बच्चों के समग्र शैक्षणिक विकास में उनके स्वास्थ्य एवं पोषण-स्तर की सकारात्मक भूमिका के मद्देनजर भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय तथा मानव संसाधन विकास मंत्रालय के संयुक्त प्रयास से आयुष्मान भारत कार्यक्रम के अंतर्गत स्कूल स्वास्थ्य कार्यक्रम आरंभ किया गया है।
इस
कार्यक्रम का मुख्य लक्ष्य स्कूल जाने वाले बच्चों में स्वास्थ्य एवं
स्वच्छता संबंधी जागरुकता पैदा करना तथा विद्यालय स्तर पर संचालित
स्वास्थ्य गतिविधियों को प्रोत्साहित करना है। इसको लेकर राज्य स्वास्थ्य
समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने सिविल सर्जन, जिला शिक्षा
पदाधिकारी व जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को पत्र लिखकर आवश्यक निर्देश दिया
है।
किशोरों को आयरन की गोली देना करेंगे सुनिश्चित
एनिमिया
मुक्त भारत कार्यक्रम के तहत बच्चों को एनिमिया या इससे होने वाली
समस्याओं से बचाने के लिए साप्ताहिक आयरन फॉलिक-एसिड अनुपूरण कार्यक्रम का
संचालन किया जा रहा है। प्राथमिक विद्यालयों में 5 से 9 वर्ष के बच्चों को
सप्ताह में एक बार (बुधवार) मध्याह्न भोजन के बाद वर्ग शिक्षकों के द्वारा
आयरन की गुलाबी गोली का सेवन कराना सुनिश्चित किया जायेगा।
एक महिला और पुरुष शिक्षक नामित किए जाएंगे एंबेसडर
कार्यक्रम
के तहत प्रत्येक विद्यालय से दो शिक्षक (एक महिला व एक पुरुष) को हेल्थ
एंड वेलनेस एंबेसडर नामित किया जायेगा। इन्हें स्वास्थ्य व्यवहार को बढ़ावा
देने और रोगों के रोकथाम के लिए प्रशिक्षित किया जायेगा। प्रत्येक कक्षा से
दो नामित छात्र इन स्वास्थ्य संवर्धक संदेशों को समाज तक पहुंचाने के लिए
हेल्थ एंड वेलनेस मैसेंजर का कार्य करेंगे।