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आइडी दिखाओ, बड़ी आयी हो स्कूल चेक करनेवाली!

निरीक्षण. जीविका दीदियों को नहीं दिखा रहे स्कूलों के अभिलेख

भले ही जीविका दीदी को स्कूलों में दौरा करने का अधिकार मिल गया है, लेकिन यह बात शिक्षकों के गले नहीं उतर रही हैं. शिक्षक इसे अपना अपमान समझ रहे हैं. इसका खुलासा खुद जीविका दीदी के रिपोर्ट से हुआ है. उनसे कई स्कूलों में आइडी यानी पहचान पत्र की मांग की गयी है, जबकि कई विद्यालयों में में रिकार्ड ही उपलब्ध नहीं कराये गये हैं.
 
बेतिया : जीविका दीदी के निरीक्षण के बाद जिले के विद्यालयों में चल रहे खेल का खुलासा होने लगा है. 
नवंबर माह में जिले के विभिन्न प्रखंडों में निरीक्षण के बाद जीविका समूह के सदस्यों ने जो रिपोर्ट दिया है उससे स्पष्ट रुप से झलक रहा है कि जिले की शिक्षा व्यवस्था को पूरी तरह से घुन लग चुका है.
 
हालांकि कई स्कूल बेहतर कर रहे हैं. लेकिन, रिपोर्ट दर्शाते हैं कि ज्यादातर स्कूलों में शिक्षा का ग्राफ भयावह है. नवम्बर में जीविका समूह ने जिले के 18 प्रखंडो के 307 विद्यालयों का अनुश्रवण किया है. जिसमें प्राय: अधिकांश स्कूलो में स्थिति  सही नहीं दिखी है. प्रतिवेदन के अनुसार बगहा दो प्रखंड के 13 स्कूलों का अनुश्रवण जीविका दीदीयों की ओर से किया गया. जिसमें से दस स्कूलो में बताया गया है कि मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता अच्छी नहीं.
 
वहीं बेतिया प्रखंड के 28 स्कूलों में साफ-सफाई और रुटिन से वर्ग संचालन नही होने की बात बतायी गयी है. नौतन के 15 स्कूलों में कठैया विशुनपुरवा स्कूल के पांच शिक्षक एक साथ अवकाश पर पाये गये.  राजकीय प्राथिमक विद्यालय चैता महोदीपुर के प्रधानाध्यापक द्वारा अनुश्रवण के लिए गयी जीविका दीदीयों के पहचान पत्र की मांग की गयी. रामनगर में भी उपस्थिति पंजी एवं वास्तविक उपस्थिति में काफी अंतर पाया गया. इस प्रकार प्रतिवेदन से स्पष्ट हुआ है कि जिले के शिक्षा विभाग में सबकुछ ठिकठाक नही चल रहा है. इधर, जीविका समूह और शिक्षकों के बीच आपसी वैमनस्यता भी बढ़ती चली जा रही है.
 
अनुश्रवण में स्कूल के शिक्षक जीविका समूह की महिलाओं को हीन भावना से भी देख रहे है. परोक्ष रुप से उनके द्वारा कहा जा रहा है कि अनपढ़ महिलायें अब स्कूल चेक करने चली है. बहरहाल, जीविका समूह के प्रतिवेदन के आधार पर अग्रेतर कार्रवाई के लिए जिलाधिकारी को प्रतिवेदन भेजा गया है. 
 
दीदियों को नहीं उपलब्ध करायी गयी पंजी  
 
मैनाटांड़ प्रखंड के 45 स्कूलों का अनुश्रवण करने के दौरान कई स्कूलों में जीविका दीदी को अनुश्रवण के दौरान पंजी उपलब्ध ही नहीं करायी गयी. राजकीय प्राथमिक विद्यालय रामनगरी अनुश्रवण के क्रम में दो बजे ही बंद पाया गया. ठकराहा प्रखंड के 16 स्कूलों का अनुश्रवण किया गया. जिसमें रा़ म़  वि मलाही टोला में 11 में से 4 शिक्षक सीआरसी बैठक, एक के बारे में कोई जानकारी नहीं 437 नामांकित में से मात्र 176 बच्चे उपस्थित पाये गये. 
 
दीदियों को नहीं उपलब्ध करायी गयी पंजी  
 
मैनाटांड़ प्रखंड के 45 स्कूलों का अनुश्रवण करने के दौरान कई स्कूलों में जीविका दीदी को अनुश्रवण के दौरान पंजी उपलब्ध ही नहीं करायी गयी. राजकीय प्राथमिक विद्यालय रामनगरी अनुश्रवण के क्रम में दो बजे ही बंद पाया गया. ठकराहा प्रखंड के 16 स्कूलों का अनुश्रवण किया गया. जिसमें रा़ म़  वि मलाही टोला में 11 में से 4 शिक्षक सीआरसी बैठक, एक के बारे में कोई जानकारी नहीं 437 नामांकित में से मात्र 176 बच्चे उपस्थित पाये गये. 
 
रिकार्ड में मिले अंतर , बताया जांच  का विषय
 
चनपटिया के 20 स्कूलो मं उपस्थिति पंजी और गिनती में काफी अंतर पाया गया . वहीं बैरिया के 19 स्कूलों प्रा़ वि. लौकरिया में पंजी प्रस्तुत नहीं किया गया. मझौलिया में भी यहीं हाल रहा जहां 23 स्कूलों का अनुश्रवण जीविका दीदीयों ने किया. यहां भी स्कूलों में कमियां मिली. बगहा 1 के 22 स्कूलों में चखनी छतरौल एक ही विद्यालय के 12 में 7 शिक्षक सीआरसी बैठक में जाने की बात बतायी गयी जिसे जांच का विषय बताया है.
 
धांधली का खुलासा
जीविका दीदीयों के विद्यालय निरीक्षण के दौरान प्रधानाध्यापक व शिक्षक कर रहे कटाक्ष, नहीं दिखा रहे स्कूलों के अभिलेख , 
 नवंबर माह में जीविका दीदीयों ने जिले के 307 विद्यालयों का किया दौरा, सभी स्कूलों में मिली कमियां
एमडीएम, साफ-सफाई व शिक्षकों के गायब रहने के मामले मिले, कई स्कूलों के रिकार्ड में ही मिले अंतर,

जिलाधिकारी को सौंपी गई निरीक्षण रिपोर्ट, होगी संबंधित स्कूलों पर कार्रवाई

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