स्थानीय बीईओ अवधेश कुमार को प्रभार ग्रहण करने के एक महीने बाद भी यह जानकारी नहीं है कि उनके प्रखंड क्षेत्र के किन विद्यालयों के कितने शिक्षक निलंबित किए जा चुके हैं। वैसे तो मान लेते हैं कि चुनावी कार्य में
व्यस्तता की वजह से उन्हें संबंधित उच्चाधिकारी एवं नियोजन इकाई द्वारा महीनों पहले जारी किए गए निलंबन पत्र देखने का मौका नहीं मिला है। लेकिन प्रभार ग्रहण करने व वेतन विपत्र पर हस्ताक्षर करते वक्त यह जानकारी अवश्य मिल गई होगी कि प्रखंडाधीन किन विद्यालयों के कितने शिक्षकों पर निलंबन की कार्रवाई चल रही है।दरअसल सेवानिवृत्ति तत्कालीन बीईओ उमेश बैठा द्वारा चार शिक्षकों एवं एक शिक्षक के दो निजी चालकों की मदद से छात्रों के पोशाक,छात्रवृत्ति एवं अन्य मदों के 90 लाख रुपए से अधिक की अवैद्य निकासी कर ली गई थी। मामले को लेकर डीपीओ स्थापना के द्वारा बीईओ सहित चार शिक्षकों एवं दो चालक पर गत वर्ष स्थानीय थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। इसके बाद डीपीओ स्थापना द्वारा राजकीयकृत्त मध्य विद्यालय रामपुर वृत्त के एचएम जिला संवर्ग के शिक्षक धर्मेंद्र कुमार को निलंबित किया गया था और इसी विद्यालय के एक स्नातक शिक्षक सहित दो अन्य विद्यालय के दो शिक्षक को निलंबित करने का आदेश प्रखंड एवं संबंधित पंचायत नियोजन इकाई को दिया था।
डीपीओ के निर्देशानुसार प्रखंड नियोजन इकाई ने इस विद्यालय के स्नातक शिक्षक रंधीर कुमार एवं मध्य विद्यालय बिहारी के सहायक शिक्षक सुभाष कुमार को निलंबित कर दिया। एचएम एवं वरीय शिक्षक पर निलंबन की कार्रवाई के बाद गत वर्ष 16 दिसंबर को मध्य विद्यालय रामपुर वृत्त में तत्कालीन बीईओ द्वारा वरीयता के आधार पर वरीय शिक्षिका नीभा देवी को प्रभारी एचएम बनाया गया था। साथ ही निलंबित शिक्षकों को तत्काल प्रभाव से सभी तरह के प्रभार सौंपने का आदेश दिया गया था। उनलोगों के द्वारा प्रभार नहीं देने की स्थिति में उन्होंने वित्तीय प्रभार सीधे बैंक के माध्यम से ग्रहण करा दिया था। लेकिन अभिलेखीय प्रभार दस महीने बाद भी एचएम को नहीं दिया गया। बीते महीनों में कई बार नियोजन इकाई प्रभार में गुजरे बीईओ को इस ओर ध्यान आकृष्ट कराया गया।
आसान विधान चुनाव सिर पर है अबतक प्रभार में रहे बीईओ ने इस ओर खास ध्यान नहीं दिया। लेकिन जब स्थायी बीईओ का पदस्थापन हुआ तो एक आशा जगी कि वह समय देकर इन गंभीर मसलों का हल निकालेंग। आसन्न विधान सभा चुनाव में उक्त स्कूल में दो बूथ हैं। मतदान कर्मियों एवं मतदाताओं को किसी तरह की कठिनाई न हो इसके लिए आयोग के निर्देशानुसार कई मौलिक सुविधाओं को सुदृढ करना है। लेकिन,एचएम को अबतक स्कूल की चाभी एवं अभिलेखीय प्रभार न तो निलंबित शिक्षकों ने और ना सहायकों ने हस्तगत कराया है। बीईओ ने बताया कि किस स्कूल के कौन शिक्षक निलंबित हैं इसकी जानकारी उन्हें नहीं है।