समस्तीपुर । कोरोना की वैक्सीन शीघ्र आने की संभावना है। कोरोना की वैक्सीन आने के बाद बड़े पैमाने पर टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा। टीकाकरण के प्रथम चरण में स्वास्थ्य कर्मी और कोरोना संकट के दौरान फ्रंटलाइन पर काम करने वाले कर्मियों को टीका लगाए जाएंगे। वहीं दूसरे चरण में शिक्षकों को टीका लगाए
जाएंगे। कोरोना संकट के दौरान स्कूलों में क्वारंटाइन कैंप बनाए गए थे। उस समय शिक्षकों ने कोरोना संक्रमण पर अंकुश लगाने में अहम योगदान दिया। अब टीकाकरण शुरु होने की खबर से जिला के शिक्षक उत्साहित है। शिक्षकों को उम्मीद है कि टीकाकरण के बाद जिला में शैक्षणिक व्यवस्था पूरी तरह से पटरी पर लौट आएगी।जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. सतीश कुमार सिन्हा ने बताया कि कोरोना काल में स्वास्थ्य कर्मियों की तरह शिक्षकों ने भी अहम भूमिका निभाई है। स्कूलों में जब क्वारंटाइन बनाकर कोरोना संक्रमित लोगों को रखा गया था, उस समय शिक्षकों ने भी अहम भूमिका निभाई थी। कोरोना टीकाकरण के दूसरे चरण में शिक्षकों और पुलिस कर्मियों को टीका लगाया जाना है। प्रथम चरण में सभी स्वास्थ्य कर्मी और फ्रंट लाइन वर्कर को कोरोना का टीका लगाया जाएगा। स्कूल बंद रहने से प्रभावित हुई दिनचर्या
आरएसबी इंटर विद्यालय के शिक्षक निलय कुमार ने बताया कि कोरोना संकट की वजह से स्कूल में पठन-पाठन का कार्य पूरी तरह से बंद है। हमलोगों की दिनचर्या भी प्रभावित हुई है। अब उम्मीद है कि वैक्सीन के आने के बाद बच्चों के साथ-साथ हम शिक्षकों की भी दिनचर्या नियमित हो सकेगी। कोरोना टीकाकरण से जगी उम्मीद की किरण
कोरोना काल में स्कूल के लगातार बंद रहने की वजह से बच्चों के साथ-साथ शिक्षकों के अंदर भी निराशा आने लगी थी। मन में हमेशा सवाल उठता था कि पता नहीं कब स्कूल खुलेंगे और पढ़ाई लिखाई शुरू हो पाएगी। अब कोरोना टीकाकरण का अभियान शुरू होने के बाद उम्मीद की किरण दिखाई दी है कि बहुत जल्द स्कूल बच्चों की उपस्थिति से गुलजार हो सकेगा।