सिवान । अब जूनियर वर्ग के बच्चों को स्कूलों में पढ़ाने के लिए सीनियर
शिक्षकों को भेजा जाएगा। यह निर्देश जिला शिक्षा पदाधिकारी ने सभी स्कूलों
के प्रधानाध्यापकों के साथ साथ प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को दी है।
विभाग को यह शिकायत मिली थी कि अक्सर वर्ग एक व दो के छात्रों को पढ़ाने के लिए जूनियर शिक्षकों को भेजा जाता है। जिससे बच्चों में ज्ञान शुरू से ही विकसित नहीं हो पाता है। विभाग का मानना है कि शुरू से बच्चों में उत्तरोतर विकास हो इसलिए वरीय शिक्षक वर्ग का संचालन करें। जिससे बच्चें शुरू से ही शिक्षा की मुख्य धारा से अलग न हो सकें। प्रधानाध्यापकों में भी यह मनोवृति देखने को मिलती है कि वर्ग एक व दो के बच्चों को पढ़ाने के लिए कनीय शिक्षक को भेजते हैं। अनुभवी शिक्षक को भेजने से यह परिणाम सामने आएगा कि जूनियर बच्चें भी किसी मायने में ज्ञान से पीछे नहीं रहेंगे। यह स्पष्ट निर्देश है कि अब ऐसी शिकायत नहीं आनी चाहिए । जूनियर बच्चें ही देश का भविष्य है । इनके भविष्य से खिलवाड़ करने वाले प्रधानाध्यापकों को किसी भी परिस्थिति में बख्शा नहीं जाएगा।
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