Nadim S. Akhter : इंडिया टुडे ग्रुप ने बिहार में
जंगलराज-2 घोषित कर दिया है। हेडिंग देखिये। ये कहकर कि ये लेखक के निजी
विचार हैं। संपादकीय पतन की निर्लज्ज पराकाष्ठा देखिये।
यदि ऐसा है तो आरजेडी, बीजेपी, कांग्रेस समेत तमाम दलों को अपने ऑनलाइन भक्तों वाली सेना को ichowk के लिए लगा देना चाहिए ताकि वे पानी पी-पी कर विरोधियों को रावण और अपने नेता को हीरो बनाते रहें और पब्लिक इसे एक बड़े मीडिया संस्थान का निष्पक्ष प्रकाशन मानती रहे।
विचार के पन्ने अख़बारों में भी होते हैं, वहां भी अलग अलग विचारों वाले लेख आमंत्रित और प्रकाशित किये जाते हैं, लेकिन ichowk वालों ने तो खुला खेल फ़र्रुखाबादी कर दिया है। अगर बीजेपी का राष्ट्रीय प्रवक्ता या कोई पदाधिकारी ऐसा लेख लिखेगा तो हम उनकी पार्टी और पद का रिफरेन्स देकर उसे छाप सकते हैं, पब्लिक समझ जाती है। लेकिन यहाँ तो??!! लेखिका को मैं नहीं जानता और ना ही उनकी राजनितिक संलिप्तता और न ही इस वेबसाइट ने उनके बारे में कुछ बताया है, फिर भी घोषित कर दिया है बिहार में जंगलराज पार्ट-2। वैसे इस ichowk के माननीय संपादक कौन हैं, उनका नाम महफिल में बताया जाना चाहिए।
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
यदि ऐसा है तो आरजेडी, बीजेपी, कांग्रेस समेत तमाम दलों को अपने ऑनलाइन भक्तों वाली सेना को ichowk के लिए लगा देना चाहिए ताकि वे पानी पी-पी कर विरोधियों को रावण और अपने नेता को हीरो बनाते रहें और पब्लिक इसे एक बड़े मीडिया संस्थान का निष्पक्ष प्रकाशन मानती रहे।
विचार के पन्ने अख़बारों में भी होते हैं, वहां भी अलग अलग विचारों वाले लेख आमंत्रित और प्रकाशित किये जाते हैं, लेकिन ichowk वालों ने तो खुला खेल फ़र्रुखाबादी कर दिया है। अगर बीजेपी का राष्ट्रीय प्रवक्ता या कोई पदाधिकारी ऐसा लेख लिखेगा तो हम उनकी पार्टी और पद का रिफरेन्स देकर उसे छाप सकते हैं, पब्लिक समझ जाती है। लेकिन यहाँ तो??!! लेखिका को मैं नहीं जानता और ना ही उनकी राजनितिक संलिप्तता और न ही इस वेबसाइट ने उनके बारे में कुछ बताया है, फिर भी घोषित कर दिया है बिहार में जंगलराज पार्ट-2। वैसे इस ichowk के माननीय संपादक कौन हैं, उनका नाम महफिल में बताया जाना चाहिए।
पत्रकार, मीडिया शिक्षक और विश्लेषक
नदीम एस. अख्तर के फेसबुक वॉल से. इस पोस्ट पर जंगलराज-2 की लेखिका सुनीता
मिश्रा का जो कमेंट आया है, वह इस प्रकार है...
Sunita Mishra : जी नदीम जी बताएं, इसे लिखने वाली लेखिका में हूं,
जिन्हें शायद आप नहीं जानते। क्या गलत लिखा है, जो हो रहा है केवल उसे ही
आम जनता तक पहुंचाया है और आप कह रहे हैं कि इंडिया टुडे ग्रुप ने बिहार
में जंगल राज-2 घोषित कर दिया है। आपको एक बात बता दूं, यह हैडिंग उन्होंने
नहीं, बल्कि मैंने दी। जो वहां हो रहा है, क्या आप उससे सहमत हैं? मदद की
गुहार तो उन निर्दोषों और मासूमों को लगानी चाहिए, जिनके साथ यह सब हो रहा
है, आप क्यों लगा रहे हैं। यह संपादकीय पतन की निर्लज्ज पराकाष्ठा नहीं,
अपितु आपके विचार हैं। और हां भक्त तो शायद आप मालूम पड़ते हैं, जो आंखों
देखी मक्खी निगलने की कोशिश कर रहे हैं। हम पानी पी-पी कर नहीं, बल्कि
सोच—विचार कर लिखते हैं। हमारा कोई विरोधी नहीं है और न ही कोई नेता। यह तो
शायद आप के विचार है, जो आप उन्हें शब्दों के बाण के रूप छोड़ रहे हैं।
अच्छा बताइए आपका कौन सा नेता है? किससे बारे में लिखने से आप संतुष्ट
होंगे?सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC