जिले के 24 नियोजन इकाई से 253 शिक्षकों के नौकरी के कागजात गायब हो चुके हैं। हालांकि इनमें 230 शिक्षकों के फोल्डर को ले पूर्व में ही नियोजन इकाई पर कारवाई हो चुकी है वहीं 23 शिक्षकों के फोल्डर को ले नियोजन
इकाई पर कार्रवाई की प्रक्रिया जारी है। कटिहार में नियोजित शिक्षकों की बहाली में जो फर्जीवाड़ा हुआ है वह अब धीरे धीरे सामने आ रहा है। निगरानी विभाग के द्वारा नियोजन इकाइयों के माध्यम से 10195 शिक्षकों से जुड़े फोल्डर की मांग की गई थी। शिक्षा विभाग के कई प्रयासों के बाद 9605 शिक्षकों से जुड़े फोल्डर निगरानी विभाग को उपलब्ध कराया जा सका है। जिसको लेकर विभाग कार्रवाई कर रही है। हालांकि जिस नियोजन इकाई ने फोल्डर जमा नहीं किया है उसके वर्तमान सचिव का कहना है कि पूर्व के सचिव ने शिक्षक नियोजन से संबंधित फाइल का चार्ज नहीं दिया। जिसके कारण विभाग को फोल्डर उपलब्ध नहीं कराया जा सका है।नियोजन से जुड़े कागजातों की हुई है मांग
जानकारी
के अनुसार निदेशक प्राथमिक शिक्षा द्वारा शिक्षक नियोजन से जुड़े कागजातों
की मांग की गई थी। जिले में 24 ऐसे नियोजन इकाई है जिन्होंने शिक्षकों से
जुड़े फोल्डर विभाग को उपलब्ध नहीं कराए हैं। निदेशक के निर्देश के बाद
वर्तमान में शिक्षा विभाग को नियोजन इकाई द्वारा 337 फोल्डर उपलब्ध हो चुका
है।
नियोजन इकाई के पंचायत सचिव बोले
अमदाबाद
के भवानीपुर खट्टी पंचायत के वर्तमान सचिव सत्येंद्र सिंह का कहना है कि
शिक्षक नियोजन से संबंधित फाइल का पूर्व सचिव के द्वारा चार्ज नहीं दिया
गया। इससे संबंधित फाइल की जानकारी भी नहीं है। कदवा प्रखंड के तेतलिया व
धनगामा नियोजन इकाई द्वारा शिक्षकों का फोल्डर जमा नहीं होने पर नियोजन
इकाई के सचिव फजलुर्रहमान का कहना है मुझे अभी एक माह पहले ही चार्ज मिला
है।
जिले में 256 नियोजन इकाई
निगरानी
विभाग के सूत्रों की मानें तो जब तक नियोजन इकाई द्वारा निर्धारित फोल्डर
में नियोजित शिक्षकों के बारे में पूरी जानकारी नहीं मिलेगी तब तक प्रमाण
पत्रों की जांच प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ेगी। जिले में कुल 256 नियोजन इकाई
है। इसमें 238 पंचायत शिक्षक नियोजन इकाई है जबकि 16 प्रखंड शिक्षक नियोजन
इकाई व 1-1 जिला परिषद माध्यमिक शिक्षक नियोजन इकाई एवं नगर निगम शिक्षक
नियोजन इकाई शामिल है। पूर्व में फर्जी शिक्षकों के लिए उच्च न्यायालय ने
तिथि निर्धारित कर यह आदेश दिया था कि अगर उक्त अवधि में फर्जी शिक्षक
त्यागपत्र देते हैं तो उसके विरुद्ध कार्रवाई नहीं की जाएगी।
निगरानी विभाग कर रही है जांच
वर्ष
2006 से 2014 तक विभिन्न चरण में शिक्षकों को नियोजित किया गया था। इसमें
बड़े पैमाने पर फर्जी प्रमाणपत्र के आधार पर नियोजन इकाई द्वारा शिक्षक
बहाल किया गया। फर्जी शैक्षणिक प्रशिक्षण व अनुभव प्रमाण पत्र के आधार पर
शिक्षक बहाल किए गए।
337 फोल्डर उपलब्ध हो चुका
शिक्षक
नियोजन से जुड़े कागजातों की मांग की गई थी। नियोजन इकाई से जो रिपोर्ट
प्राप्त हुई है उसमें वर्तमान में 23 शिक्षकों के कागजात विभिन्न नियोजन
इकाइयों ने जमा नहीं किया है। जबकि 337 फोल्डर उपलब्ध हो चुका है। जिसे
निगरानी विभाग को जमा की जाएगी।
-केपी गुप्ता, डीपीओ स्थापना, कटिहार।