भागलपुर। जेआरएस कॉलेज, जमालपुर के जिन अतिथि व्याख्याताओं की वजह से
वहां के पठन-पाठन में सुधार हुआ उन्हें ही कम मानदेय दिया जा रहा है। यह
आरोप वहां अध्यापनरत 10 अतिथि व्याख्याताओं ने लगाया है। उन्होने कहा कि
कॉलेज में शिक्षकों की कमी के कारण पढ़ाई बाधित होती थी।
उनलोगों के आने से स्थिति सुधरी। पर तय कक्षाएं लेने के बाद भी कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य देवराज सुमन बिल में उनकी उपस्थिति कम दर्शाकर मानदेय काट ले रहे हैं। इसे लेकर डॉ. देवराज सुमन को 24 फरवरी को पत्र के माध्यम से शिकायत भी की गई थी।
पत्र में उल्लेख किया गया है कि अक्टूबर, नवंबर 2015 और जनवरी 2016 के वेतन में कटौती की गयी है। आरोपों की महाविद्यालय के बड़सर से जांच कराने के पश्चात भरोसा दिलाया गया कि कटौती की गई मानेदय की राशि वापस कर दी जाएगी। किंतु जेआरएस कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य ने इस बात की जानकारी से इंकार किया। कहा कि अतिथि व्याख्याताओं को उनकी उपस्थिति के हिसाब से उचित मानदेय मिला है। जो उपस्थिति उनकी स्टॉफ रूम के रजिस्टर में दर्ज है उसके आधार पर नहीं बल्कि प्रधान लिपिक और अन्य स्त्रोतों द्वारा दी गई जानकारी के आधार मानदेय की रिपोर्ट भेजी गई है।
इधर, अतिथि व्याख्याता संघ ने प्रभारी प्राचार्य पर आरोप लगाया है कि वे जानबूझकर नवनियुक्त अतिथि व्याख्याताओं को प्रताड़ित करने की मंशा से ऐसा कर रहे हैं। संघ के अध्यक्ष डॉ. आनंद आजाद ने कहा कि इस मामले को लेकर संघ का एक प्रतिनिधिमंडल कुलपति प्रो. रमाशंकर दुबे से मिलेगा। उन्होंने कहा कि अतिथि व्याख्याताओं को उचित मानदेय मिले इसके लिए कुलपति को मांग पत्र भी सौंपा जाएगा।
==============
कोट -
कॉलेज में नियुक्त अतिथि व्याख्याताओं की उपस्थिति के आधार पर ही उनके मानदेय का बिल भेजा गया है। कम उपस्थिति बनाकर नहीं भेजी गयी है।
- डॉ. देवराज सुमन, प्रभारी प्राचार्य जेआरएस कॉलेज, जमालपुर
====================
अतिथि व्याख्याताओं के मानदेय भुगतान में अनियमितता बर्दास्त नहीं की जाएगी। कुलपति को इस मामले से अवगत कराते हुए मामले में जांच की मांग की जाएगी।
- डॉ. आनंद आजाद, अध्यक्ष नवनियुक्त अतिथि व्याख्याता संघ, टीएमबीयू
------------------
अतिथि व्याख्याताओं का मानदेय भुगतान संबंधी बिल संबंधित कॉलेज के प्राचार्य द्वारा विश्वविद्यालय भेजा जाता है। जेआएस कॉलेज के मामले की जानकारी नहीं है। शिकायत आने पर गंभीरता से देखेंगे।
- प्रो. अवध किशोर राय, प्रतिकुलपति, टीएमबीयू।
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
उनलोगों के आने से स्थिति सुधरी। पर तय कक्षाएं लेने के बाद भी कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य देवराज सुमन बिल में उनकी उपस्थिति कम दर्शाकर मानदेय काट ले रहे हैं। इसे लेकर डॉ. देवराज सुमन को 24 फरवरी को पत्र के माध्यम से शिकायत भी की गई थी।
पत्र में उल्लेख किया गया है कि अक्टूबर, नवंबर 2015 और जनवरी 2016 के वेतन में कटौती की गयी है। आरोपों की महाविद्यालय के बड़सर से जांच कराने के पश्चात भरोसा दिलाया गया कि कटौती की गई मानेदय की राशि वापस कर दी जाएगी। किंतु जेआरएस कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य ने इस बात की जानकारी से इंकार किया। कहा कि अतिथि व्याख्याताओं को उनकी उपस्थिति के हिसाब से उचित मानदेय मिला है। जो उपस्थिति उनकी स्टॉफ रूम के रजिस्टर में दर्ज है उसके आधार पर नहीं बल्कि प्रधान लिपिक और अन्य स्त्रोतों द्वारा दी गई जानकारी के आधार मानदेय की रिपोर्ट भेजी गई है।
इधर, अतिथि व्याख्याता संघ ने प्रभारी प्राचार्य पर आरोप लगाया है कि वे जानबूझकर नवनियुक्त अतिथि व्याख्याताओं को प्रताड़ित करने की मंशा से ऐसा कर रहे हैं। संघ के अध्यक्ष डॉ. आनंद आजाद ने कहा कि इस मामले को लेकर संघ का एक प्रतिनिधिमंडल कुलपति प्रो. रमाशंकर दुबे से मिलेगा। उन्होंने कहा कि अतिथि व्याख्याताओं को उचित मानदेय मिले इसके लिए कुलपति को मांग पत्र भी सौंपा जाएगा।
==============
कोट -
कॉलेज में नियुक्त अतिथि व्याख्याताओं की उपस्थिति के आधार पर ही उनके मानदेय का बिल भेजा गया है। कम उपस्थिति बनाकर नहीं भेजी गयी है।
- डॉ. देवराज सुमन, प्रभारी प्राचार्य जेआरएस कॉलेज, जमालपुर
====================
अतिथि व्याख्याताओं के मानदेय भुगतान में अनियमितता बर्दास्त नहीं की जाएगी। कुलपति को इस मामले से अवगत कराते हुए मामले में जांच की मांग की जाएगी।
- डॉ. आनंद आजाद, अध्यक्ष नवनियुक्त अतिथि व्याख्याता संघ, टीएमबीयू
------------------
अतिथि व्याख्याताओं का मानदेय भुगतान संबंधी बिल संबंधित कॉलेज के प्राचार्य द्वारा विश्वविद्यालय भेजा जाता है। जेआएस कॉलेज के मामले की जानकारी नहीं है। शिकायत आने पर गंभीरता से देखेंगे।
- प्रो. अवध किशोर राय, प्रतिकुलपति, टीएमबीयू।
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC