राज्य के सभी कोटि के नियोजित शिक्षकों तथा पुस्तकालयाध्यक्षों को 1 अप्रैल 2021 से 15 फीसदी वेतन वृद्धि का संकल्प सरकार के शिक्षा विभाग ने 29 अगस्त 2020 को जारी किया था। इस संकल्प को लागू करने के लिए शुक्रवार को शिक्षा विभाग ने विस्तृत दिशा-निर्देश जारी कर दिया। अब शिक्षकों के वेतन निर्धारण की प्रक्रिया शुरू होगी और जनवरी की पहली तारीख से शिक्षकों को बढ़ा हुआ वेतन मिल पाएगा।
गौरतलब हो कि पंचायती राज संस्थानों एवं नगर निकाय संस्थानों अंतर्गत कार्यरत शिक्षकों एवं पुस्तकालयाध्यक्षों की वर्तमान वेतन संरचना में सुधार के उद्देश्य से उनको देय वेतन में 15 प्रतिशत की वृद्धि करने के प्रस्ताव पर राज्य मंत्रिमंडल की स्वीकृति मिलने के बाद शिक्षा विभाग ने इस आशय का संकल्प जारी किया था। इस संकल्प के तहत वर्द्धित दर से वेतन निर्धारण के लिए वित्त विभाग के परामर्श से अलग से दिशा-निर्देश नहीं जारी हुआ था। इसको लेकर शिक्षा विभाग ने वित्त विभाग को मार्च माह में ही प्रस्ताव भेजा था। अब वित्त विभाग की मुहर लगने के बाद शिक्षा विभाग ने 12 नवम्बर को विस्तृत दिशा-निर्देश जारी करते हुए इसे बिहार गजट में शामिल करने का निर्देश दिया है। विभाग के उप सचिव अरशद फिरोज द्वारा जारी आदेश में वेतनवृद्धि के संकल्प के मुताबिक नया पे-मैट्रिक्स भी जारी किया गया है साथ ही वेतन निर्धारण की प्रक्रिया भी तय कर दी गई है।
जनवरी 22 से मिलेगा वेतनवृद्धि का लाभ
12 नवम्बर 2021 को जारी पे-मैट्रिक्स में 1 अप्रैल 2021 के प्रभाव से जिन
शिक्षकों, पुस्तकालयाध्यक्षों के वेतन का निर्धारण होगा, उन्हें वार्षिक
वेतनवृद्धि का लाभ 1 जनवरी 2022 से देय होगा। उपयुक्त पे-मैट्रिक्स में
वेतन निर्धारण में यदि किसी शिक्षक, पुस्तकालयाध्यक्ष का मूल वेतन अपने
कनीय शिक्षक से कम निर्धारित हो, तो उनका मूल वेतन कनीय शिक्षक के मूल वेतन
के अनुरूप निर्धारित किया जाएगा।
भत्ते पूर्ववत रहेंगे, मूल वेतन में 1.15 गुना होगी वृद्धि
शिक्षा विभाग द्वारा 1 अप्रैल 2017 को जारी संकल्प के मुताबिक निर्धारित
मैट्रिक्स में पूर्व से प्राप्त मूल वेतन में 1.15 से गुना कर जो राशि
आएगी, उसे ताजा जारी पे-मैट्रिक्स के सापेक्ष अथवा ठीक ऊपर के लेवल के
अनुसार निर्धारित करते हुए 1 अप्रैल 2021 से वित्तीय लाभ अनुमान्य होगा।
नियोजित शिक्षकों के भत्तों का भुगतान पूर्व की भांति होगी।
नियोजित शिक्षकों का वेतन अधिकतम 39,200 तक पहुंचा
वेतनवृद्धि के बाद नियोजित शिक्षकों का मासिक वेतन अधिकतम 39,200 रुपए तक
पहुंच गया है। बढ़ोतरी का लाभ मिलने के बाद 2 साल पूरा कर चुके प्राथमिक से
लेकर उच्च माध्यमिक तक के प्रशिक्षित शिक्षकों का वेतन तकरीबन 3000 से
लेकर करीब 4000 रुपए तक बढ़ जाएगा। जारी आदेश में एक से लेकर 18 साल तक की
सेवा वाले अप्रशिक्षित, प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षकों का
पे मैट्रिक्स घोषित किया गया है।
वेतन निर्धारण के लिए तैयार हो रहा ऑनलाइन कैलकुलेटर
शिक्षा विभाग राज्य के साढ़े तीन लाख नियोजित शिक्षकों व
पुस्तकालयाध्यक्षों के वेतन का निर्धारण नये साफ्टवेयर के माध्यम से
कराएगा। इसके लिए नया आनलाइन कैलकुलेटर तैयार कराया जा रहा है, ताकि यह
कार्य पारदर्शी एवं त्वरित गति से कराया जा सके। वेतन का निर्धारण आनलाइन
कैलकुलेटर उपलब्ध कराने के पश्चात ही किया जाएगा।
वर्ष 2015 में मिला था वेतनमान व ग्रेड पे
राज्य के नियोजित शिक्षकों को नियत मासिक वेतन दिया जाता था। परंतु राज्य
सरकार ने इन्हें पहली बार अगस्त 2015 से वेतनमान दिया। ग्रेड पे तय हुए।
5200-20,200 के वेतनमान के साथ प्राथमिक, माध्यमिक व उच्च माध्यमिक
शिक्षकों को क्रमश: 2000, 2400 एवं 2800 का ग्रेड पे स्वीकृत हुआ। तभी
संकल्प जारी कर सरकार ने इस कोटि के शिक्षकों को सरकारी कर्मियों की तरह
महंगाई भत्ता, चिकित्सा भत्ता, मकान किराया भत्ता एवं वार्षिक वेतन वृद्धि
देय किया।