छपरा। शिक्षक नियोजन में हुए फर्जीवाड़ा की जांच में जुटी निगरानी को अब शिक्षक नियोजन में फर्जीवाड़ा पकड़े जाने की शुरूआत हो चुकी है।
बीईओ व पंचायत सचिव के नियोजन के मेधा सूची जिसमें मेधा अंकित हो, कार्यवाही पंजी, आवेदन -पत्र, काउंस¨लग पंजी के मिलान के बाद विजिलेंस की टीम ने अपने स्तर से शनिवार को पुन जांच शुरू की। विजिलेंस सूत्रों ने बताया कि परसा प्रखंड के विभिन्न नियोजन इकाई ने मेधा सूची नहीं दी है। जो कागजात दिया है, उसमें भी मिलान नहीं हो सकता है। जिसके कारण उसे लौटाने की तैयारी चल रही है। इसके अलावा मांझी, मशरख, एकमा, इसुआपुर व सोनपुर प्रखंड के नियोजन इकाई में त्रुटि मिली है। निगरानी की टीम नियोजन इकाई वार कागजातों को जांच कर रही है। निगरानी संभाग के लिपिक शशिभूषण ¨सह ने बताया कि जांच में गड़बड़ी पकड़ा जा रहा हैं। गड़बड़ी के संबंध में नियोजन इकाई पर अब कार्रवाई की जाएगी। जिससे शिक्षकों में हड़कंप मच गया है। सूत्रों की माने तो अधिकांश नियोजन इकाई में गड़बड़ी पाई गई है। सारण में करीब दो हजार के आस-पास फर्जी शिक्षकों की बहाली हो चुकी है। वे अभी कार्य कर रहे हैं।
बीईओ व पंचायत सचिव के नियोजन के मेधा सूची जिसमें मेधा अंकित हो, कार्यवाही पंजी, आवेदन -पत्र, काउंस¨लग पंजी के मिलान के बाद विजिलेंस की टीम ने अपने स्तर से शनिवार को पुन जांच शुरू की। विजिलेंस सूत्रों ने बताया कि परसा प्रखंड के विभिन्न नियोजन इकाई ने मेधा सूची नहीं दी है। जो कागजात दिया है, उसमें भी मिलान नहीं हो सकता है। जिसके कारण उसे लौटाने की तैयारी चल रही है। इसके अलावा मांझी, मशरख, एकमा, इसुआपुर व सोनपुर प्रखंड के नियोजन इकाई में त्रुटि मिली है। निगरानी की टीम नियोजन इकाई वार कागजातों को जांच कर रही है। निगरानी संभाग के लिपिक शशिभूषण ¨सह ने बताया कि जांच में गड़बड़ी पकड़ा जा रहा हैं। गड़बड़ी के संबंध में नियोजन इकाई पर अब कार्रवाई की जाएगी। जिससे शिक्षकों में हड़कंप मच गया है। सूत्रों की माने तो अधिकांश नियोजन इकाई में गड़बड़ी पाई गई है। सारण में करीब दो हजार के आस-पास फर्जी शिक्षकों की बहाली हो चुकी है। वे अभी कार्य कर रहे हैं।