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10 बजे के बाद खुलते विद्यालय

मुजफ्फरपुर। जिले के सुदूर व पूर्व में बाढ़ प्रभावित औराई प्रखंड क्षेत्र में शिक्षा की स्थिति काफी लचर है। शिक्षा के क्षेत्र में गुणात्मक सुधार के लिए सरकार द्वारा संचालित योजनाओं की यहां हवा निकल जाती है। शैक्षणिक अराजकता के लिए एक ओर जहां शिक्षा विभाग के अधिकारी व शिक्षक दोषी हैं तो दूसरी ओर यहां के ग्रामीण कम दोषी नहीं हैं।
सरकारी नियम के अनुसार स्कूल में कक्षाएं सुबह नौ बजे से तीन बजे तक संचालित होंगी। उसके बाद चार बजे तक कमजोर बच्चों को पढ़ाने का प्रावधान है। इन नियमों का प्रखंड क्षेत्र के शायद ही किसी स्कूल में पालन होता है। 10 बजे के बाद स्कूलों का ताला खुलता है जो तीन बजते-बजते बंद हो जाता है। हमारे प्रतिनिधि ने कुछ स्कूलों का जायजा लिया जिसमें ऐसी ही स्थिति नजर आई।
9.42 बजे : प्राथमिक विद्यालय झिक¨हया विद्यालय बंद था। विद्यालय प्रांगण में मौजूद सोनी, अंचल, राजेश, रूपम आदि ने बताया कि विद्यालय 10 बजे खुलता है।
9.50 : प्रावि अनुसूचित टोला अमनौर यह विद्यालय आंगनबाड़ी केंद्र में चलता हैं। यहां कोई नहीं था।
9.58 : प्रावि अमनौर बंद था। यहां भी आंगनबाड़ी केद्र है।
10.01 : उत्क्रमित उच्च विद्यालय अमनौर बंद था। बच्चे बरामदे पर खेल रहे थे। उसी वक्त शिक्षक रामनरेश शर्मा पहुंचे।
10.06 : प्रावि महरौली बंद था। बच्चे प्रांगण में खेल रहे थे। उसी समय एचएम वीरेंद्र प्रसाद सिंह पहुंचे। बोले जलावन लाने गए थे।
10.14 : प्रावि सहिदाबाद खुला था। यहां मो. नसीम अख्तर पढ़ा रहे थे। यहां आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 132 बंद था।
10.20 : उत्क्रमित मध्य विद्यालय महरौली उर्दू बच्चे थे, शिक्षक नहीं थे। वर्ग में बैठे बच्चे ने कहा कि कागज लाने गए हैं।
10.25 :प्रावि धारपटटी एचएम सुरेश पंडित थे, सहायक शिक्षिका नहीं थी।
10.33 : उत्क्रमित मध्य विद्यालय गोराई यहां प्रधानाध्यापक मो. जावेद आलम व सहायक शिक्षक अनिल कुमार थे, बच्चे वर्ग में थे।
11.16 : गोरांई दुसाध टोला आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 135 सेविका मंजू देवी सहायिका संगीता देवी थी।
11.28 : आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 131 महरौली सेविका सरिता कुमारी सहायिका प्रणिता कुमारी थी।
12.05 : महरौली उर्दू्र उमवि प्रधानाध्यापक शम्स आलम व 39 बच्चे थे। चावल दाल सब्जी बन रही थी।
12.10: प्रावि धार.पटटी में दो शिक्षक थे, चावल दाल सब्जी बन रही थी। 12.17 : धार.पटटी केंद्र संख्या 136 सेविका सहायिका व 12 बच्चे थे।
12.26 : महरौली हिन्दी प्रावि दो शिक्षक थे ,चावल दाल सब्जी बन रही थी।
12.40 : अमनौर उत्क्रमित उच्च विद्यालय में चावल दाल सब्जी बन रही थी। सभी शिक्षक वर्ग में थे। यहां बच्चों की उपस्थिति 198 थी।
12.51 : प्रावि अमनौर प्रधानाध्यापिका कुमारी इंदूुबाला थी। यहां आंगनबाड़ी केंद्र भी चलता है। यहां एक जगह मध्याह्न भोजन बनता है जहां दोनों के बच्चे खाते हैं।
1.15 : प्रावि अमनौर अनुसूुचित टोला में 35 बच्चे थे। सहायक शिक्षिका रीता कुमारी थी। यहां आंगनबाड़ी केंद्र भी है। विद्यालय और आंगनबाड़ी एक ही कमरे में चलता है।
--जिला अधिकारी के निर्देश के आलोक में निरीक्षण किया जा रहा है। इस क्रम में समय पर नहीं खुलने वाले विद्यालय के प्रधानाध्यापक व शिक्षकों के खिलाफ स्पष्टीकरण पूछते हुए वेतन रोकने की कार्रवाई की जाएगी। समय से शिक्षक विद्यालय खोलें और बंद करें। वहीं, अंतिम घंटी खेल का रखें।

भरत शर्मा, बीईओ औराई।
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