बक्सर। हाईकोर्ट के आदेश पर जांच के दायरे में आये नियोजित शिक्षकों पर
अंतत: जांच की आंच पड़ ही गयी। अंतिम दिन फर्जी शिक्षकों में इस्तीफा
सौंपने की होड़ मची रही और कानून के आगे जिले के साढ़े तीन दर्जन गुरुजी ने
सरेंडर कर दिया। इनमें पंचायत, प्रखंड व माध्यमिक शिक्षक शामिल हैं। जिला
कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना रामराज प्रसाद ने बताया कि गुरुवार को इस्तीफा
देने का अंतिम मौका था।
खबर लिखे जाने तक जिले के विभिन्न प्रखंडों के कुल 43 शिक्षकों के इस्तीफे की खबर है। सबसे अधिक 23 प्रखंड शिक्षक, 18 पंचायत शिक्षक तथा दो माध्यमिक शिक्षकों ने अपना इस्तीफा नियोजन इकाइयों को सौंपा है। हालांकि, ऐसा नहीं है कि जिले में इतने ही शिक्षक फर्जी सर्टिफिकेट पर नौकरी कर रहे थे। फर्जीवाड़ा का यह मामला बड़े स्तर पर है और सूत्रों की मानें तो बहुतेरे शिक्षकों ने फर्जी होने के बाद भी इस्तीफा नहीं सौंपा है। हालांकि, अब उन पर कार्रवाई तय है। यहां बता दें कि अंतिम दिन कुल 33 शिक्षकों ने विभिन्न नियोजन इकाइयों में इस्तीफा सौंपा है। जबकि, दस शिक्षक इससे पहले ही इस्तीफा सौंप चुके थे। हालांकि, इसमें दो प्रखंड चक्की व केसठ का आंकड़ा शामिल नहीं है।
किस प्रखंड से कितने ने दिया इस्तीफा
प्रखंड प्रखंड शिक्षक पंचायत शिक्षक
बक्सर - 2 1
नावानगर - 6 1
सिमरी - 5 2
ब्रह्मापुर - 1 7
चौंगाई - 1 1
डुमरांव - 2 2
इटाढ़ी - 2 1
राजपुर - 3 2
चौसा - 1 1
इसके अलावा दो माध्यमिक शिक्षकों ने इस्तीफा दिया है।
बयान :
इस्तीफा देने वाले शिक्षकों को माफी दे दी जायेगी। इनसे न तो वेतन भुगतान की राशि की वसूली होगी और न ही इन पर मुकदमा होगा। इन पर कोई कार्रवाई नहीं की जायेगी।
रामराज प्रसाद, स्थापना डीपीओ, बक्सर।
संजय व शिवानी ने सौंपा इस्तीफा
चौसा (बक्सर) : उच्च न्यायालय के निर्देश के आलोक में गुरूवार को इस्तीफा देने के अंतिम दिन एक प्रखंड व एक पंचायत शिक्षक ने स्वेच्छा से अपना इस्तीफा सौंप दिया। प्रखंड संसाधन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार कनक नारायणपुर प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत संजय कुमार सिंह तथा अखौरीपुर गोला पर प्रखंड शिक्षक के रूप में पदस्थापित शिवानी ने प्रखंड संसाधन केंद्र पर इस्तीफा सौंपा।
जांच के नाम पर हड़कंप का असर
डुमराव (बक्सर) : फर्जी शैक्षणिक प्रमाण-पत्रों की बदौलत सरकारी स्कूलों में नौकरी प्राप्त करने वाले शिक्षकों में जांच के नाम पर हड़कंप मचा हुआ है। नौकरी से त्याग-पत्र देकर आपराधिक मुकदमा के पचड़े से जान बचाने के लिए डुमराव में अब तक कुल चार एवं चौगाईं में दो शिक्षकों ने प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को त्याग-पत्र दिया। इनमें डुमराव प्रखंड के मध्य विद्यालय डुभुकी से नियोजित शिक्षिका उषा कुमारी, मध्य विद्यालय कुशलपुर से अंकेश्वर प्रसाद, प्राथमिक विद्यालय छतनवार से उपेन्द्र पासवान एवं नवसृजित प्राथमिक विद्यालय सोवा पूरब टोला के आनंद कुमार सिंह ने प्रखंड संसाधन केन्द्र डुमराव में जाकर नौकरी से त्यागपत्र दे दिया। वहीं, चौगाईं प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय आमसारी से सूधे कुमार सिंह ने प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी मो. शोएब अंसारी के समक्ष नौकरी से त्यागपत्र दिया।
अब फर्जी शिक्षकों पर गिरेगी गाज
डुमराव (बक्सर) : फर्जी तरीके से नौकरी करने वाले शिक्षकों में उहापोह की स्थिति बनी हुई है। हालांकि, अंतिम दिन जिन शिक्षकों को अहसास हुआ वैसे लोग कलेजे पर पत्थर रखकर नौकरी से त्याग पत्र दे दिये। परन्तु यह भी चर्चा है कि पूरे अनुमंडल इलाके में फर्जी प्रमाण पत्रों पर नौकरी करने वाले ज्यादातर ऐसे शिक्षक है जो इसलिए चुप्पी साध लिये है कि जांचोपरान्त जो होगा देखा जायेगा।
सरकारी नौकरी - Government Jobs - Current Opening All Exams Preparations , Strategy , Books , Witten test , Interview , How to Prepare & other details
खबर लिखे जाने तक जिले के विभिन्न प्रखंडों के कुल 43 शिक्षकों के इस्तीफे की खबर है। सबसे अधिक 23 प्रखंड शिक्षक, 18 पंचायत शिक्षक तथा दो माध्यमिक शिक्षकों ने अपना इस्तीफा नियोजन इकाइयों को सौंपा है। हालांकि, ऐसा नहीं है कि जिले में इतने ही शिक्षक फर्जी सर्टिफिकेट पर नौकरी कर रहे थे। फर्जीवाड़ा का यह मामला बड़े स्तर पर है और सूत्रों की मानें तो बहुतेरे शिक्षकों ने फर्जी होने के बाद भी इस्तीफा नहीं सौंपा है। हालांकि, अब उन पर कार्रवाई तय है। यहां बता दें कि अंतिम दिन कुल 33 शिक्षकों ने विभिन्न नियोजन इकाइयों में इस्तीफा सौंपा है। जबकि, दस शिक्षक इससे पहले ही इस्तीफा सौंप चुके थे। हालांकि, इसमें दो प्रखंड चक्की व केसठ का आंकड़ा शामिल नहीं है।
किस प्रखंड से कितने ने दिया इस्तीफा
प्रखंड प्रखंड शिक्षक पंचायत शिक्षक
बक्सर - 2 1
नावानगर - 6 1
सिमरी - 5 2
ब्रह्मापुर - 1 7
चौंगाई - 1 1
डुमरांव - 2 2
इटाढ़ी - 2 1
राजपुर - 3 2
चौसा - 1 1
इसके अलावा दो माध्यमिक शिक्षकों ने इस्तीफा दिया है।
बयान :
इस्तीफा देने वाले शिक्षकों को माफी दे दी जायेगी। इनसे न तो वेतन भुगतान की राशि की वसूली होगी और न ही इन पर मुकदमा होगा। इन पर कोई कार्रवाई नहीं की जायेगी।
रामराज प्रसाद, स्थापना डीपीओ, बक्सर।
संजय व शिवानी ने सौंपा इस्तीफा
चौसा (बक्सर) : उच्च न्यायालय के निर्देश के आलोक में गुरूवार को इस्तीफा देने के अंतिम दिन एक प्रखंड व एक पंचायत शिक्षक ने स्वेच्छा से अपना इस्तीफा सौंप दिया। प्रखंड संसाधन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार कनक नारायणपुर प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत संजय कुमार सिंह तथा अखौरीपुर गोला पर प्रखंड शिक्षक के रूप में पदस्थापित शिवानी ने प्रखंड संसाधन केंद्र पर इस्तीफा सौंपा।
जांच के नाम पर हड़कंप का असर
डुमराव (बक्सर) : फर्जी शैक्षणिक प्रमाण-पत्रों की बदौलत सरकारी स्कूलों में नौकरी प्राप्त करने वाले शिक्षकों में जांच के नाम पर हड़कंप मचा हुआ है। नौकरी से त्याग-पत्र देकर आपराधिक मुकदमा के पचड़े से जान बचाने के लिए डुमराव में अब तक कुल चार एवं चौगाईं में दो शिक्षकों ने प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को त्याग-पत्र दिया। इनमें डुमराव प्रखंड के मध्य विद्यालय डुभुकी से नियोजित शिक्षिका उषा कुमारी, मध्य विद्यालय कुशलपुर से अंकेश्वर प्रसाद, प्राथमिक विद्यालय छतनवार से उपेन्द्र पासवान एवं नवसृजित प्राथमिक विद्यालय सोवा पूरब टोला के आनंद कुमार सिंह ने प्रखंड संसाधन केन्द्र डुमराव में जाकर नौकरी से त्यागपत्र दे दिया। वहीं, चौगाईं प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय आमसारी से सूधे कुमार सिंह ने प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी मो. शोएब अंसारी के समक्ष नौकरी से त्यागपत्र दिया।
अब फर्जी शिक्षकों पर गिरेगी गाज
डुमराव (बक्सर) : फर्जी तरीके से नौकरी करने वाले शिक्षकों में उहापोह की स्थिति बनी हुई है। हालांकि, अंतिम दिन जिन शिक्षकों को अहसास हुआ वैसे लोग कलेजे पर पत्थर रखकर नौकरी से त्याग पत्र दे दिये। परन्तु यह भी चर्चा है कि पूरे अनुमंडल इलाके में फर्जी प्रमाण पत्रों पर नौकरी करने वाले ज्यादातर ऐसे शिक्षक है जो इसलिए चुप्पी साध लिये है कि जांचोपरान्त जो होगा देखा जायेगा।
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