचिव द्वारा वीडियो कांफ्रेसिंग में समीक्षा के तहत स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि किसी भी परिस्थति में मध्य व उत्क्रमित मध्यविद्यालयों में नियोजित शिक्षक या शिक्षिका को प्रभारी नहीं बनाया जाये। अगर उक्त विद्यालय में नियमित शिक्षक प्रभारी बनने से असमर्थता जाहिर करते हैं तो उनसे आवेदन लेकर उन्हें सेवामुक्त करने के लिए निदेशालय को प्रेषित किया जाये। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने सभी बीइओ को निर्देश दिया है कि निदेशालय द्वारा जारी निर्देश के आलोक में नियमित व वरीय शिक्षक को विद्यालय का प्रभार प्रदान कराने की आवश्यक कार्रवाई करें। इस आशय से सम्बंधित कृत कार्रवाई से जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय को दस दिनों के अंदर अनुपालन प्रतिवेदन उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। सनद रहे कि विगत तीन वर्षों से जिले के लगभग एक सौ से अधिक मध्य एवं उत्क्रमित मध्यविद्यालयों में नियोजित शिक्षक व शिक्षिका प्रभारी प्रधानाध्यापक के दायित्व का निर्वाह कर रहे हैं।
श्री सिंह ने कहा कि इस बावत शिक्षा विभाग बिहार सरकार के सचिव द्वारा वीडियो कांफ्रेसिंग में समीक्षा के तहत स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि किसी भी परिस्थति में मध्य व उत्क्रमित मध्यविद्यालयों में नियोजित शिक्षक या शिक्षिका को प्रभारी नहीं बनाया जाये। अगर उक्त विद्यालय में नियमित शिक्षक प्रभारी बनने से असमर्थता जाहिर करते हैं तो उनसे आवेदन लेकर उन्हें सेवामुक्त करने के लिए निदेशालय को प्रेषित किया जाये। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने सभी बीइओ को निर्देश दिया है कि निदेशालय द्वारा जारी निर्देश के आलोक में नियमित व वरीय शिक्षक को विद्यालय का प्रभार प्रदान कराने की आवश्यक कार्रवाई करें। इस आशय से सम्बंधित कृत कार्रवाई से जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय को दस दिनों के अंदर अनुपालन प्रतिवेदन उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। सनद रहे कि विगत तीन वर्षों से जिले के लगभग एक सौ से अधिक मध्य एवं उत्क्रमित मध्यविद्यालयों में नियोजित शिक्षक व शिक्षिका प्रभारी प्रधानाध्यापक के दायित्व का निर्वाह कर रहे हैं।