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शिक्षक नियोजन पत्र के मामले में बैकफुट पर आया नपं प्रशासन

मधुबनी। झंझारपुर अनुमंडल क्षेत्र की नगर पंचायत झंझारपुर में स्थित पार्वती लक्ष्मी कन्या 2 उच्च विद्यालय में नामांकित तकरीबन 1700 छात्राओं का भविष्य संगीत शिक्षक की बहाली हो जाने से तत्काल अंधकार में जाने से बच गया है। इसका श्रेय डीएम गिरवल दयाल ¨सह को जाता है।
क्योंकि अभ्यर्थी द्वारा शिकायती आवेदन के साथ ही दैनिक जागरण में बीते 4 अप्रैल के अंक में पृष्ठ 4 पर संगीत शिक्षक के नियोजन में फंसा पेंच शीर्षक से छपी खबर डीएम श्री ¨सह को दिया गया था। सूत्रों की माने तो शिकायती आवेदन एवं दैनिक जागरण में छपी खबर के संज्ञान में आते ही डीएम ने नपं के कार्यपालक पदाधिकारी अरुण साफी को शोकॉज करते हुए संगीत शिक्षक अभ्यर्थी को अविलंब नियोजन पत्र देने का आदेश दिया। सूत्र का यह भी कहना है कि दैनिक जागरण में छपी खबर के बाद से ही नपं प्रशासन परेशानी में आ गया था। सोमवार को कार्यपालक पदाधिकारी अरुण साफी के आदेश से कार्यालय कर्मी खेलानन्द चौधरी द्वारा अभ्यर्थी को नियोजन पत्र सुपुर्द कराया गया।
क्या था मामला: प्राप्त जानकारी के अनुसार नगर पंचायत क्षेत्र में उच्चतर माध्यमिक में संगीत विषय में दो पदों पर शिक्षकों की बहाली होना था। जिसमें दो पदों के विरुद्ध एक मात्र अभ्यर्थी रुद्रपुर थाना क्षेत्र के रतुपार गांव निवासी संजीव कुमार को शिक्षा विभाग बिहार, पटना द्वारा निर्गत पत्रांक 2146 दिनांक 10 दिसम्बर 2015 के द्वारा निर्धारित नियोजन कार्यक्रम के मुताबिक नगर पंचायत झंझारपुर में 13 जनवरी 2016 को आयोजित काउंसि¨लग में शामिल कर अंतिम रुप से चयन कर लिया गया था। वहीं निदेशक माध्यमिक शिक्षा विभाग राजीव प्रसाद ¨सह रंजन के पत्रांक 11बी 1.50-2013.209, दिनांक 23 फरवरी 2016 के आलोक में नगर पंचायत झंझारपुर को 26 फरवरी 2016 तक अभ्यर्थियों को नियोजन पत्र निर्गत कर देना था। जो कतिपय कारणों का बहाना कर नपं प्रशासन द्वारा नियोजन पत्र निर्गत नहीं किया गया। जबकि निदेशक द्वारा भेजे गये इस पत्र में सख्त निर्देश दिया गया था कि उपरोक्त कार्यक्रम के अनुसार निम्नांकित निर्देश का अक्षरश: अनुपालन के साथ नियोजन किया जाना आवश्यक है। उपरोक्त तिथि को नियोजन न होने की स्थिति में सारी जवाबदेही संबंधित नियोजन इकाई की होगी एवं सुसंगत धाराओं के अन्तर्गत दोषी पदाधिकारियों, कर्मचारियों के विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई की जायेगी। बाद में अभ्यर्थी संजीव कुमार बताया गया कि नपं प्रशासन उनको नियोजन पत्र देने में एक अजीबो गरीब लोचा लगा दिया है।

क्या कहते हैं कार्यपालक पदाधिकारी : इस सम्बन्ध में पूछने पर कार्यपालक पदाधिकारी अरुण साफी ने डीएम द्वारा स्पष्टीकरण पूछे जाने की वात स्वीकार करते हुए कहा कि जवाब भेज दिया गया है। डीएम के आदेश पर ही अभ्यर्थी को नियेाजन पत्र दिया गया है।
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