प्रथम शिक्षक नियोजन से तृतीय शिक्षक नियोजन में हुए बहाल शिक्षकों की
शैक्षणिक व प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्रों की अब तक नहीं हुई है जांच
पंचायत नियोजन इकाई से प्राप्त मेधा सूची की जांच बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा परीक्षा फल के परिणाम के उपलब्ध कराये गई सीडी से जांच कराई गई है। जिसमें भवानीपुर प्रखंड के विभिन्न पंचायत के 264 शिक्षक अभ्यर्थियों के अंतिम मेधा सूची में 169 अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गये हैं। पंचायत नियोजन इकाई के मुखिया एवं पंचायत सचिव को दोबारा जांच करने के बाद ही नियोजन करने का निर्देश दिया है। इसमें कोई गड़बड़ी पाई गई तो इसकी पूर्ण जवाबदेही नियोजन इकाई की होगी। मो.हारुण
जिला शिक्षा पदाधिकारी
मुकेश श्रीवास्तव, पूर्णिया : जिले के भवानीपुर प्रखंड के पंचायत शिक्षक नियोजन 2015-16 के नियोजन की अंतिम मेधा सूची में अभ्यर्थियों की शिक्षक पात्रता परीक्षा के प्रमाण पत्र की जांच में 264 शिक्षक अभ्यर्थियों में 169 के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गये हैं। 2006 के प्रथम शिक्षक नियोजन से तृतीय शिक्षक नियोजन में बहाल शिक्षकों के शैक्षणिक व प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्रों की जांच विभागीय स्तर पर आज तक नहीं करायी गयी है। जिस कारण लगभग पंचायत व प्रखंड में बहाल नियोजित शिक्षकों में लगभग 80 प्रतिशत शिक्षक फर्जी प्रमाण पत्र पर नियोजित हैं। बड़े मजे के साथ शिक्षक मानदेय पा रहे हैं। जिला शिक्षा पदाधिकारी मो.हारुण की पहल पर पहली बार चतुर्थ शिक्षक नियोजन के अभ्यर्थियों के टीईटी उत्तीर्ण प्रमाण पत्रों की जांच स्थापना शाखा द्वारा बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा प्रकाशित परीक्षा फल के उपलब्ध करायी गई सीडी से करायी गयी है। भवानीपुर प्रखंड अन्तर्गत कुल 14 पंचायत है। इनमें 3 पंचायत गोंदवारा पतकेली के 4 शिक्षक अभ्यथी, जाबे के 2 शिक्षक अभ्यर्थी एवं श्रीपुर मिलिक के 5 अभ्यर्थियों को पंचायत नियोजन इकाई द्वारा जिला में अंतिम मेधा सूची में अनुमोदन के लिए भेजा गया। इन पंचायतों के सभी अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गये हैं। जिस कारण इस पंचायत में नियोजन कार्य प्रभावित हो सकते हैं। प्रखंड के शेष पंचायतों में विधिवत नियोजन प्रक्रिया अपनाई गई है। प्रखंड के कुल पंचायत शिक्षक के 112 पद के विरुद्ध 264 अभ्यर्थियों के आवेदन में प्रशिक्षित शून्य एवं अप्रशिक्षित 264 अंतिम मेधा सूची के अनुमोदन के लिए जिला में भेजा गया है। इनमें 169 अभ्यर्थियों के शिक्षक पात्रता परीक्षा के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गये हैं।
दर्शाया है संदेहास्पद
डीईओ मो.हारुण एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) मिथिलेश प्रसाद ने पंचायत नियोजन इकाई के मुखिया एवं पंचायत सचिव को नियमानुकूल मेधा सूची को अनुमोदित करते हुए फर्जी पाये प्रमाण पत्र के अभ्यर्थियों के नाम के सामने संदेहास्पद दर्ज कर सूची को अनुमोदित कर भेजा गया है। तथा नियोजन इकाई को दोबारा इसकी जांच अपने स्तर से करने के बाद ही नियोजन करने का निर्देश दिया है। नियोजन में अगर कोई गड़बड़ी होती है तो इसकी पूर्ण जवाबदेही नियोजन इकाई की होगी।
2006 से नहीं हुई प्रमाण पत्रों की जांच
जिले में शिक्षक नियोजन में बहाल हुए शिक्षकों के शैक्षणिक व प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्रों की जांच 2006 से अब तक नहीं हुई है। शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव ने सभी डीईओ को 31 मई तक नियोजित शिक्षकों के शैक्षणिक व प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्र की जांच सुनिश्चित कराने का निर्देश जारी किया है। जांच पूरी नहीं होने पर जून माह से संबंधित नियोजित शिक्षक का मानदेय जब तक प्रमाण पत्र की जांच नहीं हो जाती तक तक स्थगित रखने का भी निर्देश दिया है। इसके लिए डीईओ ने सभी नियोजन इकाई को पत्र निर्गत कर निर्देश जारी कर दिया है।
पंचायतवार फर्जी प्रमाण पत्र
पंचायत अभ्यर्थियों फर्जी प्रमाण
का नाम की सं. पत्रों की सं.
1.बड़हरी 40 23
2.बसंतपुर चिंतामणी 33 18
उसकाबरी
3.भवानीपुर पूरब 46 29
4.गोंदवारा पतकेली 04 04
5.जांबे 02 02 6.लाठी 22 18
7.रधुनाथपुर 11 06
8.शहीदगंज 12 11
9.सोनमा 28 14
10.सोनदीप मिलिक 16 07
11.श्रीपुर मिलिक 05 05
12. सुपौती 17 13
13.सुरैती 28 19
सरकारी नौकरी - Government Jobs - Current Opening All Exams Preparations , Strategy , Books , Witten test , Interview , How to Prepare & other details
पंचायत नियोजन इकाई से प्राप्त मेधा सूची की जांच बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा परीक्षा फल के परिणाम के उपलब्ध कराये गई सीडी से जांच कराई गई है। जिसमें भवानीपुर प्रखंड के विभिन्न पंचायत के 264 शिक्षक अभ्यर्थियों के अंतिम मेधा सूची में 169 अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गये हैं। पंचायत नियोजन इकाई के मुखिया एवं पंचायत सचिव को दोबारा जांच करने के बाद ही नियोजन करने का निर्देश दिया है। इसमें कोई गड़बड़ी पाई गई तो इसकी पूर्ण जवाबदेही नियोजन इकाई की होगी। मो.हारुण
जिला शिक्षा पदाधिकारी
मुकेश श्रीवास्तव, पूर्णिया : जिले के भवानीपुर प्रखंड के पंचायत शिक्षक नियोजन 2015-16 के नियोजन की अंतिम मेधा सूची में अभ्यर्थियों की शिक्षक पात्रता परीक्षा के प्रमाण पत्र की जांच में 264 शिक्षक अभ्यर्थियों में 169 के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गये हैं। 2006 के प्रथम शिक्षक नियोजन से तृतीय शिक्षक नियोजन में बहाल शिक्षकों के शैक्षणिक व प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्रों की जांच विभागीय स्तर पर आज तक नहीं करायी गयी है। जिस कारण लगभग पंचायत व प्रखंड में बहाल नियोजित शिक्षकों में लगभग 80 प्रतिशत शिक्षक फर्जी प्रमाण पत्र पर नियोजित हैं। बड़े मजे के साथ शिक्षक मानदेय पा रहे हैं। जिला शिक्षा पदाधिकारी मो.हारुण की पहल पर पहली बार चतुर्थ शिक्षक नियोजन के अभ्यर्थियों के टीईटी उत्तीर्ण प्रमाण पत्रों की जांच स्थापना शाखा द्वारा बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा प्रकाशित परीक्षा फल के उपलब्ध करायी गई सीडी से करायी गयी है। भवानीपुर प्रखंड अन्तर्गत कुल 14 पंचायत है। इनमें 3 पंचायत गोंदवारा पतकेली के 4 शिक्षक अभ्यथी, जाबे के 2 शिक्षक अभ्यर्थी एवं श्रीपुर मिलिक के 5 अभ्यर्थियों को पंचायत नियोजन इकाई द्वारा जिला में अंतिम मेधा सूची में अनुमोदन के लिए भेजा गया। इन पंचायतों के सभी अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गये हैं। जिस कारण इस पंचायत में नियोजन कार्य प्रभावित हो सकते हैं। प्रखंड के शेष पंचायतों में विधिवत नियोजन प्रक्रिया अपनाई गई है। प्रखंड के कुल पंचायत शिक्षक के 112 पद के विरुद्ध 264 अभ्यर्थियों के आवेदन में प्रशिक्षित शून्य एवं अप्रशिक्षित 264 अंतिम मेधा सूची के अनुमोदन के लिए जिला में भेजा गया है। इनमें 169 अभ्यर्थियों के शिक्षक पात्रता परीक्षा के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गये हैं।
दर्शाया है संदेहास्पद
डीईओ मो.हारुण एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) मिथिलेश प्रसाद ने पंचायत नियोजन इकाई के मुखिया एवं पंचायत सचिव को नियमानुकूल मेधा सूची को अनुमोदित करते हुए फर्जी पाये प्रमाण पत्र के अभ्यर्थियों के नाम के सामने संदेहास्पद दर्ज कर सूची को अनुमोदित कर भेजा गया है। तथा नियोजन इकाई को दोबारा इसकी जांच अपने स्तर से करने के बाद ही नियोजन करने का निर्देश दिया है। नियोजन में अगर कोई गड़बड़ी होती है तो इसकी पूर्ण जवाबदेही नियोजन इकाई की होगी।
2006 से नहीं हुई प्रमाण पत्रों की जांच
जिले में शिक्षक नियोजन में बहाल हुए शिक्षकों के शैक्षणिक व प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्रों की जांच 2006 से अब तक नहीं हुई है। शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव ने सभी डीईओ को 31 मई तक नियोजित शिक्षकों के शैक्षणिक व प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्र की जांच सुनिश्चित कराने का निर्देश जारी किया है। जांच पूरी नहीं होने पर जून माह से संबंधित नियोजित शिक्षक का मानदेय जब तक प्रमाण पत्र की जांच नहीं हो जाती तक तक स्थगित रखने का भी निर्देश दिया है। इसके लिए डीईओ ने सभी नियोजन इकाई को पत्र निर्गत कर निर्देश जारी कर दिया है।
पंचायतवार फर्जी प्रमाण पत्र
पंचायत अभ्यर्थियों फर्जी प्रमाण
का नाम की सं. पत्रों की सं.
1.बड़हरी 40 23
2.बसंतपुर चिंतामणी 33 18
उसकाबरी
3.भवानीपुर पूरब 46 29
4.गोंदवारा पतकेली 04 04
5.जांबे 02 02 6.लाठी 22 18
7.रधुनाथपुर 11 06
8.शहीदगंज 12 11
9.सोनमा 28 14
10.सोनदीप मिलिक 16 07
11.श्रीपुर मिलिक 05 05
12. सुपौती 17 13
13.सुरैती 28 19
सरकारी नौकरी - Government Jobs - Current Opening All Exams Preparations , Strategy , Books , Witten test , Interview , How to Prepare & other details